फरीदाबाद में एक परिवार के बच्चों को जिंदा जला देने की घटना क्या लोक तंत्र के खिलाफ नहीं है !कितना दुखदकांड है यह ! ऐसे और भी बहुत सारे दुर्भाग्य पूर्ण और दुखद काण्ड अक्सर देखने सुनने को मिला करते हैं क्या उनके विरुद्ध भी सामूहिक आवाज नहीं उठाई जानी चाहिए !किसकी आत्मा नहीं दहल जाती है जाती है
भाग्य से ज्यादा और समय से पहले किसी को न सफलता मिलती है और न ही सुख ! विवाह, विद्या ,मकान, दुकान ,व्यापार, परिवार, पद, प्रतिष्ठा,संतान आदि का सुख हर कोई अच्छा से अच्छा चाहता है किंतु मिलता उसे उतना ही है जितना उसके भाग्य में होता है और तभी मिलता है जब जो सुख मिलने का समय आता है अन्यथा कितना भी प्रयास करे सफलता नहीं मिलती है ! ऋतुएँ भी समय से ही फल देती हैं इसलिए अपने भाग्य और समय की सही जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को रखनी चाहिए |एक बार अवश्य देखिए -http://www.drsnvajpayee.com/
Wednesday, 21 October 2015
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment