Thursday, 27 September 2018

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आदरणीय श्रीमान                        जी
                                                            सादर नमस्कार !

विषय  -  मकान के अंदर रास्ते खड़ी कारें हटवाने  के विषय में -

महोदय ,
          A-7/41,कृष्णानगर में मकान के ग्राउंड फ्लोर पर 5 दुकाने हैं और इसमें तीन फ्लोर हैं जिसमें दो फ्लोर काफी पुराने बने हुए हैं एवं थर्ड फ्लोर अभी कुछ वर्ष पहले बनाया गया था !इसके सेकेंड फ्लोर पर मैं रहता हूँ वो हमारा है शेष दो फ्लोर दो अन्य लोगों के हैं !
    इसबिल्डिंग में हम तीनों के प्रवेश करने का मुख्यगेट और अंदर का रास्ता लगभग साढ़े आठ फिट चौड़ा है जो सबका सामूहिक है!इसी से सबका आना जाना होता है !इस बिल्डिंग में पार्किंग के लिए कहीं जगह नहीं छोड़ी गई है !इसीलिए हमलोगों के पुराने कागजों में भी पार्किंग की चर्चा कहीं नहीं है!यह जानते हुए भी उन दोनों लोगों ने रजिस्ट्री करवाते समय अपनी रजिस्ट्री में पार्किंग लिखवा ली और दोनों लोगों ने रास्ते में अपनी अपनी करें खड़ी करना  शुरू कर  दीं !जिससे आने जाने के लिए डेढ़ से ढाई फिट चौड़ी जगह बचती है जो लगभग 25 फिट लम्बी है उससे जाने आने में कठिनाई होती है !एक बार में एक व्यक्ति ही निकल सकता है कई बार महिलाओं को निकलते समय या तो खड़ा होना होता है या फिर आधे रास्ते से वापस लौटकर  आना होता है !उनकी कारों में थोड़ा भी शरीर लग जाए तो उनमें से एक में रहने वाले किराएदार ने कैमरा लगा रखा है उसमें देखकर हमसे लड़ाई करता है ! 
     उन दोनों लोगों ने जिनसे खरीदी थी उसने उन्हें पार्किंग लिख दी तो हमने जिससे खरीदी थी उसने हमें भी पार्किंग लिखकर दी है किंतु पीछे से चले आ रहे कागजों में पार्किंग नहीं है जबकि बिल्डिंग तो पुरानी बनी है पार्किंग होती तो पहले से होती बीच में पार्किंग होने का कोई तुक ही नहीं है !इसी प्रकार से सीढ़ियों में उन लोगों ने बड़े बड़े इन्वर्टर रख रखे हैं जिससे आते जाते कभी भी कोई टकरा कर गिर सकता है !बड़े सामान सीढ़ी से चढाने में दिक्कत होती है !          
      अतएव आपसे विनम्र निवेदन है कि रास्ते में खड़ी दोनों कारों को बाहर निकलवाकर एवं सीढ़ियों से इन्वर्टर हटवाकर रास्ता खुलवाया जाए !
                                                                             
                                                                   निवेदक -
                                                        डॉ. शेष नारायण वाजपेयी
                                                       A-7/41,कृष्णानगर,दिल्ली 51
                                               मोबाईल नं 9811226973 ,9811226983


    श्रीमान कमिश्नर साहब 'EDMC'
                                           आपको सादर नमस्कार !

 महोदय, 
       
       A -7/41 का टॉपफ्लोर अर्थात सबसे ऊपर वाली तीसरीमंजिल, शनिबाजार, लालक्वार्टर ,कृष्णानगर में है ये टॉप फ्लोर वाला फ्लैट बिक रहा है जिसे मैं खरीदना चाहता हूँ !किंतु बताया जाता है कि ये फ्लोर सन 2009 में सील किया गया था तब से अभी तक सील था ! कागजों में या निगम की वेवसाइट पर इसे अभी भी सील दिखाया जा रहा है जोन में पूछने पर इसे अभी भी सील बताया जा रहा है जबकि कुछ महीने पहले उसकी सील तोड़कर या खोलकर उसमें एक परिवार रहने लगा है !
    मैं जानना चाहता हूँ कि इसकी सील खोलने की अनुमति EDMC ने दे दी है या नहीं यदि दी है तो  EDMC की ओर से इस फ्लोर पर जो कार्यवाही की जानी थी वो हो गई है या अभी बाकी है यदि बाकी है तो क्या और कार्यवाही हो गई है तो कैसे ?
     इस तीसरी मंजिल में ऐसी कमी क्या थी जिसके कारण ये सील की गई थी और वो कमी पूरी कैसे हुई जो जो इसकी सील खोल दी गई है ?
                                                            
                                                                                                                           प्रार्थी -
                                                                                  




आदरणीय पर्यावरण मंत्री जी 
                                      आपको सादर नमस्कार !

        विषय - प्रदूषण रोकने के विषय में -

     महोदय, 

           विदित हो कि k-71, दुग्गल बिल्डिंग नाम से छाछी बिल्डिंग चौक पर ,लालक्वॉर्टर ,कृष्णानगर में एक बिल्डिंग है जो बेसमेंट लगाकर 60 फिट ऊँची 6 मंजिला बिल्डिंग बनी हुई है उसके ऊपर 30 फिट ऊँचा एक मोबाईल टावर लगा है कुल ऊँचाई लगभग 90 फिट है !इस बिल्डिंग की दो तरफ कोई रोड नहीं है पीछे साइड 8 -10फिट चौड़ा रोड है सामने 20-25फिट चौड़ा रोड है ऐसी परिस्थिति में बाद में ऊपर वाली अवैध मंजिल बनाने क्यों दी गई ?इतनी ऊंचाई की बिल्डिंग नियम बिरुद्ध बनने क्यों दी गई उसके ऊपर नियम विरुद्ध मोबाईल टॉवर क्यों लगने दिया गया ?इसके लिए जिम्मेदार अफसरों पर कार्यवाही क्यों नहीं की गई !टॉप फ्लोर के फ्लैट नंबर 13 और 16 में रहने वाले राजेंदर शर्मा जो अपने को SHO बताते हैं उन्होंने छत के पानी निकासी के सारे पाइप बंद कर दिए हैं इसलिए  बरसात में छत पर बरसने वाला सारा पानी सीढ़ियों से होकर वेसमेंट में भरता है !कई बार ये पानी बेसमेंट में 5 फिट ऊपर तक भर जाता है खम्भे गलते जा रहे हैं ये बिल्डिंग यदि गिर गई तो कौन जिम्मेदार होगा !फ्लैट नम्बर 15 में रहने वाले सोनूगुप्ता जो संसद भवन में किसी की गाड़ी चलाता है इसलिए उसका सोर्स और राजेंदर SHO दोनों मिलकर छत पर रखी पानी की टंकियों में पहले गन्दगी फिनायल मरे बन्दर बिल्ली आदि डाल दिया करते थे बाद में पानी की टंकियों के पाइप काट डाले आज 12 टंकियाँ छत पर कटी हुई अलग रखी हैं ! इसलिए 10 फ्लैटों का पानी पूरी तरह बंद है !फ्लैट नंबर 14 में रहने वाला दिनेश जो अपने को वकील कहता है उसने राजेंदर और सोनू ने मिलकर छत पर जाने वाले रास्ते में ताला बंदकर चाभी अपने पास रख ली है !वो किसी को छत पर जाने नहीं देता है अपनी वकालत को धौंस देता है !राजेंदर शर्मा ने कुछ फर्जी IB ,CIB,सिक्योरिटी अफसर आदि के अपने कुछ फर्जी कार्ड बनवा रखे हैं जिन्हें दिखाते ही इनके विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए आए कर्मचारी अफसर आदि बिना  कार्यवाही किए ही लौट कर चले जाते हैं !बाद में ये कंप्लेन करने वालों को घरों में घुस कर मारते हैं !इसलिए हमलोग तंग आकर अपने अपने फ्लैट खाली करके अलग रहने लगे हैं !न फ्लैट बिक रहे हैं न किराए पर उठ रहे हैं न हम रह पा रहे हैं हमारे फ्लैटों में ताला बंद है !नीचे से पानी दुर्गंध मार रहा है उसके कारण बेसमेन्ट में सफाई भी नहीं हो पाती है !जिससे डेंगू मलेरिया होता है वो सब नीचे वाले फ्लैटों में रहने वाले लोग भुगतते हैं निगम वाले चालान भी उन्हीं का करके दे जाते हैं !
     ऐसी परिस्थिति में इसबिल्डिंग के ऊपरी फ्लोर पर बने गैर कानूनी चारों फ्लैटों के विरुद्ध अविलंब कार्यवाही की जाए अवैध मोबाईल टावर हटाया जाए और दोषी इन तीनों लोगों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाए !अन्यथा ऐसी परिस्थितियों में यदि ये बिल्डिंग गिर जाती है तो इसके लिए दोषी केवल सरकार होगी !बेसमेंट के प्रदूषण से या डेंगू मलेरिया से यदि कोई मर जाता है तो इसके लिए दोषी केवल सरकार होगी !
                                                                             निवेदक -







आदरणीय प्रधानमंत्री जी 
                                      आपको सादर नमस्कार !

        विषय - प्रदूषण रोकने के विषय में -

     महोदय, 

           विदित हो कि k-71, दुग्गल बिल्डिंग नाम से छाछी बिल्डिंग चौक पर ,लालक्वॉर्टर ,कृष्णानगर में एक बिल्डिंग है जो बेसमेंट लगाकर 60 फिट ऊँची 6 मंजिला बिल्डिंग बनी हुई है आगे से 5 मंजिला दिखती है !उसके ऊपर 30 फिट ऊँचा एक मोबाईल टावर लगा है कुल ऊँचाई लगभग 90 फिट है !इस बिल्डिंग की दो तरफ कोई रोड नहीं है पीछे साइड 8 -10फिट चौड़ा रोड है सामने 20-25फिट चौड़ा रोड है ऐसी परिस्थिति में बाद में ऊपर वाली अवैध मंजिल बनाने क्यों दी गई ?इतनी ऊंचाई की बिल्डिंग नियम बिरुद्ध बनने क्यों दी गई उसके ऊपर नियम विरुद्ध मोबाईल टॉवर क्यों लगने दिया गया ?इसके लिए जिम्मेदार अफसरों पर कार्यवाही क्यों नहीं की गई !टॉप फ्लोर के फ्लैट नंबर 13 और 16 में रहने वाले राजेंदर शर्मा जो अपने को SHO बताते हैं उन्होंने छत के पानी निकासी के सारे पाइप बंद कर दिए हैं इसलिए  बरसात में छत पर बरसने वाला सारा पानी सीढ़ियों से होकर वेसमेंट में भरता है !कई बार ये पानी बेसमेंट में 5 फिट ऊपर तक भर जाता है पानी के कारण खम्भे गलते चले जा रहे हैं ऐसी परिस्थिति में ये बिल्डिंग यदि गिर गई तो कौन जिम्मेदार होगा !फ्लैट नम्बर 15 में रहने वाले सोनूगुप्ता जो संसद भवन में किसी की गाड़ी चलाता है इसलिए उसका सोर्स और राजेंदर SHO दोनों मिलकर छत पर रखी पानी की टंकियों में पहले गन्दगी फिनायल मरे बन्दर बिल्ली आदि डाल दिया करते थे बाद में पानी की टंकियों के पाइप काट डाले आज 12 टंकियाँ छत पर कटी हुई अलग रखी हैं ! इसलिए 10 फ्लैटों का पानी पूरी तरह बंद है !फ्लैट नंबर 14 में रहने वाला दिनेश जो अपने को वकील कहता है अखवार संपादक न जाने की क्या बताता है साइन बोर्ड भी लगा रखे हैं उसने राजेंदर और सोनू के साथ मिलकर छत पर जाने वाले रास्ते में ताला बंदकर चाभी अपने और उन दोनों के पास रख ली है !वो किसी को छत पर जाने नहीं देता है अपनी वकालत को धौंस देता है !राजेंदर शर्मा ने कुछ फर्जी IB ,CIB,CID, सिक्योरिटी अफसर आदि होने के अपने कुछ फर्जी कार्ड बनवा रखे हैं !सरकारी अधिकारियों कर्मचारियों को डराने धमकाने के लिए इन्होने सारे सगूफे रच रखे हैं !जिन्हें दिखाते ही इनके विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए आए कर्मचारी अफसर आदि बिना  कार्यवाही किए ही लौट कर चले जाते हैं !बाद में ये कंप्लेन करने वालों को घरों में घुस कर मारते हैं !इसलिए हमलोग तंग आकर अपने अपने फ्लैट खाली करके अलग रहने लगे हैं !न फ्लैट बिक रहे हैं न किराए पर उठ रहे हैं न हम रह पा रहे हैं हमारे फ्लैटों में ताला बंद है !नीचे से पानी दुर्गंध मार रहा है उसके कारण बेसमेन्ट में सफाई भी नहीं हो पाती है !जिससे डेंगू मलेरिया होता है वो सब नीचे वाले फ्लैटों में रहने वाले लोग भुगतते हैं निगम वाले चालान भी उन्हीं का करके दे जाते हैं !
     ऐसी परिस्थिति में इसबिल्डिंग के ऊपरी फ्लोर पर बने गैर कानूनी चारों फ्लैटों के विरुद्ध अविलंब कार्यवाही की जाए अवैध मोबाईल टावर हटाया जाए और दोषी इन तीनों लोगों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाए !अन्यथा ऐसी परिस्थितियों में यदि ये बिल्डिंग गिर जाती है तो इसके लिए दोषी केवल सरकार होगी !बेसमेंट के प्रदूषण से या डेंगू मलेरिया से यदि कोई मर जाता है तो इसके लिए दोषी केवल सरकार होगी !
                                                                             निवेदक -

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