Sunday, 2 September 2018

मौसमविभाग का सबसे बड़ा झूठ !

     मौसम विभाग के अधिकारियों के केरल की बाढ़ के पूर्वानुमान के विषय में झूठ बोलने पर सरकार उनके विरुद्ध कार्यवाही क्यों नहीं करती है !
     बेशर्मी की भी कोई तो सीमा होनी चाहिए आखिर 9 - 15 अगस्त तक केरल में मूसलाधार बारिस होगी इसकी भविष्यवाणी मौसम विभाग ने कब की थी और यदि मुख्य सचिवों को मेल भेजी थी तो उस मेल का मैटर सार्वजानिक किया जाए !
      इसके अलावा सरकार से हमारा प्रश्न है कि मौसम विभाग को केरल के इतनी बड़ी आपदा की बात अधिकारियों के कान में बताने की क्या आवश्यकता थी ! स्पष्ट प्रेस विज्ञप्ति जारी क्यों नहीं की गई !
       मौसम विभाग ने दीर्घावधि पूर्वानुमान जारी किए थे उसमें केरल में मूसलाधार बारिस का जिक्र क्यों नहीं किया और न ही इतनी बड़ी बाढ़ का ही जिक्र किया था !यदि ऐसा होता तो मीडिया को तो पता होता कि इन झूठों ने इतनी सटीक भविष्यवाणी करनी कब से शुरू कर दी !मौसम विभाग की ये बेशर्मी है कि जब पानी बरसने लगता है तब 24 घंटे और बरसेगा या 48 घंटे और बरसेगा जैसी बकवास करने लगते हैं आँधी आ गई तो आँधी तूफान आने के झूठे तीर तुक्के भिड़ाने लगते हैं !जो अधिकाँश गलत सिद्ध होते हैं !
     कुल मिलकर मौसमविभाग पर खर्च किया जा रहा सरकारी धन देश और समाज के किसी काम नहीं आ पा  रहा है !हर प्राकृतिक आपदा के बाद ये निर्लज्ज लोग ऐसा ही विधवा विलाप करते हैं !इससे अच्छा है सरकार मौसम विभाग से संबंधित प्रत्येक जिम्मेदार अधिकारी को बुलाकर साफ साफ पूछ ले कि वे लबर लबर क्यों करते हैं जब मौसम के विषय में कुछ जानते नहीं हैं !साथ ही सरकार यह भी बतावे कि देशवासियों के खून पसीने से प्राप्त गाढ़ी कमाई से टैक्स रूप में नोच नोच कर सरकार कब तक इन झूठों पर न्योछावर करती रहेगी !ये है मौसम विभाग के झूठों की बकवास !

केरल में बाढ़ की तबाही रोकी जा सकती थी! मौसम विभाग ने किया बड़ा दावा see more....https://khabar.ndtv.com/news/india/kerala-flood-meteorological-department-had-already-given-warnings-of-heavy-rain-claims-officers-1909904


         
    
  

No comments: