आपके फोटो दिखाना यदि इतना ही जरूरी है तो टीवीपर देख लिया करेंगे दिल्ली वाले !
दिल्ली वालों को दाल बँटवा दीजिए आप जितने फूँक रहे हो विज्ञापन में !क्या केवल अपने फोटो लगवाने के लिए ही बने थे मुख्यमंत्री !बारे अन्ना जी कैसा बदल लिया है दिल्ली वालों से !इन जमूरों से अपनी जान तो छुटा ले गए फँसा गए दिल्ली वालों को !
दिल्ली वाले बड़ी मेहनत से कमाते हैं ये पैसा जो विज्ञापन में उड़ा रहे हैं आप ! इसी कल्चर की तो बुराई कर कर के तो आप कोसते थे काँग्रेस को किंतु आप तो जनता का पैसा बर्बाद करने में उनसे भी आगे निकल गए !उधर दिल्ली वाले दाल खाने को तरस रहे हैं इतनी महँगी 'दाल' गरीब आदमी कैसे ख़रीदे कैसे खाए ! क्या दिल्ली वालों की मदद करने का आपका कोई दायित्व नहीं होना चाहिए !जब से आप सरकार में आए हैं आपके बैनरों पोस्टरों से दिल्ली के रोड चौराहे स्कूल सरकारी कार्यालय कभी खाली नहीं रह सके !बसों तक के पीछे लगे होते हैं आपके फोटो अखवारों टीवी चैनलों पर तो आप ही आप होते हैं ।आपके विषय की बातें होती हैं आपकी कही हुई बातें और होते हैं बस आपके चित्र !
इतने भारी भरकम विज्ञापनों में जो धन राशि लगती है क्या वो आपकी पैतृक संपत्ति होती है और यदि नहीं तो दिल्ली वालों की है तो दिल्ली वाले पहले अपना पेट देखेंगे अपने बच्चे पालेंगे बच्चों को दाल खिलाएंगे आपके चित्रों विज्ञापनों को देखने से पेट भरेगा क्या ?
आपके नौसिखिएपन से तंग हैं दिल्ली वाले जो पैसा टूटे हुए रोड ठीक करने पर खर्च होना चाहिए जिससे ट्रेफिक सुधरे वो पैसा फूंक रहे हो ऑड इवन के विज्ञापन पर !बिना रोड़ों का अतिक्रमण हटे रोड ठीक हुए जाम कैसे ख़त्म होगा उसके बिना प्रदूषण कैसे घटेगा !ये सीधी सी बात आपको समझ में नहीं आती विज्ञापनों में पैसे उड़ाए जा रहे हैं और चिपकाए जा हैं अपने फोटो !
दिल्ली आपको काम करने को मिली है वहां आपका मन नहीं लग रहा है सारे काम ध्वस्त पड़े हैं अभी कुछ महीने बाद बरसात आएगी जलभराव एवं डेंगू जैसी समस्याओं से निपटने की कोई दिख रही है किंतु पंजाब और गोवा मारे फिर रहे हैं आप !आपका अपने काम में ध्यान नहीं है मोदी मोदी किया करते हो !
दूसरे की थाल का भात दूसरे की सम्पति दूसरे का पद दूसरे की पत्नी पर निगाहें गड़ाए रहना अच्छी बात नहीं है जो मिला है उसमें संतोष करना चाहिए !
में लगवा देते हैं आप बड़े बड़े बैनर जिसमें आपके लगे होते हैं इतने बड़े बड़े चित्र
लों की कमाई के दिल्ली वाले तरस रहे हैं 'दाल' को !सैकड़ों करोड़ विज्ञापन पर
हे केजरीवाल जी ! आप तो सादे जीवन उच्च विचार का दंभ भरा करते थे !आप तो VIP कल्चर के विरोध की बातें किया करते थे आप जनता के पैसों का इतना दुरूपयोग कर रहे हैं आपने सैकड़ों करोड़ विज्ञापन के लिए तो निकाले किंतु इतनी महँगी दाल बिक रही है दिल्ली वाले कैसे खरीदें कैसे खाएँ ये आपको याद क्यों नहीं रहा !आप जरा जरा सी बातों के विज्ञापन के लिए करोड़ों रुपए फूंक देते हैं
हे केजरीवाल जी ! विज्ञापन के पैसों से बँटवा दीजिए ग़रीबों में ' दाल ' ! ख़त्म कर दीजिए दिल्ली का भ्रष्टाचार ! अपने आप हो जाएगा आपका प्रचार !
बच्चे भूखे सो रहे हैं उनकी सोचो सादगी पसंद केजरीवाल जी !आपकी फोटो तो जनता टीवी पर भी देख लेगी !कलेंडर टाँग लेगी घरों में उस पर पैसे मत फूँकिए दिल्ली वालों पर रहम कीजिए !दिल्लीवालों की गाढ़ी कमाई का पैसा विज्ञापनों पर बर्बाद मत कीजिए भ्रष्टाचार और घूस की कमाई का यदि लालच नहीं है तो दिल्ली की रोडों पार्कों बाजारों स्कूलों से अतिक्रमण हटाएँ साफ सुथरी दिल्ली बनाएँ न ट्रेफिक जाम होगा न होगा प्रदूषण! दिल्ली वालों के ट्रेफिक से खिलवाड़ न करें दो बार तंग कर चुके हैं आप !आपको केवल आफिस जाना होता है जाएँ न जाएँ तो भी चलेगा किंतु जिन्हें मेहनत से परिवार पालना होता है ऐसे लोगों से पूछिए कैसे कहर बन कर टूटता है उन पर ऑड इवन ! यदि आपकी तरह ही दिल्ली वालों को भी रोटी मिलने का सहारा होता तो 15 दिन क्या 15 महीने लगा दीजिए ऑड इवन !सच तो ये है कि आपके नौसिखिएपन से तंग हैं दिल्ली के लोग !see more...http://sahjchintan.blogspot.in/2016/05/blog-post_65.html
No comments:
Post a Comment