लोक सभा चुनावों में जनता ने जिस बसपा को धक्का देकर बाहर किया है वो फिर मारने लगी है डंक !
अभी कुछ दिन पहले मायावती जी बोली थीं -
अभी कुछ दिन पहले मायावती जी बोली थीं -
" चाहे मुझे फांसी पर भी क्यों ना लटका दें, नहीं डरूंगी: मायावती"-IBN-7
इस पर मैंने लिखा था -
इस पर मैंने लिखा था -
किंतु आपको कोई क्यों लटका देगा फाँसी पर ! आपने ऐसा किसी का क्या बिगाड़ा है वैसे भी जनता ने आपके ऐसे ही ऊल जुलूल बयानों के कारण ही तो आपको लोक सभा चुनावों में राजनैतिक फाँसी पर लटका दिया है अन्यथा अब तक आप मौन कहाँ होतीं !देवी ! दलितों -सवर्णों और हिंदुओं -मुस्लिमों को आपस में भिड़ाने की राजनैतिक हरकतों पर अब जनता भी दिमाग लगाने लगी है देश का गरीब अब आप जैसे बनावटी हमदर्दों का छल छद्म समझ चुका है । इसलिए अब नहीं गलेगी छल छद्म की दाल !मनुवाद या मायावाद ! मनु सत्य के प्रतीक हैं जबकि माया झूठ की ! झूठ को सत्य पर हावी कैसे हो जाने दें !!! महान जातिवैज्ञानिक महर्षि मनु ने ही सर्व प्रथम जातिविज्ञान का आविष्कार किया था ! see more... http://snvajpayee.blogspot.in/2012/12/manuvaad-se-maaya-vaad.html
No comments:
Post a Comment