"चर्चा के लिए दलित युवक ने गढ़ी थी उच्च जाति के युवकों के हमले की कहानी" -नवभारत
बंधुओ ! दलितलोगों ने धंधा बना रखा है एक दूसरे को सताकर समाज की सिंपैथी बटोर लेना और सवर्णों को बदनाम करना इसके बाद आरक्षण और सुविधाएँ माँगने लिए कटोरा लेकर खड़े हो जाना अनंत काल से यही होता चला आ रहा है!बुरे कामों के अच्छे परिणाम कभी हो नहीं सकते उसी दुर्दशा को भोगता चला आ रहा है समाज !वैसे भी दलितों के शोषण से संबंधित प्रायः कोई भी जाँच करवा ली जाए उसकी जड़ में कोई दलित ही निकलेगा !
वस्तुतः सवर्ण जातियों के लोग कभी इतने गंदे काम कभी कर ही नहीं सकते सैकड़ों में में सवर्ण कोई सम्मिलित मिले भी तो उसे भी कठोर सजा दी जाएवैसे तो गंदे कामों में सवर्णों की संलिप्पतता बिल्कुल न के बराबर ही होगी अन्यथा वो सवर्ण हो ही नहीं सकते थे ?फिर तो वो भी वही हो जाते जो ऐसे काम करते तो खुद हैं और बदनाम ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्यों को करते हैं !बलात्कारी अपराधी जितने बाबा पकड़े गए उनमें ब्राह्मण कितने हैं न के बराबर !भगवान् ने सवर्णों को बड़ी कठिन परीक्षा लेकर गढ़ा है वो जल्दी नहीं डिगते ब्राह्मणों को तो हमेंशा अग्नि परीक्षा से ही गुजरना पड़ा है अब आप स्वयं ही देख लीजिए -
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-चर्चा के लिए दलित युवक ने गढ़ी थी उच्च जाति के युवकों के हमले की कहानी see https://navbharattimes.indiatimes.com/state/gujarat/other-cities/slashed-dalit-teen-fabricated-attack-says-police/articleshow/60978884.cms
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