बाबा बलात्कारी होते नहीं हैं वस्तुतः ये बनाए जाते हैं ?उनको इस नर्क में धकेलने वाले स्त्री पुरुष कभी बदनाम नहीं होते !
ऐसे ही लोगों ने भागवत कथाओं को चौपट कर दिया !विद्वान् लोग उनकी ऐय्यासी में साथ नहीं देते थे इसलिए देखने सुनने में अच्छे लगने वाले नचैयों गवैयों को सेक्स लालचियों ने पैसे के बलपर कथाबाचक सिद्ध कर दिया अब वही जिगोलो गिरी करते अच्छे खासे घरों की सुख शांति भंग करते घूम रहे हैं !
अपने वैवाहिक जीवन से असंतुष्ट एवं बदनामी से डरने वाले सेक्स लालची लोग एवं ऐय्यासी के शौकीन स्त्री पुरुष समाज के सुंदर स्त्री पुरुषों को प्रभावित करने के लिए आश्रमों बाबाओं पर धन खर्च करते हैं इसके बाद बाबाओं का कद बढ़ जाने से अच्छे अच्छे परिवारों के भले स्त्री पुरुष उनसे जुड़ते चले जाते हैं फिर बाबा लोग उन्हें परोसते जाते हैं ऐसे स्त्री पुरुषों को !
सेक्स सुखों के लालची सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त कुछ बासनाव्याकुल स्त्री पुरुष बदनामी के बचते हुए अपनी सेक्स इच्छाओं की पूर्ति हेतु धर्म का उपयोग करते हैं पहले तो ये अपने जैसा कामी कोई अत्यंत साधारण सा दिखने वाला बाबा पकड़ लेते हैं फिर ऐसे धनी लोग उसे इतना अधिक धन देते हैं कि उसकी साधारण सी कुटी को अपने ऐय्यासी करने लायक सब सुख सुविधाओं से पूर्ण कोठी बना लेते हैं !फिर अभिनेता लोग ऐसे बाबाओं का प्रचार प्रसार करके इन्हें पॉपुलर कर देते हैं फिर कुछ शारीरिक सेवाएँ प्रदान करने वाले कुछ स्वयं सेवी युवा आकर्षक आदि स्त्री पुरुष जोड़े जाते हैं !ये खेल कहीं पकड़ न जाए इसके लिए कुछ रसिक टाइप के नेता जोड़ लिए जाते हैं जो ऐसे पापकर्मों के लिए ढाल बने रहते हैं इनकी पूरी सुरक्षा करते हैं !
ये बलात्कारी बाबाओं के ये चारों घटक द्रव्य ऐसे आश्रमों में अक्सर चक्कर लगाते देखे जा सकते हैं ऐसे स्थलों के वीडियो चेक किए जाएं तो बड़े बड़े प्रतिष्ठा प्राप्त लोग निकलेंगे किन्तु जब बाबा बेचारा पकड़ जाता है तो ये सारे लोग बाबा की बुराई करते हुए खुद को बचा लेते हैं और बाबा बेचारे को अकेला फँसा देते हैं ! बाबाओं के कुकृत्यों में सम्मिलित चेला चेलियाँ अपने अपने बाबाओं के पापों पर पर्दा डालते घूम रहे होते हैं !
ऐसे ये खुदगर्ज लोग एक आम इंसान को बाबा बनाते हैं पकड़ा बेचारा बाबा जाता है ये तीनों सफेदपोस लोग बाबा की बलि देकर खुद साफ सुथरे बच जाते हैं !इसके बाद तो बाबा जिन जेलों में बंद होते हैं वहाँ आरती उतारने समय से पहुँच जाते हैं लोग उन्हें बाबाओं का चेला चली या भक्त समझते हैं जबकि वे ऐय्यासी में सम्मिलित वे लोग होते हैं जो अपनी बदनामी को दर रहे होते हैं कि बाबा कहीं हमारा नाम न कबूल दे !
कुल मिलाकर बलात्कारी बाबाओं के पास बिलासी और भ्रष्टनेताओं का बल होता है धनवान लोगों का धन होता है शरीर दान करने वालों के शरीर होते हैं और अभिनेताओं का प्रचार बल साथ दे रहा होता है |
बाबाओं के घिनौने कारोबार में सम्मिलित चेला चेलियों ने तो अपने अपने बाबाओं को धोना पोछना शुरू कर दिया है ताकि उनके कुकर्मों का किसी को पाता न लग जाए फिर तो चेला चेलियों का भी धंधा बंद हो जाएगा सारी पोल खुल जाएगी !इसलिए सेक्स कारोबार से जुड़े हाईटेक बाबाओं ने अपनी तारीफ करवाने के लिए महँगे महँगे भाड़े के सुरक्षाकर्मी उतार दिए हैं सोसल साईटों पर !वो दिन भर यही लिखते बताते हैं कि उनका बाबा कितना अच्छा है राम रहीम के चेलों की तरह उन्होंने ने भी अपने अपने बाबाओं को बाप (पिताजी) बना रखा है इसलिए वो भी अपने अपने बेटा बेटी सौंप रखे हैं बाबाओं को !ऐसे लोग बुराई कैसे करें अपनी भी इज्जत जाती है | कुछ तो टीवी पर समय खरीदकर अपने अपने कर्मों की सफाई दे रहे हैं कुछ ने सोशल वर्क करने शुरू पर दिए हैं !कोई कोई बाबा तो रोडों का शोर शांत करता घूम रहा है !अचानक सक्रिय हो गए बाबाओं के पीछे लगाया जाए खुफिया तंत्र और उनकी सच्चाई समाज के सामने उद्घाटित करे सरकार !सरकार अपनी भी कुछ जिम्मेदारी समझे अन्यथा यदि चेला चेली आरोप लगावें तो सरकार पकड़ेगी और जो चेला चेलियों को साध कर रख पाया वो कितने भी कुकर्म करता रहे क्या उससे भोली भाली जनता को बचाना सरकार का कर्तव्य नहीं होना चाहिए !
ऐसे ही लोगों ने भागवत कथाओं को चौपट कर दिया !विद्वान् लोग उनकी ऐय्यासी में साथ नहीं देते थे इसलिए देखने सुनने में अच्छे लगने वाले नचैयों गवैयों को सेक्स लालचियों ने पैसे के बलपर कथाबाचक सिद्ध कर दिया अब वही जिगोलो गिरी करते अच्छे खासे घरों की सुख शांति भंग करते घूम रहे हैं !
अपने वैवाहिक जीवन से असंतुष्ट एवं बदनामी से डरने वाले सेक्स लालची लोग एवं ऐय्यासी के शौकीन स्त्री पुरुष समाज के सुंदर स्त्री पुरुषों को प्रभावित करने के लिए आश्रमों बाबाओं पर धन खर्च करते हैं इसके बाद बाबाओं का कद बढ़ जाने से अच्छे अच्छे परिवारों के भले स्त्री पुरुष उनसे जुड़ते चले जाते हैं फिर बाबा लोग उन्हें परोसते जाते हैं ऐसे स्त्री पुरुषों को !
सेक्स सुखों के लालची सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त कुछ बासनाव्याकुल स्त्री पुरुष बदनामी के बचते हुए अपनी सेक्स इच्छाओं की पूर्ति हेतु धर्म का उपयोग करते हैं पहले तो ये अपने जैसा कामी कोई अत्यंत साधारण सा दिखने वाला बाबा पकड़ लेते हैं फिर ऐसे धनी लोग उसे इतना अधिक धन देते हैं कि उसकी साधारण सी कुटी को अपने ऐय्यासी करने लायक सब सुख सुविधाओं से पूर्ण कोठी बना लेते हैं !फिर अभिनेता लोग ऐसे बाबाओं का प्रचार प्रसार करके इन्हें पॉपुलर कर देते हैं फिर कुछ शारीरिक सेवाएँ प्रदान करने वाले कुछ स्वयं सेवी युवा आकर्षक आदि स्त्री पुरुष जोड़े जाते हैं !ये खेल कहीं पकड़ न जाए इसके लिए कुछ रसिक टाइप के नेता जोड़ लिए जाते हैं जो ऐसे पापकर्मों के लिए ढाल बने रहते हैं इनकी पूरी सुरक्षा करते हैं !
ये बलात्कारी बाबाओं के ये चारों घटक द्रव्य ऐसे आश्रमों में अक्सर चक्कर लगाते देखे जा सकते हैं ऐसे स्थलों के वीडियो चेक किए जाएं तो बड़े बड़े प्रतिष्ठा प्राप्त लोग निकलेंगे किन्तु जब बाबा बेचारा पकड़ जाता है तो ये सारे लोग बाबा की बुराई करते हुए खुद को बचा लेते हैं और बाबा बेचारे को अकेला फँसा देते हैं ! बाबाओं के कुकृत्यों में सम्मिलित चेला चेलियाँ अपने अपने बाबाओं के पापों पर पर्दा डालते घूम रहे होते हैं !
ऐसे ये खुदगर्ज लोग एक आम इंसान को बाबा बनाते हैं पकड़ा बेचारा बाबा जाता है ये तीनों सफेदपोस लोग बाबा की बलि देकर खुद साफ सुथरे बच जाते हैं !इसके बाद तो बाबा जिन जेलों में बंद होते हैं वहाँ आरती उतारने समय से पहुँच जाते हैं लोग उन्हें बाबाओं का चेला चली या भक्त समझते हैं जबकि वे ऐय्यासी में सम्मिलित वे लोग होते हैं जो अपनी बदनामी को दर रहे होते हैं कि बाबा कहीं हमारा नाम न कबूल दे !
कुल मिलाकर बलात्कारी बाबाओं के पास बिलासी और भ्रष्टनेताओं का बल होता है धनवान लोगों का धन होता है शरीर दान करने वालों के शरीर होते हैं और अभिनेताओं का प्रचार बल साथ दे रहा होता है |
बाबाओं के घिनौने कारोबार में सम्मिलित चेला चेलियों ने तो अपने अपने बाबाओं को धोना पोछना शुरू कर दिया है ताकि उनके कुकर्मों का किसी को पाता न लग जाए फिर तो चेला चेलियों का भी धंधा बंद हो जाएगा सारी पोल खुल जाएगी !इसलिए सेक्स कारोबार से जुड़े हाईटेक बाबाओं ने अपनी तारीफ करवाने के लिए महँगे महँगे भाड़े के सुरक्षाकर्मी उतार दिए हैं सोसल साईटों पर !वो दिन भर यही लिखते बताते हैं कि उनका बाबा कितना अच्छा है राम रहीम के चेलों की तरह उन्होंने ने भी अपने अपने बाबाओं को बाप (पिताजी) बना रखा है इसलिए वो भी अपने अपने बेटा बेटी सौंप रखे हैं बाबाओं को !ऐसे लोग बुराई कैसे करें अपनी भी इज्जत जाती है | कुछ तो टीवी पर समय खरीदकर अपने अपने कर्मों की सफाई दे रहे हैं कुछ ने सोशल वर्क करने शुरू पर दिए हैं !कोई कोई बाबा तो रोडों का शोर शांत करता घूम रहा है !अचानक सक्रिय हो गए बाबाओं के पीछे लगाया जाए खुफिया तंत्र और उनकी सच्चाई समाज के सामने उद्घाटित करे सरकार !सरकार अपनी भी कुछ जिम्मेदारी समझे अन्यथा यदि चेला चेली आरोप लगावें तो सरकार पकड़ेगी और जो चेला चेलियों को साध कर रख पाया वो कितने भी कुकर्म करता रहे क्या उससे भोली भाली जनता को बचाना सरकार का कर्तव्य नहीं होना चाहिए !
ऐसे कुकर्मों से धर्म और धर्म से जुड़े चरित्रवान साधू संतों पर तो कोई फर्क नहीं पड़ा है उन्हें तो पहले से ही पता था कि किस लालच में ये सोशल कार्यों का नाटक कर रहे हैं फिर भी समाज के सामने दुविधा तो होती ही है !इसलिए बाबाओं पर अंकुश लगाया जाए !
बलात्कार में पकड़ जाएं तो दोषी और न पकड़े जाएँ तो !चेला चेलियों को पटाने में जो सफल हैं वो चारित्रवान !ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए सरकार खुपिया तंत्र विकसित करे !और पता करे कि बाबाओं के सेवा कार्यों के पीछे चल क्या क्या रहा है और उनके चेला चेली उनकी तारीफों के पुल क्यों बाँध रहे हैं !ऐसे कर्मों में ये कितना सम्मिलित हैं !सबकी जाँच की जाए !