किंतु मोदी जी 16 बार कपड़े बदलें या 1600 बार आपको तो जनता ने इस लायक भी नहीं रखा कि प्रार्थना पूर्वक भी पूछ सकें ऐसा वैसा कोई प्रश्न !
वैसे राहुल जी !आजकल आपको किसी के कपड़े देखने की लत क्यों लगती जा रही है ये ताक झाँक छोड़कर सीधे घर बसाइए आज तो आपके पास समय ही समय है ! इससे अच्छा समय अब कब मिलेगा !रही बात मोदी जी की तो वो सोलह सूट बदलें या 26 ये जनता की कृपा ही है कि अभी आप उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते !वैसे राहुल जी !आपके हिसाब से देश का प्रधानमंत्री क्या अपनी इच्छा से कपड़े भी नहीं पहन सकता है अजीब सामंती सोच और ईर्ष्यालु स्वभाव है आपका !
वैसे राहुल जी !आजकल आपको किसी के कपड़े देखने की लत क्यों लगती जा रही है ये ताक झाँक छोड़कर सीधे घर बसाइए आज तो आपके पास समय ही समय है ! इससे अच्छा समय अब कब मिलेगा !रही बात मोदी जी की तो वो सोलह सूट बदलें या 26 ये जनता की कृपा ही है कि अभी आप उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते !वैसे राहुल जी !आपके हिसाब से देश का प्रधानमंत्री क्या अपनी इच्छा से कपड़े भी नहीं पहन सकता है अजीब सामंती सोच और ईर्ष्यालु स्वभाव है आपका !
मोदी जी ! दिहाड़ी पर रखे गए प्रधानमंत्री तो हैं नहीं जो अपने कपड़ों का हिसाब किताब तुम्हें समझाएँगे !रही बात आपकी खाली समय पास होता नहीं है गिनते रहो मोदी जी की पोशाकें उन्हें क्या फर्क पड़ता है !वैसे मोदी जी से ऐसी आशा भी आपको नहीं करनी चाहिए कि वे आपसे पूछकर पहनेंगे कपड़े !
आखिर क्यों नहीं बदलेंगे अपने कपड़े !क्या तुमसे पूछ पूछ कर पहनेंगे सूट ! ये दिहाड़ी पर रखे हुए प्रधानमंत्री नहीं हैं जो रोज का रोज तुम्हें आय व्यय का हिसाब समझाने और हाजिरी लगाने तुम्हारे घर आएँगे ! वैसे भी मोदी जी सोलह नहीं सोलह सौ सूट बदलें तो भी राहुल जी ! आज तुम उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते !ये मनमोहन सिंह जी नहीं हैं जो आप से पूछ पूछ कर पहनेंगे कपड़े !
राहुल जी !वैसे भी आप होश में तो हैं !आपको शायद याद होगा कि पिछले साल लोकसभा चुनाव हो चुके हैं उसमें जनता ने आपको इस लायक नहीं छोड़ा है कि आप वर्तमान प्रधानमन्त्री से ये पूछने लायक हों कि क्या करें क्या न करें वो प्रधान मंत्री दूसरे थे जिनकी पास की हुई फाइलें आप फाड़ दिया करते थे किंतु आज देश का नेतृत्व सक्षम हाथों में है उन्हें जनता ने इतनी ताकत दी है कि मोदी जी आज सोलह नहीं सोलह सौ सूट पहनें तो भी जनता पूरा करती रहेगी और तुम उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते !तुम टीवी पर देख देख कर कुढ़ते रहो इसके अलावा और क्या कर सकते हो तुम !
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