आदरणीय
आपको सादर नमस्कार !
विषय :'समयविज्ञान' के आधार पर मौसम पूर्वानुमान के विषय में-
महोदय ,
आपको सादर नमस्कार !
विषय :'समयविज्ञान' के आधार पर मौसम पूर्वानुमान के विषय में-
महोदय ,
मौसमविज्ञान के विषय में वर्षा होने या आँधी आने से सम्बंधित पूर्वानुमान लगाने के विषय में मौसम संबंधी आधुनिक विज्ञान की जो प्रचलित विधियाँ हैं उनमें गर्मी सर्दी एवं वायु से संबंधित अनुसंधान करके वर्षा आदि के विषय में पूर्वानुमान लगा लिया जाता है!किंतु गर्मी सर्दी एवं वायु की मात्रा भविष्य में कब कम होगी और कब अधिक इसका पूर्वानुमान लगा पाना संभव तो मौसम संबंधी दीर्घावधि पूर्वानुमान लगाए जा सकते हैं !
वैदिकविज्ञान के माध्यम से मौसमसंबंधी पूर्वानुमान करते समय भी इसी गर्मी सर्दी एवं वायु का अध्ययन करके ही मौसम संबंधी पूर्वानुमान लगाया जाता है !यहाँ गर्मी के लिए सूर्य का और सर्दी के लिए चंद्र का अध्ययन करके मौसम संबंधी अनुसंधान किया जाता है !
सूर्य और चंद्र के पृथ्वी पर पड़ने वाले न्यूनाधिक प्रभाव से सर्दी और गर्मी की मात्रा घटती बढ़ती है !सूर्य और चंद्र का प्रभाव कब कम या अधिक होगा इसका पूर्वानुमान गणित के द्वारा लगा लिया जाता है !और इसी के आधार पर वर्षा बाढ़ आँधी तूफान आदि प्राकृतिक घटनाओं से सबंधित पूर्वानुमान लगा लिया जाता है !इस सौर प्रक्रिया से ऐसे पूर्वानुमान वर्षों पहले भी लगा लिए जा सकते हैं !जिनके सच होने की मात्रा भी काफी अधिक होती है !
इस प्रकार से गणित के द्वारा भविष्य में बनने बिगड़ने वाले आकाशीय प्रभावों का अध्ययन करके उनके साथ साथ तत्कालीन प्राकृतिक लक्षणों के संयुक्त अनुसंधान से भविष्य में घटित होने वाली वर्षा बाढ़ आँधी तूफान आदि प्राकृतिक घटनाओं का पूर्वानुमान लगा लिया जाता है !
इसी के आधार पर 2018 जून जुलाई अगस्त सितंबर आदि महीनों में वर्षा बाढ़ आँधी आदि से संबंधित पूर्वानुमान लगाकर मैं प्रत्येक महीना प्रारंभ होने से पहले मौसम विभाग एवं श्री के.जे.रमेश जी की मेल पर भेजता रहा हूँ जो प्रतियाँ इसके साथ संलग्न हैं !एवं उनमें से कौन कितनी सच हुई हैं उनका मीडिया के विविध माध्यमों से प्राप्त समाचारों सूचनाओं के आधार पर मैं परीक्षण भी करता रहा हूँ !जिनकी प्रतियाँ इन्हीं पत्रकों के साथ संलग्न हैं !
इसके आधार पर मैं इसकी प्रमाणिकता सिद्ध करने में एवं इस अनुसंधान को और अधिक बढ़ाने में मैं आपसे मदद की अपेक्षा करता हूँ !
इसके आधार पर मैं इसकी प्रमाणिकता सिद्ध करने में एवं इस अनुसंधान को और अधिक बढ़ाने में मैं आपसे मदद की अपेक्षा करता हूँ !
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