Friday, 7 July 2017

'योगी' और 'मोदी' की सरकार की भ्रष्टाचार के विरुद्ध हुंकार !50 वर्ष में छुट्टी और लालू जी पर छापे ! इसे कहते हैं सरकार !!

 अब किया जाएगा भ्रष्टाचार पर प्रहार !जो काम करे वो रहे बाक़ी छुट्टी !किसी बर्तन में गन्दा पानी हो ऊपर से साफ पानी भर भी दो तो वो भी गन्दा हो जाएगा !इसलिएग्लास खाली करके स्वच्छ जल भरना चाहिए !
    हे  'मोदी' जी !भ्रष्टाचार के विरुद्ध लालू जी पर कार्यवाही तो ठीक किंतु भ्रष्टाचारी नेताओं की इतनी बड़ी संख्या में केवल लालू जी मिले बाकी सब !उन्हें भी खोजिए जिन्होंने लोकतंत्र को खोखला किया है !
 हे 'योगी' जी !50 वर्ष में रिटायरमेंट वाला प्लान बहुत अच्छा है बल्कि 40 ही कर दीजिए जब तक काम करने का उत्साह तभी तक नौकरी और सैलरी !बाक़ी नए युवाओं को मौका देकर बेरोजगारी दूर की जाए !वो काम भी करेंगे !
    वैसे भी वर्षों से जंग लगे लोहे के पास बिना जंग लगा लोहा रख भी दिया जाए तो उसमें भी जंग लग ही जाता है इसलिए वर्तमान कर्मचारी की अब छुट्टी ही करने में भलाई है बाकी योग्यता के आधार पर फ्रैश भर्तियाँ बिना घूस के करवाइए !
    अधिकारियों की जहाँ तक बात है बहुत पढ़े लिखे ट्रेंड लोगों ने ही कितना राम राज्य ला दिया है UP में सारा प्रदेश रो रहा है भ्रष्टाचार की मार से !इसलिए अब तो कम पढ़े लिखे और अंग्रेजी न बोल पाने वाले अधिकारी भी चलेंगे !बशर्ते !आफिसों में एकांत कमरे की पृथा बंद की जाए !जनता का काम करना है तो जनता के बीच बैठें कहीं एकांत में मुख छिपाकर क्यों बैठना !
      कर्मचारी हैं तो कर्मचारी की तरह रहें अधिकारी किस बात के !जिस देश के प्रधान मंत्री अपने को सवाल मानते हों उस देश में अपने को कोई अधिकारी कहे तो कितना बुरा लगता है !ये अधिकारीपन दिमागों से निकाला जाना चाहिए और कर्मचारीपैन सबके मन में भरा जाना चाहिए !
     भ्रष्टाचार के कारण सोर्स और घूस के बल पर नौकरी पाने वाले सरकारी कर्मचारियों को नौकरी पाते ही सैलरी मिलने लगती है !जिसे अवैध या गैर कानूनी काम कराने होते हैं वे घूस देकर अपने गलत और गैर कानूनी काम करवा भी लेते हैं अवैध बूचड़ खाने जैसी अनेकों कहानियाँ उनके भ्रष्टाचार  गवाही दे रही हैं !ईमानदार और घूस न दे पाने योग्य लोग वर्षों से सरकारी आफिसों के  चक्कर काट काट कर हार थक के निराश होकर चुप बैठ गए हैं सरकारी आफिसों के हालात ऐसे हैं कि कोई काम करना नहीं चाहता किसी में काम करने की योग्यता नहीं हैं किसी का बिना घूस लिए काम करने में मन नहीं लगता है तो किसी का शरीर इस लायक नहीं है कि वो काम करे !किसी को आफिस के समय में बीमारी का बहाना बनाकर सो जाने की वर्षों पुरानी आदत है समय से नींद आ जाती है !
     सरकारी अधिकारी कर्मचारी काम करें भी तो कैसे काम के स्थानों पर इतने आराम के इंतजाम होंगे तो काम करने का मन होगा क्या ?अभी तक तो भ्रष्टाचार के विरुद्ध केवल भाषण ही दिया जाता रहा है अब लगता है कि कुछ काम भी करेगी भाजपा सरकार !
   

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