Saturday, 10 December 2016

जवान आदमी यदि कुँआरा रह जाए तो इतना खतरनाक हो जाता है .....! क्या इसीलिए अक्सर आने लगे हैं भूकंप !

मैं 'बोलूंगा तो भूकंप आ जाएगा: कुँआरा गाँधी ' !
      भूकंप हे गाँधीब्रह्मचारी जी !आपका भूकंप सहने को तैयार हैं लोग !आप बोलिए तो !सब चाहते हैं की आप अपना भूकंप अकेले समेंटे न घूमें !क्योंकि अब आपका भूकंप आपसे सँभल नहीं रहा है !अब जनता आपकी मदद करेगी और संभालेगी आपका भूकंप !इसलिए आप बोलिए बिलकुल बोलिए  !धमकाइए मत !धमकाने से लगता है कि आप मोदी सरकार को पटाने का प्रयास कर रहे हैं !अन्यथा आप मोदी जी के कान में ही कहने को क्यों तैयार हैं !आप देश के सामने रखें अपना भूकंप !मीडिया वाले आपके भूकंप की कवरेज करने को तैयार हैं जनता मनोरंजन के लिए तैयार है फिर इन्तजार किस बात का !हे गाँधीकुल भूषण ! बोलिए !बोलिए !हिम्मत कीजिए !डरिए मत !कहीं भूलोगे तो जनता बता देगी !जनता को पता होता है कि कौन नेता किस समय किस प्रकरण में क्या बोलेगा !जनता को ये भी पता है कि नोट बंदी के विषय में आप क्या बोलेंगे !जनता को ये भी पता  कि मोदी जी ने जिन्हें तंग किया है वो गालियाँ नहीं देंगे तो मोदी जी की आरती उतरेंगे क्या ?सोचने वाली बात है ब्लैक बोरे जिस किसी के भी अभी तक सफेद नहीं हुए होंगे आज 10 दिसंबर हो गया है क्रोध तो आएगा ही !

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