Thursday, 21 May 2015

मोदी जी और कुछ करते हों न करते हों किंतु चैन से बैठे तो नहीं हैं कुछ करते दिख तो रहे हैं !

  पहले की सरकारों में आम जनता को तो पता ही नहीं लगता था कि मालिक लोग देश के विषय में क्या फैसला ले रहे हैं !केवल सोनियाँ जी राहुल जी को बताया जाता था देश की जनता तो केवल सुनने और सहने के लिए थी अब देशवासियों को भी पता लग रहा है !
    मोदी जी कहाँ जा रहे हैं   किस काम के लिए जा रहे हैं किससे किससे मिलना है क्या क्या बात करनी है इसके बाद किस किस से मिलकर क्या बात हुई उससे क्या लाभ हानि होने की संभावना है आदि बातों का हिसाब किताब वो जनता तक पहुँचाते हैं जनता की भावनाओं से इतना जुड़ते हैं कि जनता के सुख दुःख में जनता के साथ इतना घुलमिलकर रहते हैं कि तुरंत न केवल जनभावनाओं के अनुशार एक्टिव हो जाते हैं अपितु इतनी शीघ्र प्रतिक्रिया देकर समाज को बता देते हैं देशवासियो ! तुम घबड़ाना नहीं हम तुम्हारे साथ हैं तुम्हारी पीड़ा हम तक पहुँच चुकी है तुम जैसा चाह रहे हो वैसा ही होगा तुम्हारा मोदी वैसा ही कर रहा है काम प्रारम्भ हो चुका है कश्मीर की बाढ़ हो या नेपाल का भूकंप या बिहार का तूफान या कुछ और देश को आश्वस्त कर देते हैं कि देश वासियों तुम चैन से सो जाओ तुम्हारी भावनाओं का आदर करती हुई मोदी सरकार की सारी मशीनरी वैसा करना प्रारम्भ कर चुकी है जैसा तुम लोग करवाना चाह रहे हो ! देश वासियों की इच्छाओं का सम्मान इस सरकार की रगों में है अन्यथा इसके पहले किसी प्रधानमंत्री ने जन भावनाओं का आदर करते हुए अपना कोट नीलाम नहीं किया है किंतु मोदी जी ने किया है ऐसे समर्पणों का सम्मान करना हमें भी सीखना होगा !जो अभी तक की सरकारों में होता नहीं देखा गया है हमें पता ही नहीं लगता रहा कि एक नौसिखिया सरकारी राजकुमार ने सारे मंत्रिमंडल के किसी सामूहिक निर्णय को न केवल  नकार दिया था अपितु उससे सम्बंधित फाइल फाड़ने तक की बात कह डाली थी जनता को यह बताना भी जरूरी नहीं समझा गया था कि वो ऐसा कह क्यों रहे हैं !
     आज काँग्रेस मोदी सरकार पर  हल्लाबोले जा रही हा आखिर क्यों ? किंतु काँग्रेस का मोदी सरकार पर हल्ला बोलने का उद्देश्य आखिर जनहित तो नहीं ही है निजीहित  हो सकते हैं ये सारा विश्व जनता है कि काँग्रेस सर्वाधिक समय तक सत्ता में रही है और अच्छा बुरा जो कुछ किया वो जनता जनार्दन के सामने है अब भाजपा (NDA)सरकार  को भी जनता अपनी आँखों से देखेगी काँग्रेस की आँखों से क्यों देखे ?
         काँग्रेस  ऐसा क्यों सोचती है कि मोदी उससे पूछ पूछकर काम करें ! काँग्रेस को जैसा ठीक लगा अभी तक वैसे सत्ता चलाई अब भाजपा को अपने अनुसार चलाने दे !काँग्रेस यदि  ठीक ही चल रही होती तो जनता ने खदेड़ा क्यों और भाजपा को गले लगाया इसका भी कुछ तो कारण  होगा उसका मंथन किए बिना अपने आचार व्यवहार में बदलाव किए बिना केवल कुछ दिन छुट्टी लेकर कुछ भाषण रट कर आक्रामक हो जाने से जनता सच्चाई भूल नहीं जाएगी !
   सोनिया जी के लिए देश में एक अस्पताल नहीं बनाने वाली काँग्रेस से अमेठी में मेगा फूड पार्क की आशा क्यों ?इतने वर्षों तक सत्ता में रहने के बाद भी जो काँग्रेस सोनिया जी के लायक  देश में एक अस्पताल नहीं बनवा सकी उन्हें इलाज के लिए दौड़ दौड़कर विदेश जाना पड़ता है वो अमेठी में मेगा फूड पार्क क्या बनवाएगी !ये तो सब बातें हैं और बनवाना ही होता तो दस वर्ष कोई  कम तो नहीं होते हैं और यदि तब नहीं कर सके तो अब क्या आस ?अब तो सत्ता के बिना रहा नहीं जाता वही छटपटाहट है !   
    कुल मिलाकर काँग्रेस ने अभी तक कियाकाँग्रेस की कर्म कुंडली पढ़कर ही तो जनता ने दुदकारा है और भाजपा को गले लगाया है फिर जनता के फैसले पर अंगुली उठाने वाली काँग्रेस होती आखिर कौन है अभी तो जनता ने किसी लायक नहीं रखा है काँग्रेस को !
    

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