Tuesday, 6 September 2016

अन्ना जी !घूसखोर सरकारें फिर भी सही थीं अब तो राशन कार्ड के लिए भी 'सेक्स' माँगती है दिल्ली सरकार !

     अन्ना जी !  केवल केजरीवाल की खाँसी ठीक कराने और गोपालराय की बहुत वर्षों से फँसी गोलियाँ निकलवाने के ही लिए ही आपने ईमानदारी का खेल खेला था क्या राम लीला मैदान में ?इसके अलावा दिल्ली सरकार बनने के बाद इन लोगों ने किया आखिर क्या है ? 
     हे अन्ना जी ! घूसखोर भ्रष्टाचारी सरकारों के विरुद्ध धरने देने वाले आप 'सेक्सखोर' सरकारों के लिए इतनेसाफ्ट क्यों हैं !अन्ना जी !आप राजनेताओं की जितनी बुराइयाँ करते थे वो सारे दुर्गुण हैं आपके गिरोह के लोगों में अब तो डंके की चोट पर अपनी सेक्स CD भी बनाकर दिखाने लगे हैं आपके मंत्री ! आप जैसे सदाचारियों को ये चुनौती नहीं तो क्या है किंतु इनका विरोध करने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा  पा रहे हैं आप !हे अन्ना जी !आप तो गाँधीवादी हैं किंतु अब तो गाँधी जी के भी चरित्र पर भी शक करने लगे हैं आपके गिरोह के लोग !अन्ना जी! दिल्ली सरकार की जो ऐय्यासी CD  में कैद हुई है उसका 'आप' प्रवक्ता ने समर्थन किया है प्रवक्ता के पद पर रहते उसके बयान  को निजी नहीं कहा जा सकता !आम आदमी पार्टी ऐय्यासी करने आयी थी सत्ता में क्या ! दिल्ली सरकार के  जिन योद्धाओं CD अभी नहीं बनी है या बन गई है किंतु वो अपने PA को पटा कर रखे हुए हैं उन्हें चरित्रवान कैसे मान लिया जाए !जब उनका झगड़ा होगा तब CD बाहर आएगी और झगड़ा न हो और CD न दिखाई जाए तो चरित्रवान !बारी ईमानदारी !
    हे अन्ना जी !आप में यदि नैतिकता है तो अपने गिरोह के लोगों से दिल्ली को मुक्त करवाइए !राजनीति को बहुत गंदा कर रहे हैं ये कबाड़ी लोग !इन्हें ऐय्यासी का धन मुहैय्या करने के लिए बढ़ाई गई थी सैलरी !इन्होंने  दिल्ली वालों को बदनामी के अलावा दिया आखिर क्या है एक दिन सकून  से नहीं बैठने दिया है और अपने सकून  के लिए दिल्ली वालों का जीवन नरक कर रखा है आज भी इनकी कृपा से हर आफिस में भ्रष्टाचार है कहीं किसी की कोई कम्प्लेन नहीं सुनी जा रही है पहले ईमानदारी के नाम पर क्या क्या बकवास किया करते थे ये लोग !अब मजाक बन चुकी है ईमानदार सरकार नाम की चीज !प्रधानमंत्री और LG पर तो चोरों छिनारों की तरह तो आरोप लगाते हैं ये लोग !जैसे कोई जंगली हों !इनके आचार व्यवहार से शिक्षा कहीं झलकती भी है क्या ?प्रधानमंत्री और LG से तो ये लोग ऐसे लड़ते हैं जैसे प्रारंभिक कक्षाओं के बच्चे हों !सरकार बनते ही सुख सुविधाओं सैलरी संपत्ति और विज्ञापन के नाम पर पैसा ऐसे लूटने लगे जैसे कँगले हों !
   "मैंने केजरीवाल से कहा था कि प्रत्याशियों का चाल चरित्र देख लें !-अन्ना हजारे"
     किंतु प्रत्याशियों के चाल चरित्र तो वो देखे जिसे चाल चरित्र से लगाव हो !अरविंद केजरीवाल जैसे दिनभर झूठ बोलने वाले व्यक्ति से चाल चरित्र की आशा ही क्यों की जाए ! हे अन्ना जी !आपका गिरोह जितने भी लोगों को भ्रष्टाचारी बताया करता था उनमें से कितने लोग पकड़े गए हैं !सचपूछिए तो अन्ना जी !इस सारे पाप की जड़ आप ही हैं अन्यथा जब योगेंद्र और प्रशांत जी जैसे लोगों ने केजरीवाल के भ्रष्टाचार पर प्रश्न उठाया था तब आपको खुले तौर पर उनका साथ देना चाहिए था !
         अन्ना जी !आप त्याग की बड़ी बड़ी बातें किया करते थे बड़े बड़े आदर्शों के उदाहरण  दिया करते थे !अब आपकी आत्मा राजी हो तो कुछ कीजिए !

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