ऋषियों के नाम पर इतना भ्रष्टाचार !
बिस्कुट जैसी चीजें जो ऋषि कभी छूना भी पसंद नहीं करते उनके नाम पर बिस्कुट बेचते घूम रहे हैं कलियुगी योगी !
वेश्याएँ राजनीति कर सकती थीं किंतु क्यों नहीं की ?
उन्हें पता था राजनीति सब कुछ छीन लेगी जबकि वेश्यावृत्ति में शरीर दाँव पर लगाकर अपना चरित्र और धर्म बचा लेती हैं वे !
ईमानदार नेताओं के बेईमान चेहरे !
राजनैतिक लुटेरों ने मिलकर लूटा हिस्सा बाँट में चूक हो गई एक रोज पोल खोल रहा है दूसरा मुख छिपाए बैठा है !
अन्ना जी ! अपनी राजनैतिक औलादों के भ्रष्टाचार के विरुद्ध धरना दो !
ईमानदारी के कसमें खाने वाले अपने बेईमान अनुयायियों को बेनकाब करो !इन गूँगों से जवाब पूछिए भ्रष्टाचार के लग रहे आरोपों पर !
अधिकारी लोग नेताओं की बात सुनते ही नहीं हैं क्यों ?
सरकारों में सम्मिलित नेताओं को बात करने लायक ही नहीं समझते हैं अधिकारी !इसीलिए मंत्री जी मीटिंग करते हैं अधिकारी सोया करते हैं अल्पशिक्षितमंत्री शिक्षित अधिकारियों से काम लेने लायक ही नहीं होते !
अधिकारी कर्मचारी घूस लेते हैं ये बात समझ में आती है किंतु सरकार उन्हें सैलरी क्यों देती है ?
जिन अधिकारियों कर्मचारियों को सरकार सैलरी देती है वे ही काम करने के लिए जनता से घूस माँगते हैं तो सरकार उन्हें सैलरी क्यों देती है ?
अधिकारियों की ईमानदारी पर जनता भरोसा क्यों नहीं करती है ?
अधिकारी कर्मचारी जनता से यदि घूस नहीं माँगते हैं तो जनता के काम समय पर क्यों नहीं करते हैं !यदि काम करते ही होते तो सिफारिस के लिए जनता विधायकों सांसदों मंत्रियों मुख्यमंत्रियों के यहाँ धक्के क्यों खाती ?
आईएएस जैसी परीक्षाओं का स्लेबस बदले सरकार !
जो पढ़ाई पढ़कर व्यक्ति इतना लाचार हो जाता हो कि एक आफिस में असहाय बना बैठा रहता हो और अपने कार्य क्षेत्र में सभी प्रकार के अपराध अवैध कब्जे अवैध व्यापार आदि होते देखता रहता हो !उसकी संवेदनाएँ इतनी मर जाती हों कि उसके होशोहवाश में रहने पर भी उससे संबंधित फर्याद लेकर जनता को विधायकों सांसदों मंत्रियों मुख्यमंत्रियों के यहाँ धक्के खाने पड़ते हों लानत है ऐसी शिक्षा को !
योग असली या नकली ?
योग असली होता तो योग से रोग भाग जाते किंतु नकली योग कैसे रोके रोग !इसलिए दवाएँ बेंच कर भगाना चाह रहे हैं रोग !किंतु दवाएँ असली होतीं तब न फायदा करतीं इसीलिए राशन बेचकर भ्रमित किया जा रहा है समाज को !बारे कलियुगी योगी !!
मंत्रियों मुख्यमंत्रियों का व्यवहार जनता को मूर्ख बनाने वाला !
ऐसे भ्रष्ट नेता लोग जनता से अपना पन केवल दिखाने के लिए अपना ट्विटर ,फोन नंबर, पता, ईमेल,मोबाइल नंबर आदि सब कुछ बाँटते हैं और जनता के विचार आमंत्रित करते हैं कि मैसेज भेजो तो जवाब नहीं देते इतने घमंडी होते हैं हृदयहीन राजनेता लोग !
सरकार की योजनाएँ केवल सरकार तक सीमित हैं !
सरकारी नेता योजनाएँ खुद बना लेते हैं उद्घाटन कर लेते हैं ताली बजा लेते हैं मीठा खा लेते हैं PM साहब की तारीफ कर लेते हैं बस !जनता समझ नहीं पा रही है कि ये विकास हो कहाँ रहा है
कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि सरकार की योजनाओं के विषय में जनता को बताओ !
कार्यकर्ता कहते हैं पहले हमें तो बताओ योजनाएँ बनी कौन कौन सी हैं और विकास हुआ कहाँ है इस पर मंत्री जी कहते हैं ये तो मुझे भी नहीं पता है मुझे तो ऐसा कहने का ऊपर से आदेश मिला था इसलिए कह दिया ... !
महिला सुरक्षा से चिंतित नेता लोग !बेचारी महिला सुरक्षा !!
सरकारों को बनाने बचाने और दोबारा बनाने की जोड़ तोड़ में दिन रात लगे रहने वाले नेताओं के पास समय ही कहाँ है सोचने का फिर इनके भरोसे पीठ दिखाने की होड़ क्यों ?जो चीज बिकाऊ नहीं उसका भी विज्ञापन !
सरकारी शिक्षकों में योग्यता एवं ईमानदारी का आभाव !
इसलिए इन्हें हटाओ नई नियुक्तियाँ कराव अन्यथा शिक्षा के नाम पर शोर मत मचाव !तुम्हारे बस का नहीं है तुम भी मत करो कुछ !सब घपले घोटाले करके चले गए तुम भी करो और जाओ !
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