Thursday, 31 December 2015

क्या दिल्लीवालों को शर्मिंदा करने के लिए मुख्यमंत्री बँटवाएँगे फूल ! बारे केजरीवाल जी !चलो दिल्ली वालों के लिए कुछ तो सोचा !

 अरे केजरी वाल जी ! प्रदूषण कम करने के लिए रोड रोकने नहीं अपितु बनाने होते हैं रोड बनाने और अतिक्रमण हटाने से घटेगा प्रदूषण !इसीलिए तो मोदी जी रोड बना रहे हैं और आप रोड रोक रहे हैं । रोड बनने से जाम घटेगा तब हटेगा प्रदूषण !केजरीवाल जी !रोडों  से अतिक्रमण हटवाइए स्वतः रुक जाएगा प्रदूषण !मुख्यमंत्री जी !आपका ऑड - इवेन फार्मूला तो बिलकुल उस ढंग की व्यवस्था है कि जलभराव रोकने के लिए पेशाब करना ही बंद करा दिया जाए ! 
    फूल क्यों बँटवा रहे हैं आप !अरे दिल्ली के नौसिखिया मुख्यमंत्री जी ! इसमें शर्मिंदा होने की बात ही क्या है आजतक तो आप भी ऐसे ही चलते रहे जब आप कभी शर्मिंदा नहीं हुए तो दिल्ली वाले आज शर्मिंदा क्यों हों !मुख्य मंत्री जी !आपने अपने निजी जीवन में पहले कभी पालन किया ऑड इवेन फार्मूले का !और यदि नहीं तो आज अचानक इतना पसंद क्यों आ गया आपको ये फार्मूला केजरी वाल जी !
     अरे केजरी वाल जी ! मोदी जी से कुछ सीखिए कि प्रदूषण से कैसे निपटा जाए !प्रदूषण से मुक्ति के लिए ही मोदी जी रास्ता बना रहे हैं तो केजरीवाल जी  आप रास्ता रोक रहे हैं ! अपने अपने संस्कार ! RSS  और अन्ना हजारे के संस्कारों में इतना बड़ा अंतर है ! प्रदूषण कम करने के लिए मोदी जी ने  RSS  के संस्कारों से रोड बनाना सीखा है रास्ता साफ करना सीखा है जब रास्ते खुले होंगे तब तो जाम नहीं लगेगा और जाम में जो स्टार्ट बाहन घंटों फँसे रहते हैं वे फँसेंगे नहीं तो कैसे होगा धुआँ और कैसे बढ़ेगा प्रदूषण !
    मोदी जी इधर रास्ता बना रहे हैं तो दूसरी ओर केजरीवाल जी रास्ता रोक रहे हैं । बंधुओ !'आप'के ऑड इवेन फार्मूले से क्या धुआँ नहीं होगा क्या प्रदूषण नहीं फैलेगा !जिस दिन जिस नम्बर की गाड़ी का टर्न होगा वो एक की जगह दो चक्कर लगा लेगी !तो इससे प्रदूषण कम कैसे हो जाएगा !   
  ऑड- इवन फॉर्मूला है या दाँव ? जिन व्यापारियों ,अफसरों को केवल आफिस जाना-आना ही होता है उनसे कैसे बढ़ता है प्रदूषण !
केजरीवाल सरकार चाहती  तो रोडों और गलियों का अतिक्रमण हटाकर भी  जाम घटा सकती थी और जाम हटते ही समाप्त हो सकता था प्रदूषण ! रोडों और गलियों में जाम खुलने की प्रतीक्षा में घंटों  खड़े रहते हैं स्टार्ट बाहन,दिल्ली सरकार ने उसके लिए क्याकिया है ?
     विधायकों की सैलरी बढ़ाने से  डरे हुए केजरीवाल ने जनता की  गालियों  से बचने तथा जनता का ध्यान भटकाने के लिए केजरीवाल ने खेला है ये  ऑड  -  इवन दाँव !
अरे नौसिखिए मुख्यमंत्री !अगर दूसरों की निंदा चुगली से समय हो तो हिम्मत करके रोडों पर से अवैध निर्माण हटवाइए रोड़ों को अतिक्रमण मुक्त कराइए !फिर देखिए कहाँ है प्रदूषण !घंटों के लगते हैं जाम उन्हें खुलवाइए ! दिल्ली में जाम की सबसे बड़ी समस्या है रोडों पर अवैध निर्माण दिल्ली की लगभग सभी जगहों पर हैं जो ओड बचे भी है उनमें भी दुकानदार लोग दुकानों के बाहर रोडों पर दूर दूर तक फैला लेते हैं सामान !तो निकलने का रास्ता बिलकुल नहीं बचता है वहाँ कई कई घंटे तक फँसे रहते हैं बाहन !कई बार तो ऐसा होता है कि कुछ बाहन जिनके जाने का रास्ता ही आधे घंटे का होता है वे घंटों फंसे रहते हैं । ऐसी रोडों से बचने के लिए लोग गलियों में घुसने लगे हैं कि गलियां खली होंगी किंतु गलियों में उससे अधिक जाम होता है !कहाँ जाएं बाहन ? जहाँ तक ये  ऑड  -  इवन फॉर्मूला है ये बिलकुल बेहूदा है !यदि जाम न खुला प्रदूषण ख़त्म होना नहीं है तो क्या रोडें बिलकुल खाली करवा दी जाएंगी ?   ये बिल्कुल बेहूदा बिलकुल बकवास बिलकुल अप्रासंगिक बिलकुल अतार्किक बिलकुल हास्यास्पद बिलकुल अदूरदर्शी बिलकुल रोलबैक  करने वाला है । केजरीवाल भी इस सच्चाई को अच्छे ढंग से जानते होंगे कि ये चल नहीं पाएगा फिर भी विधायकों की सैलरी बढ़ाने का बिल पास किया था उन्हें पता था कि इस हरकत पर जनता जम कर  गालियाँ देगी कि अभी तक तुम बड़े त्यागवीर सादगी पसंद अादि बने रहे और अब सत्ता पाते ही  कँगलों की  तरह  पैसे पर टूट पड़े !विज्ञापन से लेकर सैलरी तक केवल दरिद्रता !बस दिल्ली की जनता को भटकने के लिए लाया गया ये ऑड  -  इवन फॉर्मूला !

अपने नौसिखिया मुख्यमंत्री की गलतियों के लिए दिल्ली वाले किस किस से माफी माँगें !उधर "केजरीवाल के जाँच आयोग को LG साहब ने बता दिया है  अवैध! उधर प्रधान मंत्री जी के लिए अपशब्द बोलने के बाद सब तो सब लोग कहने लगे हैं कि इन्हें बातचीत की तमीज नहीं है बारे केजरीवाल !
 "केजरीवाल के जाँच आयोग को LG ने बताया अवैध !-एक खबर "
        किंतु केजरीवाल जैसे नौसिखिया राजनेता को वैध अवैध क्या पता ये तो उसे पता हो जिसने  पहले कभी सरकार चलते देखी हो अखवार पढ़े हों नियम कानून पता हों !ये तो CM शीला जी की निंदा करके CM बने हैं अब PM की निंदा करके PM बनना चाह रहे हैं !जानकारी कुछ है नहीं किसी को कुछ भी बोल जाते हैं दिल्ली वाले इनकी मूर्खता के लिए कहाँ तक माफी माँगें ! केजरीवाल हैं कि मानने का नाम ही नहीं ले रहे हैं अपने को प्रधान मंत्री मान बैठे हैं और अपनी अज्ञानता के कारण कभी PM को ऊटपटांग बोलते हैं कभी LGको कभी दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को !देखो दिल्ली वाले कब तक ढो  पाते हैं इन्हें !तब तक के लिए सभी अरुण जेटली नरेंद्र मोदी आदि सभी संभ्रांत शालीन नेताओं से निवेदन है कि माफ कर  देना इस अनाड़ी दिल्ली के मुख्य मंत्री को !



Wednesday, 30 December 2015

जिन 'श्रीराम' के बिना कांशी 'राम ' अधूरे थे उनसे बैर क्यों बाँधते हो मायावी बसपाइयो !

 अरे स्वामी प्रसाद मौर्य !इस श्री राम मंदिर विरोधी आपके बचन पर जनता करेगी विश्वास! लोक सभा चुनावों में जनता ने जिस मायावी  बसपा को धक्का देकर बाहर किया था अब वो फिर मारने लगी है डंक !
  अरे मौर्य ! श्री राम विरोधी राक्षसी शौर्य का लंका में क्या हस्र हुआ था वही हाल लोक सभा चुनावों में मायावी बसपा का भी हुआ -
           राम विमुख अस हाल तुम्हारा ,रहा न कुल को रोवन हारा ॥ 
  'माया' झूठ  होती है देश अब इस बात को समझ चुका है शास्त्र भी अनंतकाल से यही कहते चले आ रहे हैं शब्द कोशों में भी 'माया'शब्द का अर्थ झूठ लिखा है साधू संतों ने भी कह रखा है "माया महा ठगिन मैं जानी" विगत लोक सभा चुनावों में उत्तर  प्रदेश की जनता ने भी इसी शास्त्रीय वाक्य का समर्थन करते हुए मायावी बसपा को धक्का देकर बाहर किया !इन मायावियों का भरोसा यदि मुसलमान करते तो उनका वोट मिला होता और यदि दलित करते तो उनका वोट मिलता किंतु प्रदेश की जनता के मन में भरोसा खो चुके मायावी लोग अब फिर जाति  संप्रदाय वाद के दंगल सजाने में लगे हैं । इनसे बचाना है प्रदेश को !

Tuesday, 29 December 2015

मालिक लोग लूट रहे हैं देश लाचार जनता सहने को मजबूर है !भ्रष्टाचार रोकने के लिए ईमानदार सरकारें ऐसा क्यों नहीं करतीं ?

बेईमान अधिकारियों कर्मचारियों की  पहचान कैसे हो ?कोई भ्रष्टाचार से कोई सैलरी बढ़ाकर अपना तो कोटा पूरा का लिया जा रहा है जनता अपना कोटा कूड़ा करने के लिए अपराध करे क्या ?कैसे चलावे वो अपना गृह खर्च ! बंधुओ !सरकारी विभागों में आम कर्मचरियों के बीच ही डाली जाएँ  अधिकारियों की भी कुर्सियाँ उनकी पहचान अलग से बताए बिना !सरकारी विभागों से AC तो हमेंशा हमेंशा के लिए हटा ही दिए जाएँ आखिर इस बात का एहसास तो उन्हें भी करवाया जाए कि ये कार्य क्षेत्र है आराम क्षेत्र नहीं !

"हेड कॉन्स्टेबल के पास मिले 5 घर, 6 प्लॉट, एक SUV समेत 4 गाड़ियां,और भी बहुत कुछ -एक खबर "
    किसी एक कर्मचारी को पकड़ लेने का मतलब ये तो नहीं होता है कि अपराधी केवल वही है बाकी सब रामराज्य है ! सच्चाई ये है कि अपराधी भ्रष्टाचारी और भी होंगे किंतु भ्रष्टाचार को पकड़ने के लिए जिम्मेदार विभाग जब तक उन्हें बचा पाएँगे तब तक बचाते रहेंगे जनता तो भ्रष्टाचार पकड़ने जाएगी नहीं !जब कोई बहुत मजबूरी आ जाएगी तब सोचा जाएगा उनका भ्रष्टाचार पकड़ने के बारे में !फिलहाल अभी तक तो सरकारी कर्मचारियों के विषय में ऐसे ही चल रही हैं सरकारी नीतियाँ !मैं तो कहता हूँ बड़े बड़े अधिकारियों की गाड़ियों से हटवाई जाएं उनकी नाम पट्टिकाएँ पहचान के लिए केवल उनकी जेब में आईडी हो बस !सरकारी विभागों में आम कर्मचरियों के बीच डाली जाएँ  अधिकारियों की भी कुर्सियाँ उनकी पहचान अलग से बताए बिना !सरकारी विभागों से AC तो हमेंशा हमेंशा के लिए हटा दिए जाएँ आखिर इस बात का एहसास तो उन्हें भी करवाया जाए कि ये कार्य क्षेत्र है आराम क्षेत्र नहीं !देश के किसान तपती धूम में भरी दोपहर में गर्मियों में काम किया करते हैं क्या उन्हें गरमी नहीं लगती है !किंतु उनकी मजबूरी है इसलिए सहते हैं वो !आज सरकारी विभागों में दिन दिन भर बेकार में चला करते हैं AC फुँका करती है बिजली ,दूसरी ओर वर्षा जैसी अँधेरी रातों में गावों में लोगों को सर्प काट लेता है किंतु पता नहीं लग पाता है कि लकड़ी चुभी है या सर्प ने काटा है वर्षा प्रभाव से माचिस भी नहीं जलती है जब तक पता लगता है तब तक देर हो चुकी होती है क्या उन्हें एक बल्व नहीं चाहिए !इसी प्रकार डेंगू का शोर मचाने वाली सरकारें ये क्यों नहीं सोचती हैं कि उन गाँवों का क्या होगा जहाँ बिजली नहीं है वो बेचारे अपने बाल बच्चों की रक्षा कैसे करें डेंगू मच्छरों से !क्या उनके यहाँ बिजली पहुँचाना सरकार का कर्तव्य नहींहै ?

   भ्रष्टाचारी अधिकारी कर्मचारियों का दंश भोगती है जनता उन पर अंकुश लगाने के लिए जनता के पास कोई अधिकार नहीं होते जबकि उनसे जूझना जनता को पड़ता है सरकारी कामकाज की निगरानी के लिए आफिसों में सीनियर अधिकारी जब सरकारों के द्वारा धक्के देकर भेजे जाते हैं तब वहाँ पहुँचते ही ठंडे और गरम की व्यवस्था मिलती है सविधि आर्थिक पूजन किया जाता है उनका बेचारे अभिभूत होकर खाते पीते और चले आते हैं ठीक ठाक काम होने का सर्टिफिकेट देकर !भोगती तो जनता है किंतु अधिकारी जनता से बात क्यों करे उसकी बेइज्जती जो होती है !

    कोई भी सरकारी अफसर या जाँच एजेंसी तब तक किसी विभाग या अधिकारी पर अंकुश नहीं लगाती जब तक वो बहुत अधिक बदनाम नहीं हो जाता !जब चारों ओर थू थू मच चुकी होती है तब उसे  पकड़कर दिखाया जाता है कि देखो -"मध्य प्रदेश में हेड कॉन्स्टेबल के पास मिले 5 घर, 6 प्लॉट, एक SUV समेत 4 गाड़ियां," किंतु इसके लिए जनता क्या करे !लापरवाही तुम्हारी कामवाते तुम रहे अब पकड़ा भी तुम्हीं ने तुम्हारी मजबूरी तुम्हीं जानो !

    हमारा प्रश्न तो सरकारी सक्षम ईमानदार उन अधिकारियों से है जो ऐसे लोगों को प्रारम्भ में नहीं पकड़ पाते हैं ऐसे सरकारी विभागों में  ऐसे तो बहुत लोग होंगे जो ये सब कर रहे होंगे हो सकता है कि उनके पास इससे कई गुना अधिक हो भ्रष्टाचार का पैसा !किंतु उनकी जब तक आम समाज में दुर्गन्ध न फैले  तब तक वो नहीं पकड़े जाएँगे अर्थात आम समाज किसी अधिकारी से जब तंग हो जाए तब वो शोर मचावे तब पकड़े जाएँगे भ्रष्टाचारी अधिकारी कर्मचारी !किन्तु शोर जनता न  माचवे तो भ्रष्टाचारियों का रामराज्य !

    ऐसे प्रकरणों में सरकार के उन अधिकारियों के साथ भी वही सलूक होना चाहिए जिनकी जिम्मेदारी थी  ऐसे भ्रष्टाचारियों को पकड़ने की और माना जाना चाहिए कि इनकी मिली भगत से होता रहा है भ्रष्टाचार !जिस अधिकारी या कर्मचारी ने भ्रष्टाचार किया जितना दोषी वो है उससे अधिक दोषी वो है जो उस भ्रष्टाचारी को प्रारम्भ में ही नहीं पकड़ सका !उसको प्रमुख अपराधी माना जाना चाहिए क्योंकि अपराध की जड़ में अपराधी न होकर अपितु वे लोग होते हैं जो उस अपराध को पकड़ने के लिए जिम्मेदार थे किंतु पकड़ नहीं पाए !जिस दिन अधिकारियों कर्मचारियों पर इस प्रकार का दायित्व डाला जाएगा उस दिन रुकेगा भ्रष्टाचार !अन्यथा एक भ्रष्टाचारी को पकड़कर सिस्टम से ईमानदारी की अपेक्षा नहीं की जा सकती !

    विशेष बात ये भी है कि जिस विभाग में कोई एक भी भ्रष्टाचार  करता  है उसमें सम्मिलित तो लगभग पूरा विभाग ही होता है क्योंकि उन सबको पता होता है उस भ्रष्टाचार का ! हाँ ,कुछ ईमानदार लोग उसमें हिस्सा नहीं लेते किन्तु उससे अनभिज्ञ नहीं होते और ये कहकर बच जाते हैं कि हम क्यों बुराई लें जबकि यदि वो जनता के द्वारा दिए टैक्स से सैलरी लेते हैं तो उन्हें बुराई लेनी ही चाहिए क्योंकि उनका कर्तव्य केवल ईमानदारी पूर्वक काम करना ही नहीं है अपितु अपने विभाग के साथ साथ तत्कालीन सरकार का गौरव बचाकर रखना भी उनकी जिम्मेदारी होती है । इसलिए भ्रष्टाचार के किसी प्रकरण में पकड़े गए लोगों के खिलाफ कार्यवाही करते समय सम्पूर्ण विभाग के कर्मचारियों को कार्यवाही के कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिए !

       आज पुलिस का कोई बीट अफसर सूँघते सूँघते उस घर में तो घुस जाता है जिसमें कोई निर्माण कार्य घर के अंदर भी हो रहा हो और डरा धमाका कर कुछ वसूल लाता है किंतु किसी घर में कोई अपराध होता हो तो वो चला करता है !उसके लिए बीट अफसर कहता है हमें जानकारी नहीं है यदि कोई शिकायत भी करता है तो वो कहता है लिखित शिकायत दो और लिखित शिकायत मिलते ही वो अपराधियों को बता देता है अपराधी उसे ठिकाने लगा देते हैं अन्यथा वो बीट वाला खुद समझा देता है कि तुम क्यों इस चक्कर में पड़े हो ये बड़े खुंखार लोग हैं तुम शांत हो जाओ !और वो शांत हो जाता है आम आदमी !

    इसलिए सरकार यदि ईमानदार है तो कोई भी अपराध जिस विभाग से सम्बंधित उस पूरे विभाग पर कार्यवाही करे और जनता की शिकायतों को सुनने के लिए ऐसा उचित प्लेट फार्म दे जहाँ जनता की पहचान उद्घाटित न हो !ऐसा करने पर अभी रुक जाएगा अपराध क्योंकि  किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार की शिकार जनता होती है और जनता का ही उपयोग खुपिया रूप में क्यों नहीं करती हैं सरकारें ! किंतु इसके लिए जनता के मन में अपने प्रति भरोस पैदा करना होगा !तब जनता उन्हें बताएगी अपनी परेशानी या गुप्त शिकायतें !दूसरी बात भ्रष्टाचारियों को तुरंत सस्पेंड करके नई भर्ती की जाए तो बेरोजगारी घटे !और उनका दिमाग ठिकाने हो ।

Friday, 25 December 2015

ऑड- इवन फॉर्मूला है या दाँव ? जिन व्यापारियों ,अफसरों को केवल आफिस जाना-आना ही होता है उनसे कैसे बढ़ता है प्रदूषण !

केजरीवाल सरकार चाहती  तो रोडों और गलियों का अतिक्रमण हटाकर भी  जाम घटा सकती थी और जाम हटते ही समाप्त हो सकता था प्रदूषण ! रोडों और गलियों में जाम खुलने की प्रतीक्षा में घंटों  खड़े रहते हैं स्टार्ट बाहन,दिल्ली सरकार ने उसके लिए क्याकिया है ?
     विधायकों की सैलरी बढ़ाने से  डरे हुए केजरीवाल ने जनता की  गालियों  से बचने तथा जनता का ध्यान भटकाने के लिए केजरीवाल ने खेला है ये  ऑड  -  इवन दाँव !
अरे नौसिखिए मुख्यमंत्री !अगर दूसरों की निंदा चुगली से समय हो तो हिम्मत करके रोडों पर से अवैध निर्माण हटवाइए रोड़ों को अतिक्रमण मुक्त कराइए !फिर देखिए कहाँ है प्रदूषण !घंटों के लगते हैं जाम उन्हें खुलवाइए ! दिल्ली में जाम की सबसे बड़ी समस्या है रोडों पर अवैध निर्माण दिल्ली की लगभग सभी जगहों पर हैं जो ओड बचे भी है उनमें भी दुकानदार लोग दुकानों के बाहर रोडों पर दूर दूर तक फैला लेते हैं सामान !तो निकलने का रास्ता बिलकुल नहीं बचता है वहाँ कई कई घंटे तक फँसे रहते हैं बाहन !कई बार तो ऐसा होता है कि कुछ बाहन जिनके जाने का रास्ता ही आधे घंटे का होता है वे घंटों फंसे रहते हैं । ऐसी रोडों से बचने के लिए लोग गलियों में घुसने लगे हैं कि गलियां खली होंगी किंतु गलियों में उससे अधिक जाम होता है !कहाँ जाएं बाहन ? जहाँ तक ये  ऑड  -  इवन फॉर्मूला है ये बिलकुल बेहूदा है !यदि जाम न खुला प्रदूषण ख़त्म होना नहीं है तो क्या रोडें बिलकुल खाली करवा दी जाएंगी ?   ये बिल्कुल बेहूदा बिलकुल बकवास बिलकुल अप्रासंगिक बिलकुल अतार्किक बिलकुल हास्यास्पद बिलकुल अदूरदर्शी बिलकुल रोलबैक  करने वाला है । केजरीवाल भी इस सच्चाई को अच्छे ढंग से जानते होंगे कि ये चल नहीं पाएगा फिर भी विधायकों की सैलरी बढ़ाने का बिल पास किया था उन्हें पता था कि इस हरकत पर जनता जम कर  गालियाँ देगी कि अभी तक तुम बड़े त्यागवीर सादगी पसंद अादि बने रहे और अब सत्ता पाते ही  कँगलों की  तरह  पैसे पर टूट पड़े !विज्ञापन से लेकर सैलरी तक केवल दरिद्रता !बस दिल्ली की जनता को भटकने के लिए लाया गया ये ऑड  -  इवन फॉर्मूला !

अपने नौसिखिया मुख्यमंत्री की गलतियों के लिए दिल्ली वाले किस किस से माफी माँगें !उधर "केजरीवाल के जाँच आयोग को LG साहब ने बता दिया है  अवैध! उधर प्रधान मंत्री जी के लिए अपशब्द बोलने के बाद सब तो सब लोग कहने लगे हैं कि इन्हें बातचीत की तमीज नहीं है बारे केजरीवाल !
 "केजरीवाल के जाँच आयोग को LG ने बताया अवैध !-एक खबर "
        किंतु केजरीवाल जैसे नौसिखिया राजनेता को वैध अवैध क्या पता ये तो उसे पता हो जिसने  पहले कभी सरकार चलते देखी हो अखवार पढ़े हों नियम कानून पता हों !ये तो CM शीला जी की निंदा करके CM बने हैं अब PM की निंदा करके PM बनना चाह रहे हैं !जानकारी कुछ है नहीं किसी को कुछ भी बोल जाते हैं दिल्ली वाले इनकी मूर्खता के लिए कहाँ तक माफी माँगें ! केजरीवाल हैं कि मानने का नाम ही नहीं ले रहे हैं अपने को प्रधान मंत्री मान बैठे हैं और अपनी अज्ञानता के कारण कभी PM को ऊटपटांग बोलते हैं कभी LGको कभी दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को !देखो दिल्ली वाले कब तक ढो  पाते हैं इन्हें !तब तक के लिए सभी अरुण जेटली नरेंद्र मोदी आदि सभी संभ्रांत शालीन नेताओं से निवेदन है कि माफ कर  देना इस अनाड़ी दिल्ली के मुख्य मंत्री को !



Thursday, 24 December 2015

मोदी सरकार को गालियाँ देकर दिल्लीवालों का कर्ज उतार रहे हैं केजरीवाल !

 केजरीवाल जी नौसिखिया हैं काम करना उनके बश का नहीं है इसलिए बातों में उलझाए रखना चाहते हैं दिल्ली वालों को !ये केजरीवाली लीलामंडली देखो कितना और तंग करती है !
   मोदी जी के लिए अपशब्दों का प्रयोग ठीक है क्या केजरीवाल !वे देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं विदेश में !शर्म उन्हें नहीं तुम्हें आनी चाहिए ! 
  दिल्लीवालों ने लड़ते रहने के लिए बनाया था तुम्हें मुख्यमंत्री क्या ?दिल्ली वालों की जितनी बेइज्जती कराना है करा लेना आप !लोगों ने सोचा था आप पढ़े लिखे हैं अच्छा वातावरण बनेगा किंतु केजरीवाल !तुम्हें शालीन भाषा इतनी भद्दी होती है इतनी शिकायतें होती हैं कि अब तो शर्म लगती है तुम्हारे नाम के साथ 'जी' लगाने में !मोदी जी प्रधानमन्त्री के रूप में यदि इतने ही ख़राब होते तो अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को तो इतनी समस्या नहीं है उनके साथ !तुम्हीं में कोई खोट है अब तो दिल्ली वाले भी ये मानने लगे हैं । 
   दिल्लीवाले भी भोग रहे हैं अपने कर्मों का फल ! केजरीवाल तुम कभी ये नहीं सोचते कि बेरोजगारों की शादी होना मुश्किल हो जाता है ऐसे लोगों को लोग लड़की देकर दमाद नहीं बनाते दिल्ली वालों ने तुम्हें मुख्य मंत्री बना लिया मत तोड़िए दिल्ली वालों का विश्वास ! दिल्ली वालों ने तुम्हें केवल बहुमत ही नहीं दिया था अपितु दिल्ली की सारी  जनता ने मानों एक मत होकर पुरानी पुरानी राष्ट्रीय पार्टियों को नकार कर तुम जैसे बेरोजगार को अपना मुख्यमंत्री चुना था यह जानते हुए भी कि तुम आज तक कहीं टिक नहीं पाए अपनी गृहस्थी में भी फिर भी दिल्ली वाले तुम्हारी विनम्र वाणी और झूठे आश्वासनों बनावटी सादगी आदि पर फिदा हो गए दिल्ली वाले !ऐसे भावुक दिल्लीवालों को कितनी सजा और दोगे तुम !अपनी अशालीन भाषा और शिकायती स्वभाव के कारण प्रतिदिन शर्मिंदा करते हैं आप !जब से मुख्य मंत्री बने हो तब से ऐसा कोई दिन नहीं बीता  जिस दिन आपको किसी  से कोई समस्या न रही हो और रोज रोना धोना लेकर बैठ जाते हैं आप दिल्ली वालों के सामने ! आखिर दिल्ली वालों ने  कोई गुनाह किया है क्या आपको मुख्यमंत्री बनाकर !आप तो उस कामचोर विद्यार्थी की तरह हैं जिसका मन खुद तो पढने में लगता नहीं है किन्तु अपने न पढ़ पाने का दोष आस पास बैठे बच्चों पर मढ़ा करता है !आप स्वयं सोचिए जब से आप सत्ता में आए ऐसा नया क्या किया है जिससे दिल्ली वालों का जीवन कुछ सरल हुआ हो मैंने सुना है कि दिल्ली में डेंगू पर खर्च होने वाला पैसा आपने विज्ञापनों पर फूँक दिया इसीलिए डेंगू ने तोड़ा 19 वर्षों का रिकार्ड !आखिर 524 करोड़ कम तो नहीं होते !आपको अपने और अपने विधायकों के बजट तो ध्यान रहा तो आपने सैलरी बढ़ा ली किंतु दिल्ली वालों के बिगड़ते बजट के लिए क्या सोचा आप ने !
      आप जैसे विज्ञापन और सैलरी के लिए सत्ता के लुटेरे लोग अब किस मुख से करते हैं मोदी के महँगे सूट की बात !कम से कम तुम्हीं सादगी बरतते जनता ने इसीलिए न तुम पर भरोसा किया था किंतु तुम तो सबसे बड़े भुक्खड निकले दिल्ली की जनता ने तुम में अपनी छवि देखी थी 

Wednesday, 16 December 2015

केजरीवाल जी ! देश आपकी हरकतों से हैरान है ! आपने हर वो काम किया पहले जिसकी बुराई करते रहे !

  •  केजरीवाल जी !आप जिस काम की निंदा करते रहे हैं अंत में वही काम खुद करने लगते हैं !
     आपके सारे आचार व्यवहार इस बात के गवाह हैं ! आपने त्याग वैराग्य की बड़ी बड़ी बातें कीं किंतु वो नहीं सँभलीं आपसे सैलरी पर कंगालों शालीनता भी खोते जा रहे हैं संबंधों को निर्वाह करने की क्षमता आपने बिलकुल नहीं हैं अहंकार चर्म सीमा पर है !एक अधिकारी के भ्रष्टाचार पर आप जिस तरह का नंगा नाच कर रहे हैं कोई एजेंसी कैसे हिम्मत करेगी दुबारा किसी भ्रष्ट आफीसर के विरुद्ध जाँच करने की !किसी अधिकारी से आपका इतना लगाव क्यों कि उसके ऊपर जाँच होने लगे तो आपकी पार्टी का हर छोटा बड़ा नेता गंध बकने लगे !ऐसा आप लोग पहले भी कई बार कर चुके हैं जितेंद्र वाले केस में ही आपके सिसोदिया टाईप के पिट्ठुओं ने प्रधान मंत्री और भाजपा के लिए क्या क्या नहीं बका था और आप तो बक ही रहे थे किंतु अंत में वो आरोप जब सच सावित हुए तब आप लोगों की जगह कोई शर्मदार व्यक्ति होता तो उसका जीना कितना कठिन हो जाता !इसका एहसास करने वाली इन्द्रिय ही ईश्वर ने शायद आपको नहीं दी !http://sahjchintan.blogspot.in/2015/10/cm-cm-pm-pm.html 
  • मैं किसी से नहीं डरता : केजरीवाल
   किंतु केजरीवाल जी !तुम्हें डराना कौन चाह रहा है वैसे भी तुम खाँसी के मरीज हो ऐसे लोगों से लोग वैसे भी दूरी बनाकर ही रहते हैं । वैसे तो लोकतंत्र में कानून से सबको डरना पड़ता है जबकि आपको गलत फहमी है कि आप मुख्यमंत्री  बन गए हैं तो आप तोप बन गए हैं इसलिए आपका कोई कुछ बिगाड़ ही नहीं सकता ! किंतु आप डरें या न डरें कानून तो अपना काम करेगा ही ! see more... http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/2015/03/blog-post_61.html 
  •  केजरीवाल जी !कर्म तुम्हारे ख़राब हैं मोदी जी के नहीं !जानिए कैसे ?
केजरीवाल ! तुम्हारे गंदे बात व्यवहार को न सह पाने के कारण  ही तो अन्ना जी को तुम छोड़ आए इधर तुम्हारे अपने साथी एक एक करके तुम्हें छोड़ते जा रहे हैं जबकि मोदी जी अपने सारे पार्टी परिवार को समेट कर चल रहे हैं मुख्यमंत्री क्या बने तुम तो होश में ही नहीं हो !मोदी जी के कोट पर चर्चाएं हुईं तो उन्होंने नीलाम कर दिया कोट किंतु तुमने 524 करोड़ अपने विज्ञापन के लिए और अपने नेताओं की सैलरी लूटने में लगा दी है पूरी ताकत !कर्म तुम्हारे खराब हैं  केजरीवाल तुम एक प्रदेश पाकर पागल हो गए मोदी जी ने तो पूरे देश का स्नेह जीता है कभी उनकी वाणी पर देखा कोई गन्दा शब्द !सीखो कुछ मोदी जी  से !see more... http://sahjchintan.blogspot.in/2015/10/cm-cm-pm-pm.html
  • केजरीवाल जी !आपकी तरह फूहड़ कोई मुख्यमंत्री  नहीं रहा जो किसी के लिए कुछ भी बकने लगे !
 अरे केजरीवाल जी ! देश के बड़े बड़े नेताओं को लुटेरा बेईमान भ्रष्टाचारी घोटाले बाज आदि बोल बोल कर आप खुद तो इमानदार बन गए किन्तु देश की कितनी बेइज्जती कराई थी आपने ये देश ही जानता है !विश्व कितनी गन्दी निगाहों से देखने लगा था देश को !विदेश जाने वाले लोगों की तलाशी  तक ली जाने लगी थी मुश्किल से मोदी जी वातावरण बदल पाए हैं ।आज तुम फिर गाली देने लगे !तुम्हें धिक्कार है ।see more... http://sahjchintan.blogspot.in/2015/10/cm-cm-pm-pm.html  
  •   केजरीवाल जी !बुराई अपनी जगह योगेन्द्र यादव जी से बोलना तो कम से कम सीख ही लेते !
 भ्रष्टाचार विरोधी जाँच के लिए यदि जाँच एजेंसी ने कोई छापा मारा तो उसमें बिना किसी आधार के प्रधानमंत्री पर केवल इस आशंका  में हमला करने लगना कि वो उनके अंडर में आती है ये कहाँ का न्याय है वो भी ऐसे शब्दों से जो आम आदमी आम भाषा में अपनों से बड़ों के लिए नहीं प्रयोग करता है !मोदी जी से केजरीवाल पद में भी छोटे हैं अनुभव में भी छोटे हैं उम्र में भी छोटे हैं फिर भी उनके लिए इतनी गंदी भाषा !क्या यही सीखा है इन्होंने अन्ना जी जैसे शालीन लोगों से !दिल्ली हो या पूरा देश !प्रधान मंत्री का सम्मान देश में होगा तभी तो बाहर भी होगा !see more... http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/2015/03/blog-post_61.html
  •  अपशब्द बोलने की हरकतों में पहले भी पकड़े जा चुके हैं केजरीवाल !
       एक बार तो गाली गलौच करते हुए वीडियो भी आया था कजरीवाल का !एक बार  तो इन्हीं केजरीवाल ने धक्का मुक्की करके बाहर करवा दिया था अपने से सीनियर समझदार आपने ही शालीन नेताओं को !जिनसे बहुत कुछ सीख सकते थे केजरीवाल किंतु जिसे चोरों चाटुकारों की भाषा फली हो वो कोई गुण क्यों सीखे किसी से !केजरीवाल जी की भाषा में भ्रष्टाचार है शालीन शब्दों की कंगाली है !जो सभ्य समाज के लिए खतरनाक है ।see more... http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/2015/03/blog-post_61.html
  •  केजरीवाल जी !आपको मुख्यमंत्री का पद क्या मिल गया  है आप तो पागल हो उठे हैं !
    केजरीवाल जी ! आप समस्याओं का समाधान नहीं बन सके आप तो स्वयं सबसे बड़ी समस्या बनते जा रहे हैं दिल्ली वालों के लिए ?आप में किसी की बात बर्दाश्त करने की क्षमता ही नहीं है आप तो अचानक पागल हो उठते हैं और बोलने लगते हैं अपशब्द !ऐसी हरकतों में पहले भी पकड़े जा चुके हैं आप फिर भी नहीं सुधरे !आपकी शाख आपकी विनम्रता से बनी थी जो खोते जा रहे हैं आप !जनता की नज़रों से गिरते जा रहे हैं आप ! आप किसी को गलियां दे रहे थे उसका तो वीडियो भी बना था !कितनी गंध बक रहे थे आप !see more...http://snvajpayee.blogspot.in/2014/03/blog-post_6.html
  •  केजरीवाल जी !असहिष्णुता बढ़ाने में आप जैसों का बड़ा योगदान है !
   जब तक आप राजनीति में नहीं आए थे तब तक कहाँ थी इतनी असहिष्णुता !मोदी जी तो बहुत पहले से राजनीति में हैं असहिष्णुता यदि उनके कारण होती तो बहुत पहले से होनई चाहिए थी आपतो किसी को कुछ भी बकने लगते हैं केजरीवाल जी !मैं तो कहूँगा कि बढ़ती असहिष्णुता के कारण एक मात्र आप जैसे लोग ही हैं मोदी जी की बाॅटों में तो कभी असहिष्णुता झलकी नहीं !प्रधानमंत्री जी पर आपके हमले वास्तव में निंदनीय हैं !see more... http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/2015/03/blog-post_61.html
  • केजरीवाल जी !आपकी तरह दिल्ली की पूर्वमुख्यमंत्री शीलादीक्षित जी ने दिल्लीवालों की कभी नाक नहीं कटवाई !
    शीलादीक्षित जी ने मुख्यमंत्री रहते हुए भी कभी किसी का अपमान नहीं किया उनमें बातचीत करने की सराहनीय सभ्यता है वो किसी के उनके विरुद्ध आए उत्तेजित बयान  का उत्तर भी बड़ी शालीनता से देती थीं !एक बार किसी ने उनके विरुद्ध आरोपों की झड़ी लगा दी जब शीला जी की बारी जवाब देने की आई तो उन्होंने हंस कर कहा कि ये वे आरोप हैं जिनके प्रमाण नहीं दिए जा सकते !यह सुनते ही सब लोग हंसने लगे !see more... http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/2015/03/blog-post_61.html  
  • इस लेख को आप जरूर पढ़ें और समझें "आम आदमी पार्टी" बनने की संभावित सच्चाई !
     यही वो लेख है जिसके प्रकाशित होने के 26 दिन बाद घोषित की गई थी आम आदमी पार्टी। आप इस लेख को जरूर पढ़ें और इससे मिलाएँ आम आदमी पार्टी के लोगों का आचरण ! क्या आपको नहीं लगता है कि मेरी स्क्रिप्ट के आधार पर ही लिया गया है आम आदमी पार्टी बनाने का आइडिया और"आम आदमी पार्टी"नाम रखने का आइडिया भी वहीँ से लिया गया है जिसमें मेरी सहमति न लेना क्या अनैतिक नहीं है यदि हाँ तो ऐसे लोगों को ईमानदार कैसे कहा जा सकता है ?
     मेरी उसी  स्क्रिप्ट(लेख) के आधार पर  अभिनयात्मक रूप से आज सारा आचरण करते दिख रहे हैं अरविन्द केजरी वाल!अन्यथाsee more...http://snvajpayee.blogspot.in/2014/03/blog-post_6.html



 "CBI अफसर ने मुझे बताया, मिला है विपक्ष को 'खत्म' करने का आदेश: केजरीवाल"
किंतु केजरीवाल जी !आप ऐसा क्यों सोचते हैं कि झूठ केवल आप ही बोल  सकते हैं बाकी सब बुद्धू हैं !बेनामी झूठ बोलना हो तो केजरीवाल से बहुत अच्छा अच्छा बोलने वाले लोग भी देश में हैं !प्रतिभाओं की कमी थोड़े ही है !केजरीवाल जी आप भी सीखिए इनसे कुछ -  आज सुबह पार्क में बैठे कुछ लोग भी ऐसी ही जुगत भिड़ा रहे थे ! बेनामी झूठ बोलने के क्रम में आज एक पार्क में  लोग आपस में बातें कर रहे थे कि केजरीवाल ने भाजपा के विरोधी दलों से सुपाड़ी ले रखी है  भाजपा और मोदी सरकार को बदनाम करने की !एक आदमी कह रहे थे कि केजरीवाल केवल मोहरा बने हैं !बाकी उनके पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें काम कर रही हैं !एक व्यक्ति तो यहाँ तक कह रहे थे कि केजरीवाल इस्लामिक देशों से चंदा ही इसी शर्त पर लाते हैं कि भाजपा और मोदी सरकार को बदनाम करते रहेंगे आदि आदि !see more... http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/2015/03/blog-post_61.html 

 

आजम साहब !आपकी पार्टी आपको CM लायक तो समझती नहीं है और आप PM .... !काहे नेता जी के सपने चकनाचूर करने पर लगे हो !

   "जब मोदी देश के PM बन सकते हैं तो मैं क्यों नहीं: आजम खान"   

  आजम खान साहब ! आपकी पार्टी आपको इस लायक समझती है क्या ?यदि आप इसी लायक होते तो आपकी पार्टी  आपको मुख्यमंत्री न बना देती !बेचारे नेता जी को अपने बेटे के नाजुक कंधों पर रखना पड़ा भारी भरकम मुख्यमंत्री जैसा बड़ा दायित्व !यदि लायक लोग होते तो उन्हें क्यों लेना पड़ता ये कठोर निर्णय ! वैसे भी आपकी पार्टी तो अल्प संख्यकों को बराबरी का दर्जा देने की बात करती है तो आपने इतने बार नेता जी को मुख्यमंत्री बनवाया एक बार वो आपको भी बनवा देते !चलो वो नहीं हुआ तो न सही अबकी ही आधा आधा कर लें !आधे समय ही आपको बना दें मुख्यमंत्री !

   आप कहते हैं कि नेता जी हमको बहुत मानते हैं यदि ऐसा है तो एक बार उन्हीं से पूछिए कि इंसानों जैसा शरीर हमारा भी है आखिर मुझमें आपको ऐसी कमी क्या लगती है कि आपने मुझे मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी बनाना भी उचित नहीं समझा जबकि मोदी जी की पार्टी ने उन्हें सालों तक मुख्यमंत्री तो बनाए ही रखा और ऊपर से प्रधान मंत्री पद का प्रत्याशी बना दिया !

   आजम साहब !मुझे भरोसा है कि नेता जी से आप इस बात का जवाब नहीं ले सकते वे देंगे ही नहीं क्योंकि उन्हें आगे भी तो आपको दिखा दिखा कर अल्प संख्यकों के वोट माँगने हैं वो बहुत समझदार और गम्भीर व्यक्ति हैं किंतु उनके चुप रहने में भी आपको अपना वजन पता लग जाएगा और उत्तर मिल जाएगा कि मोदी जी प्रधान मंत्री बन सकते तो आप क्यों नहीं !


Tuesday, 15 December 2015

केजरीवाल जी !आपके केवल शब्द ही नहीं खराब हैं अपितु कर्म भी हैं !

आपने नेताओं को बेईमान भ्रष्टाचारी घोटाले बाज आदि कहने के अलावा और किया क्या है ?केजरीवाल जी आप दुर्गुण हमेंशा दूसरों में ही देखते हैं तो अपने दुर्गुण कैसे दिखाई पड़ें !कभी कभी अपने दुर्गुण भी देखा कीजिए !
   केजरीवाल जी !राजनैतिक सादगी और शिष्टाचार के सफल व्यापारी हैं आप ! जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा जिससे जनता का विकास करना था वो कुछ विज्ञापन के नाम पर कुछ सैलरी के नाम पर खाए जा रही है दिल्ली सरकार !नेता अपना अपना पेट भरने इन लगे हुए हैं !केजरीवाल जी !जनता को क्या मिला आपकी सरकार से !
       दिल्ली वालों ने तुम्हें नेता समझा था तुम तो सरकार बनते ही लूटने लगे !विज्ञापनों के लिए पास किया गया 524 करोड़ जनता के किस काम आया  !विधायकों की सैलरी बढ़ाते समय पूछा जनता से आपने !जितना मन आया उतनी बढ़ा ली आपने अपनी सैलरी !जनता के जीवन को सरल बनाने की कसमें खाने वाले आप लोग जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा भी जनता के हितों में नहीं खर्च कर सके !जितनी सैलरी  देश के किसी भी प्रदेश में विधायकों को नहीं मिलती है !जितनी सैलरी देश के प्रधानमंत्री की नहीं है जितनी सैलरी राष्ट्रपति की नहीं है उतनी ले रहे हैं आप लोग !क्या यही हैं अन्ना जी की सादगी के संस्कार ! वारी दिल्ली सरकार !आप लोग तो सेवा करने आए थे किंतु बन गए साहूकार !
हे अन्ना जी ! आपकी ईमानदारी सादगी एवं राजनैतिक शुचिता जैसी बातें अब दिनोंदिन अविश्वसनीय लगने लगी हैं !जिनकी अँगुली पकड़कर आपने समाज से परिचय करवाया था वो तो पद प्रतिष्ठा और पैसा देखते ही दिनों दिन पागल होते जा रहे हैं !अब दशकों तक भ्रष्टाचार को भगाने  वाले आंदोलनों श्लोगनों पर  भरोसा नहीं कर पाएगा देश !
    अन्ना जी ! दिल्ली सरकार ने विधायकों की सैलरी बढ़ाई आप इसके समर्थन में हैं या विरोध में या फिर   मौनं स्वीकार लक्षणं ! अन्ना जी !देश सबकुछ समझ चुका है ! 
    लगभग एक लाख रुपए महीने में इनका गुजारा नहीं हो पा रहा था इसलिए लगभग दो लाख की गई है इन बेचारों की सैलरी !किंतु ये जब विधायक भी नहीं थे तब किस विधायक की थी कितनी मासिक आमदनी और तब कैसे चल रहे थे इनके गुजारे !तब क्या थे इनके अर्थोपार्जन के स्रोत !क्या उन स्रोतों से उतनी आमदनी होती थी जितनी सैलरी अब की गई है और यदि नहीं तो तब गुजारा चलाने के लिए जिन साधनों का सहारा  ये लोग लेते थे अपना खर्चा चलाने के लिए वो सब क्या कानून सम्मत थे यदि हाँ तो ठीक और यदि नहीं तो इस भ्रष्टाचार को सार्वजनिक किया जाए !और यदि विधायक बनने से पहले दो लाख रूपए की मासिक आमदनी इनकी नहीं थी तो आज दो लाख की आवश्यकता क्यों ?जनता की संपत्ति है तो इसका मतलब क्या कि अपना अपना घर भरने आए हैं ये लोग !यदि ऐसा है तो जनता का खजाना इन्हें लूटने क्यों दे रहें हैं अन्ना जी ! 
  •   आम आदमी पार्टी के एक नेता सैलरी बढ़ाने के समर्थन में जो तर्क दे रहे हैं " सैलरी बढ़ाकर दो लाख कर देने से घर का गुजारा आराम से चलेगा तो ये लोग खुलकर काम कर पाएँगे अन्यथा ये लोग भी अन्य पार्टियों के पूर्व विधायकों की तरह से भ्रष्टाचार कर के  कमाते !तब चलाते अपने घर का गुजारा !"हे अन्ना जी ! क्या आप इन दलीलों से सहमत हैं ? 
  • ऐसे नेताओं के बयानों से दो बातें साफ साफ निकलकर सामने आई हैं कि ईमानदार विधायकों का गुजारा इससे कम सैलरी में नहीं हो सकता !मैंने सुना है कि देश के सभी विधायकों यहाँ तक कि सांसदों की सैलरी से भी अधिक है इनके विधायकों की सैलरी !इसका मतलब क्या ये है कि इन्होंने पहली बार ईमानदारी की पहल की है बाक़ी सभी लोग भ्रष्टाचार से ही चला रहे हैं अपने अपने खर्चे !और देश के सारे सांसद विधायक भ्रष्टाचारी हैं । क्या अन्ना जी आप इस तर्क से सहमत हैं ? 
  •    बिशेष बात ये है कि इन्होंने कहा इससे कम में गुजारा नहीं चलता है उसके लिए भ्रष्टाचार का सहारा लेते हैं लोग !इस पर अन्ना जी ! मैं पूछना चाहता हूँ कि यदि विधायकों का दो लाख से कम में गुजारा नहीं चलता और चलाने के लिए भ्रष्टाचार का सहारा लेना होता है तो वो आम नागरिक क्या करें जिनकी दो लाख रूपए महीने की आमदनी नहीं है क्या ऐसे लोगों को  भी अपना गुजारा चलाने के लिए गैर कानूनी कार्यों का सहारा लेना चाहिए अन्ना जी ! 
  •   विधायक कोई सोने की रोटियाँ तो खाते नहीं हैं और न ही आम आदमी मिट्टी खाता है । जो बाजार विधायक के लिए है वही आम आदमी के लिए भी है फिर विधायकों को गुजारे के लिए यदि दो लाख चाहिए तो आम आदमी के लिए कम से कम डेढ़ लाख रूपए तो चाहिए ही ! इसलिए अब आम आदमी के गुजारे लायक उस डेढ़ लाख रूपए महीने का इंतजाम भी तो करे दिल्ली सरकार !उसके पहले बढ़ी सैलरी रोकी जाएँ !हे अन्ना जी !क्या आप सहमत हैं मेरे मत से या नहीं ! 
  • बात बात में सर्वे कराने की शौकीन दिल्ली सरकार ने सैलरी बढ़ाने के लिए जनता की रे क्यों नहीं ली ! 
  •  यदि गुजारा दो लाख रूपए से कम में नहीं होता है इसलिए कम सैलरी वाले सांसद विधायक भ्रष्टाचार  करके अपना गुजारा चलाते हैं यदि इस बात को सच मान भी लिया जाए तो भ्रष्टाचार न करके घोषित रूप से उतना ही धन सैलरी रूप में ले लेने को उचित कैसे मान लिया जाए !क्या पूर्व सूचना देकर  हत्या करने वाले अपराधी को दोषी नहीं माना जाना चाहिए !इसका मतलब तो यही हुआ ! 
  • यदि आम आदमी पार्टी को भी वही करना था जो सब कर रहे थे तो सादगी और त्याग वैराग्य का आडम्बर किया ही क्यों गया ! देश के नेताओं को बेईमान कहने की अनुमति इन्हें किसने दी थी वो भी इतने दिन सरकार चलते हो गया कौन पूर्वमंत्री कितने के भ्रष्टाचार में पकड़ा गया अभी तक और नहीं तो आरोप लगाए क्यों गए थे ? 
  •   अन्ना जी !जिस सादगी और सेवा भावना की अपेक्षा आप अन्य पार्टी के नेताओं से कर रहे थे वो आम आदमी पार्टी के नेताओं से आप क्यों नहीं करते हैं ?आप इनके बिलासी जीवन को गलत मानते हैं या नहीं ? और यदि गलत मानते हैं तो इन्हें रोकते क्यों नहीं हैं या इन्हें रोकते भी हैं किन्तु ये मानते नहीं हैं ! 
  •  हे अन्ना जी !यदि ये मानते नहीं हैं यही सच है तो आप मौन  क्यों हैं इनके विरुद्ध क्यों नहीं बैठते हैं धरने पर रामलीला मैदान में ?और यदि आप इनकी बिलासिता का विरोध नहीं करते हैं तो आप इनके समर्थन में  लीपापोती कितनी भी करें किंतु ये छींटे पड़ेंगे आप पर भी जिसका जवाब आपको भी देना पड़ेगा !जनता मजबूर कर देगी आपको !


Aap CBI


राहुल गाँधी जी ! आपको काँग्रेस की असम सरकार पर आपको भरोसा नहीं था क्या ?
हे काँग्रेस के  डरपोक गाँधी जी! मंदिर के विषय की जो बात आपने असम से आकर दिल्ली में कही वो असम में भी तो कह सकते थे !वैसे भी जब आप RSS  की महिलाओं से डर कर मंदिर से बिना दर्शन किए ही भाग आए थे तो आपके पास दिल्ली आते ही  इतनी ताकत कहाँ से आ गई कि आप झुग्गी वालों की  हिम्मत बँधाने लगे !
"आपने झुग्गीवालों की हिम्मत बँधाते हुए कहा -"झुग्गी जहाँ तोड़ी जा रही है वहाँ आप मुझे पाओगे। मैं नहीं तोड़ने दूंगा, मैं आपकी मदद करुंगा, संसद में उठाऊँगा। आप घबराओ मत- राहुलगाँधी  "  


आम आदमी पार्टी के ये बदनाम लोग !मोदी जी का नाम ले लेकर पा लेना चाहते हैं PM पद !
      इस रोजगारभ्रष्ट सैलरी लुटेरा गिरोह के सदस्यों को एक गलत फहमी है कि पूर्व CM शीला दीक्षित जी की निंदा करते करते यदि हम CM बन सकते हैं तो PM मोदी क़ी निंदा कर कर के हम PM क्यों नहीं बन सकते ! ये ऐसे काल्पनिक PM पद के लोभी लोग बात बात में मोदी जी की निंदा किया करते हैं !see more.... http://sahjchintan.blogspot.in/2015/12/blog-post_39.html
  
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल्पित कायरता को कोसते केजरीबवाल  का पागलपन  !
    बात  बात में प्रधानमंत्री जी को कटघरे में खड़ा कर देने से देश का गौरव बढ़ जाएगा क्या !ये बिना पेंदी के लोटे कब किधर घूम जाएं पता नहीं लगता !इन्हीं आपियों ने पहले भी अपने पूर्व कानून मंत्री का बचाव करते करते मोदी जी के विरोध में बड़े बयान दिए गए !तब भी ये आपिए कितना चीखते चिल्लाते रहे अंत में स्वीकार कर लिया कि दिल्ली पुलिस ही सच है ! मोदी जी ही सच हैं ! इन शिखंडियों ने भ्रष्टाचार के समर्थन में जिस प्रकार से  मोदी जी को आज बुरा भला कहा है  वो न केवल निंदनीय है अपितु देश के संघीय ढाँचे को ध्वस्त करने  वाला है केजरीबवाल का बयान !see more... http://sahjchintan.blogspot.in/2015/12/blog-post_54.html  




Monday, 14 December 2015

झुग्गियों का बहुत बड़ा ऋण है नेताओं पर !झुग्गियों ने बड़े बड़े नेता तैयार किए किंतु नेता अभी भी दगा दे रहे हैं झुग्गियों को !

  ये सुंदरनगरी की झुग्गी बस्ती ही थी जिसने केजरीवाल जी को मुख्यमंत्री बना दिया किंतु वही केजरीवाल जी नहीं आए झुग्गियों के काम ! और गिरा दी गईं बेचारी झुग्गियाँ !ये झुग्गियों वाले नेता हों या नेताओं वाली झुग्गियाँ ?नेताओं के लिए अतिप्रिय  होती हैं झुग्गियाँ !ये नेताओं के बड़े काम आती हैं - गर्मी में एक बार जला दी जाती हैं झुग्गियाँ !बरसात में एक बार बहा दी जाती हैं झुग्गियाँ ! शर्दियों में एक बार गिरा दी जाती हैं झुग्गियाँ ! झुग्गियों का नाम रटते रटते अच्छे खासे लोग नेता बन जाते हैं विधायक सांसद मंत्री जैसे बड़े बड़े पदों पर पहुँच चुके हैं झुग्गियों वाले नेता !
     केजरीवाल जी ने विज्ञापन के लिए पास किए पाँच सौ चौबीस करोड़ और विधायकों की सैलरी बढ़ाई अलग से और झुग्गियों के हिस्से आया उनका वही पुराना  रोना धोना वही रूखी सूखी हमदर्दी !बारी नेता गिरी बारे नेता ! 
     पूर्वीदिल्ली की झुग्गी बस्ती सुंदर नगरी के प्रोडक्ट हैं दिल्ली के वर्तमान मुख्यमंत्री केजरीवाल जी !क्या अनशन करने लिए उन्हें कोई और जगह नहीं मिली थी किंतु झुग्गियों में जो सहानुभूति मिली वो और कहीं नहीं मिलती !  
    गरीबों की क्या मकान तोड़ दिए जाते हैं किसी को पता ही नहीं लगता !गरीबों की बात कहता ही कौन है ?
  कुछ प्रभावशाली नेता लोग गाँवों से आए हुए रोजगार पीड़ित गरीबों को कम मजदूरी देकर अपने यहाँ काम पर रख  लेते हैं उनके रहने के लिए खाली जगहों पर झुग्गियाँ डलवा देते हैं और छोटे छोटे बच्चों से लेकर महिलाएँ पुरुष आदि सारा परिवार नेता जी के घर से फैक्ट्रियों तक के लिए सभी काम सँभालते रहते हैं नेता  उन्हें केवल इतने पैसे देते हैं कि वो न मोटे हों और न मरें बस उनके का लायक ज़िंदा बने रहें वो यही करते भी हैं ! उनकी मजदूरी भी नेता जी अपने घर से नहीं देते उन्हीं झुग्गियों से निकालते हैं उनकी मजदूरी !गरमी में एक बार जला दी जाती हैं झुग्गियाँ बरसात में एक बार बहा दी जाती हैं झुग्गियाँ और शर्दियों में एक बार गिरा दी जाती हैं झुग्गियाँ !   और फिर बेचारे उन्हीं झुग्गीवालों को आगे करके सरकारों से लिया जाता है अच्छा खासा मुआबजा !
    झुग्गियाँ बहा दी जाएँ जला दी जाएँ या गिरा दी जाएँ तीनों ही परिस्थितियों में फायदा झुग्गियों के मालिक नेताओं का ही होता है !ये लोग तुरंत मीडिया को बुलाते हैं और झुग्गियों के रोते बिलखते बच्चे आगे खड़े करके फिर इतनी उछाल कूद करते हैं बड़ी बड़ी बीर रस की बातें कर कर के झुग्गी वालों की लड़ाई लड़ने की बड़ी बड़ी बातें करते हैं और फिर मुआवजे के नाम पर जो धन दिलवाते हैं उसमें अँगूठा किसी का लगे मिले किसी को किंतु पहुँचता नेताओं के  है !कुल  मिलाकर जिस नेता की जितनी अधिक झुग्गियाँ उसकी उतनी अधिक आमदनी उसके पास उतनी अधिक लेबर साथ ही उसके उतने अधिक वोट !
       झुग्गी में रहने वाले लोग भी हट्टे कट्टे स्वस्थ होते हैं मेहनत करते हैं और नहीं करते हैं तो कर सकते हैं उससे अच्छी खासी कमाई होती होगी या हो सकती होगी आखिर  घर भर परिश्रमी होते हैं इतना सब होने के बाद भी वो झुग्गियाँ बनाकर रहते क्यों हैं इतनी कमाई तो होती ही है न अपना तो किराए के मकान में तो अच्छे ढंग से रह ही सकते हैं और यदि वो इतना भी नहीं कर सकते तो क्या केवल पेट भरने के लिए पड़े होते हैं महानगरों में और यदि ऐसा भी हो तो पेट तो कहीं भी भरा जा सकता है उसके लिए दिल्ली जैसे महानगरों की ही जरूरत क्यों है गाँव इतने बुरे होते हैं क्या ?किंतु इन झुग्गीवालों के सहयोग से विधायक सांसद मंत्री मुख्यमंत्री और भी बहुत कुछ बनने वाले नेताओं को बहुत प्यारी होती हैं ये झुग्गियाँ !इसलिए झुग्गीवालों को अपने आगे पीछे चलाने के लिए फँसा कर रखते हैं ये नेता लोग !
        झुग्गियों में बीस बीस तीस तीस वर्ष से इन्हें रखा जा रहा हैं हे नेताओ !यदि इन झुग्गी वालों से थोड़ी भी हमदर्दी थी तो अभी तक दिल्ली और केंद्र में काँग्रेस की सरकारें थीं तब इन झुग्गियों की जगह आवासों की व्यवस्था क्यों नहीं करवाई आपने ?
       इसी प्रकार से अब केजरीवाल जी जब से सरकार में आए तब से जनता गाढ़ी कमाई के 524 करोड़ रूपए विज्ञापन के नाम पर खा गए !इसके बाद सभी विधायकों की सैलरी बढ़ा ली बस अपना और अपनों का ही पेट भररने में लगें हैं केजरीवाल जब उनका और उनके विधायकों का पेट भरे तब शायद आवे झुग्गी वालों का भी नंबर !
 

राहुल जी हों या शैलजा जी ! राजनीति करने के लिए मंदिरों को बदनाम न किया जाए !!

       राहुल जी ! हर बात का रोना धोना संसद में ही क्यों ?

    शैलजा जी हों या राहुल जी इन्हें जब जहाँ जो बुरा लगा उसका विरोध वहीँ उसी समय क्यों नहीं किया डरते थे क्या ?ऐसे तो मंदिरों की व्यवस्था को काँग्रेस बदनाम करती जा रही है !

    इसलिए राहुल जी !मंदिरों में दर्शन करने जाओ या न जाओ वो आपकी आस्था किन्तु मंदिरों  को बदनाम मत करो !जो  अभी कुछ दिन पहले शैलजा जी ने किया था वही अब राहुल जी ने शुरू किया है !आप लोग मंदिरों में जाते ही विवाद करने के लिए हो !राहुल जी ! जब से मोदी सरकार बनी तब से आपलोग घर से निकलते ही ऐसा विवाद खोजने के लिए हो जिससे संसद की कार्यवाही रोकी जा सके !राजनीति करने का ये ढंग ठीक नहीं है !जनता की गाढ़ी कमाई से चलने वाली संसद के बहुमूल्य समय का सदुपयोग अधिक से अधिक जनहित  में होना चाहिए !



 

Sunday, 13 December 2015

sarkar


: ये हैं मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्री
1. राजनाथ सिंह (BJP UP-Lucknow)
गृह मंत्रालय
+911123353881
2. सुषमा स्वराज (BJP MP-Vidisha)
विदेश मंत्रालय, विदेश मामले मंत्रालय
+919868181930
3. अरुण जेटली (BJP)
वित्त मंत्रालय, कॉर्पोरेट मामले, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय

4. एम वेंकैया नायडू (BJP KRNTK)
शहरी विकास मंत्रालय, आवास तथा शहरी गरीबी उन्‍मूलन, संसदीय मामले
+919868181988
5. नितिन गडकरी (BJP MH-Nagpur)
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, शिपिंग मंत्रालय
+917122727145
6. मनोहर पर्रिकर (BJP Goa)
रक्षा मंत्रालय 
+919822131213
7. सुरेश प्रभु (BJP MH)
रेल मंत्रालय
+919821589555
8. डीवी सदानंद गौड़ा (BJP KRNTK-Udupi Chikmanglur)
कानून एवं न्‍याय मंत्रालय
+919448123249
9. उमा भारती (BJP UP-Jhansi)
जलसंसाधन मंत्रालय, नदी विकास तथा गंगा पुनरुद्धार
+919953813664
10. डॉ. नजमा ए हेपतुल्ला (BJP MP)
अल्पसंख्यक मंत्रालय
+919868181974
11. रामविलास पासवान (LJP BHR-Hajipur)
उपभोक्‍ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय
+911123017681
12. कलराज मिश्रा (BJP UP-Deoria)
लघु उद्योग मंत्रालय (सूक्ष्‍म, लघु तथा मझोले उद्योग)
+919818700040
13. मेनका संजय गांधी (BJP UP-Pilibhit)
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
+919013180192
14. अनंत कुमार (BJP KRNTK-Bangluru)
उर्वरक एवं रसायन मंत्रालय
+919868180337
15. रविशंकर प्रसाद (BJP BHR)
संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी
+919868181730
16. जगत प्रकाश नड्डा (BJP Himachal)
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय
+918800633377
17. अशोक गजपति राजू पशुपति (TDP AP-Vizianagaram)
नागरिक उड्डयन मंत्रालय
+919440822599
18. अनंत गीते (SS MH-Raigarh)
भारी उद्योग तथा सार्वजनिक उद्यमिता मंत्रालय
+919868180319
19. हरसिमरत कौर बादल (SAD PNB-Bathinda)
खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग
+919013180440
20. नरेंद्र सिंह तोमर (BJP MP-Gwalior)
खनन एवं इस्पात मंत्रालय
+919013180134
+919425110500
21. चौधरी बीरेंदर सिंह (BJP HR)
ग्रामीण विकास, पंचायती राज, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय
+919013181818
22. जुएल उरांव (BJP Odissa-Subdrrgarh)
जनजातीय मामले
+919868180206
23. राधा मोहन सिंह (BJP BHR-Poorvi Champaran)
कृषि मंत्रालय
+919013180251
+919431233001
+919431815551
24. थावरचंद गहलोत (BJP MP) सामाजिक न्‍याय तथा अधिकारिता मंत्रालय
+919711949789
+919425091516
+919868180049
25. स्मृति ईरानी (BJP)
मानव संसाधन विकास मंत्रालय
+919820075198
26. डॉ. हर्षवर्धन (BJP Delhi-Chandi chawk)
विज्ञान एवं तकनीकी, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय
+919810115311
मोदी सरकार के केंद्रीय राज्य मंत्री
27. जनरल वीके सिंह (BJP UP-Ghaziabad)
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन (स्‍वतंत्र प्रभार), विदेशी मामले, प्रवासी मामले
28. राव इंद्रजीत सिंह (BJP HR-Gurgaon)
आयोजना (स्‍वतंत्र प्रभार), रक्षा
+919013180525
29. संतोष कुमार गंगवार (BJP UP-Baraiky)
कपड़ा (स्‍वतंत्र प्रभार)
30. बंडारू दत्तात्रेय (BJP Telangana-Secundarabad)
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार)
+919440585999
31. राजीव प्रताप रूडी (BJP BHR-Saran)
कौशल विकास, उद्यमिता (स्वतंत्र प्रभार), संसदीय मामले
+919811119257
32. श्रीपद येस्‍सो नाइक (BJP Goa North)
आयुष (स्वतंत्र प्रभार), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण
+919822122440
+919868180630
33. धर्मेंद्र प्रधान (BJP)
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस (स्वतंत्र प्रभार)
34. सर्बानंदा सोनवाल (BJP Assam-Lakhimpur)
युवा मामले और खेल (स्‍वतंत्र प्रभार)
+919435531147
35. प्रकाश जावड़ेकर (BJP MH)
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन (स्वतंत्र प्रभार)
+919899331117
36. पीयूष गोयल (BJP MH)
ऊर्जा (स्वतंत्र प्रभार), कोयला (स्वतंत्र प्रभार), नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा (स्‍वतंत्र प्रभार)
37. डॉ. जितेंद्र सिंह (BJP J&K-Udhampur)
पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास (स्‍वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग
+919419192900
38. निर्मला सीतारमण(BJP AP)
वाणिज्‍य एवं उद्योग (स्‍वतंत्र प्रभार)
+919910020595
39. डॉ. महेश शर्मा (BJP UP-Gautambudhnagar, Noida)
संस्कृति (स्वतंत्र प्रभार), पर्यटन (स्वतंत्र प्रभार), नागरिक उड्डयन
+919873444255
40. मुख्तार अब्बास नकवी (BJP-UP)
अल्पसंख्य मामले, संसदीय मामले
+919899331115
41. राम कृपाल यादव (BJP BHR-Patliputra)
पेयजल एवं स्वच्छता
+919431800966
42. हरिभाई पार्थीभाई चौधरी(BJP GJ-Banaskantha)
गृह मामले
+919426502727
43. सांवर लाल जाट (BJP RJ-Ajmer)
जल संसाधन, नदी विकास तथा गंगा पुनरुद्धार
44. मोहनभाई कल्याणजीभाई कुंडारिया (BJP GJ-Rajkot)
कृषि
+919825005386
45. गिरिराज सिंह (BJP BHR-Nawada)
सूक्ष्‍म, लघु तथा मझोले उद्योग
+919431018799
46. हंसराज गंगाराम अहीर (BJP MH-Chandrapur)
रसायन एवं उर्वरक
+919868180489
47. जीएम सिद्धेश्वर (BJP KRNTK-Devanagere)
भारी उद्योग तथा सार्वजनिक उद्यमिता
+919868180264
48. मनोज सिन्हा (BJP UP-Ghazipur)
रेल
+919415209958
+918826611111
49. निहालचंद (BJP RJ-Ganganagar)
पंचायती राज
+919414090050
50. उपेंद्र कुश्वाहा (RLSP BHR-Karakat)
मानव संसाधन विकास
+919431026399
51. राधाकृष्णन पी- सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, शिपिंग
52. किरण रिजिजू (BJP Arunachal West)
गृह मामले
+919436460000
53. कृष्णन पाल- सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता
54. डॉ. संजीव कुमार बाल्यान (BJP UP-Muzaffarnagar)
कृषि
+919219583103
55. मनसुखभाई धानजीभाई वसावा (BJP GJ-Bharuch)
जनजातीय मामले
+919868180050
56. रावसाहेब दादाराव दानवे(BJP MH-Jalna)
उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण
+919868180280
57. विष्णु देव साई (BJP CHH Raigarh)
खनन एवं इस्पात
+919425251933

58. सुदर्शन भगत (BJP JHR- Lohardaga)
ग्रामीण विकास
+919013180273
59. प्रो. राम शंकर कठेरिया (BJP UP Agra)
मानव संसाधन विकास
+919412750008
+919013180116
60. वाईएस चौधरी- विज्ञान एवं तकनीकी, पृथ्वी विज्ञान
61. जयंत सिन्हा (BJP JHR-Hazaribagh)
वित्त
+919811716444
62. कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर(BJP RJ-Jaipur Rular) सूचना एवं प्रसारण
+919460996611
63. बाबुल सुप्रियो (BJP WB -Asansol)
शहरी विकास, आवास एवं शहरी गरीबी उन्मूलन
+919821333300
+919920033330
64. साध्वी निरंजन ज्योति (BJP UP-Fatehpur)
खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग
+919415532346
65. विजय सांपला (BJP PNB-Hoshiyarpur)
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता
+919876099143
: सरकारने विभिन्न ऑनलाईन सेवा शुरु की है 🔘
जिसे आप 
http://www.india.gov.in/howdo
पेज पर जाकर अपने जरूरत की केटेगरी में
चुन सकते हैं,
🔘 उदाहरन के लिए कुछ इस प्रकार हैं🔘
* प्राप्त करे:
1. जन्म प्रमाण
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=1
2. जाति प्रमाण
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=4
3. टोली प्रमाणपत्र
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
4. अधिवास प्रमाणपत्र
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=5
5. वाहन चालक प्रमाणपत्र
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=6
6. विवाह प्रमाणपत्र
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=3
7. मृत्यू प्रमाणपत्र
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=2
अर्ज करें :
1. पॅन कार्ड
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
5. मतदाता सूची में नामंकन
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=10
रजिस्ट्रेशन:
1. जमीन / मालमत्ता
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=9
3. राज्य रोजगार एक्सचेंज
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=12
चेक / ट्रॅक:
1. केंद्र सरकार गृहनिर्माण प्रतीक्षा सूची स्थिती
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
2. चोरी गये वाहन की स्थिती
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
3. भूमि अभिलेख
http://www.india.gov.in/landrecords/index.php
4. भारतीय न्यायालय
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
5. न्यायालयों के आदेश (JUDIS)
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
6. दैनिक कोर्ट ऑर्डर / प्रकरण स्थिती
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
7. भारतीय संसद नियम
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
8. परिक्षा परिणाम
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
9. स्पीडपोस्ट स्थिती
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
10. ऑनलाइन खेती बाजार भाव
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
पुस्तक / चित्र / लॉज:
1. ऑनलाईन रेल्वे टिकट
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
4. केंद्रीय दक्षता आयोग शिकायत (CVC हा)
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
योगदान:
1. प्रधानमंत्री सहयोग निधी
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
एनी:
1. इलेक्ट्रॉनिक पत्र
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php…
ग्लोबल नेव्हिगेशन
1. नागरिक
http://www.india.gov.in/citizen.php
2. व्यवसाय)
http://business.gov.in/
3. ओव्हरसीज
http://www.india.gov.in/overseas.php
5. भारत को जानें
http://www.india.gov.in/knowindia.php
6. क्षेत्र
http://www.india.gov.in/sector.php
8. दस्तऐवज
http://www.india.gov.in/documents.php
MSG सुरक्षित भी रखें ...
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