Sunday, 13 December 2015

केजरीवाल जी की बातों पर भरोसा करने का फल पहले झुग्गीवालों ने भोगा अब सारी दिल्ली भोगेगी !

केजरीवाल जी !अधिकारियों को अपमानित करके राजनीति करना बंद करो !आपने झुग्गी वालों के साथ तो न्याय नहीं ही किया है अधिकारियों के साथ भी नहीं किया है
     हे केजरीवाल जी ! आपने विज्ञापन करना जरूरी समझा तो उसका बजट रखा  526 करोड़ !और डेंगू को जरूरी नहीं समझा तो आपकी कृपा से डेंगू ने तोड़ा 19 साल पुराना रिकार्ड !
   इसी प्रकार से आपने अपने विधायकों की सैलरी तो  अनाप शनाप बढ़ा ली किंतु झुग्गी वालों के लिए कुछ नहीं किया ! सभी प्रांतीय विधायकों से ,प्रधानमंत्री जी से यहाँ तक कि राष्ट्रपति जी से भी अधिक बढ़ा ली  अपने विधायकों की सैलरी किंतु झुग्गी वाले याद नहीं आए !
      जैसे आप 526 करोड़ का विज्ञापन कर सकते थे और विधायकों के लिए इतनी भारी भरकम सैलरी की बर्षात कर सकते थे तैसे ही झुग्गी वालों के लिए भी बहुत कुछ कर सकते थे किंतु आपने उनके लिए कुछ  नहीं किया !तीन तीन नोटिशें भेजी गईं तब भी  झुग्गी वालों के लिए आपको कुछ करना था तो करते किंतु तब तो आप सत्ता भोग में विजी थे उधर कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह किया तो गरीबों की समस्याएँ बढ़नी ही थीं ! यदि अधिकारी ऐसा न करते तो  उन पर कामचोरी का आरोप लगता !
   आप झुग्गी वालों से तो कहते रहे कि झुग्गियाँ  नहीं टूटेंगी और झुग्गियाँ बचाने के लिए आपने किया तो कुछ नहीं ! तीन तीन नोटिशें भेजने ही क्यों दीं पहले ही  निकाल लेते कोई समाधान ! ऐसी भयंकर शर्दियों में रोड पर लाकर खड़ा कर दिया गरीबों को !तीन बार नोटिश देने के बाद अधिकारियों ने झुग्गियाँ तोड़ी हैं आखिर उनकी गलती क्या है ?
        हे निशुल्क पक्के मकान के दाता केजरीवाल जी !पुरखे कहा करते थे कि बिष दे दे पर विश्वास न दे !
    केजरीवाल जी  ! आपने झुग्गीवालों को निशुल्क पक्के मकान दो दिए नहीं किराए के ही दे देते ! विज्ञापन के लिए पाँच सौ करोड़ पास कर लेने वाले केजरीवाल जी  !तब झुग्गीवाले याद नहीं आए थे क्यों ? विधायकों  की सैलरी बढ़ाते समय याद नहीं आए थे झुग्गीवाले ! अपने  एवं अपनों के लिए सुख सुविधाएँ जुटाते समय भी नहीं याद आए थे झुग्गीवाले ! हे निशुल्क पक्के मकान के दाता केजरीवाल जी !ऐसी  ठंड में तोड़वा डालीं गरीबों की झुग्गियाँ और आपने  इंतजाम भी नहीं किया !इसीलिए पुरखे कह गए हैं कि बिष दे दे पर विश्वास न दे !किंतु आपने वो विश्वास दिया जो पूरा नहीं कर सके !

 रेलवे ने ढहाईं 500 झुग्गि‍याँ , भड़क गए केजरीवाल, कहा- भगवान उन्हें कभी माफ नहीं करेगा!-एक खबर
       केजरीवाल जी !उन्हें कोई माफ करे न करे छोड़िए उनकी बात ।अब आप अपने विस्सहाय में जनता को बताइए कि आपने अपने विधायकों की सैलरी बढ़ाते समय जनता  से राय क्यों नहीं ली ?सीधे अपना घर भरने लगे फिर भी भगवान यदि आपको माफ कर देगा तो उन्हें भी कर देगा !

अन्ना जी ! आपने ने रोजगार भ्रष्ट 63 लोगों को रोजी रोटी मुहैया कराकर बुढ़ापे में बड़ा उपकार किया है भगवान आपको लम्बी उम्र दे और आप ऐसे ही अपनों का ख्याल रखते रहें !  जिनके पास कुछ नहीं था वो दो दो लाख वाले हो गए !अन्ना जी आपकी इस दुकानदारी से और कुछ हुआ हो न हुआ हो जनता मरे तो मरे किंतु 63 लोगों को रोटी तो मिलेगी चलो अन्ना जी ने बुढ़ापे में इतना ही पुण्य कमा लिया कम है क्या ?और सबसे बड़ी बात जो सरकारी नौकरी पाकर भी छोड़कर भाग आया हो वहाँ न टिक पाया हो उसे भी अन्ना जी आपने हिल्ले से लगा दिया इसके बधाई हो अन्ना जी आपको ! see more .... http://sahjchintan.blogspot.in/2015/12/jaruuri.html

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