Thursday, 1 September 2016

दिल्लीसरकार और 'आप' पार्टी के संयुक्त सेक्स स्कैंडल में केजरीवाल जी से हमारे कुछ ज्वलंत प्रश्न !

    केजरीवालसरकार और आम आदमी पार्टी अपना दामन बचाने के लिए सेक्स स्कैंडल में फँसा रही है संदीपकुमार को उसका दोष केवल इतना है कि वो दलित है !आम आदमी पार्टी से जुड़ने के पहले तो उसमें नहीं थे ऐसे विकार !आम आदमी पार्टी और 'आप 'सरकार ही संस्कार भ्रष्ट है तो उसके लिए क्या करे संदीप कुमार और क्या करे उसका परिवार ! 
   संदीप कुमार को ऐसा क्यों लगता है कि हमारी पार्टी और सरकार में ऐसे सेक्सकांड करने वाला मैं अकेला ही तो नहीं हूँ किंतु फँसाया केवल मैं जा रहा हूँ क्योंकि मैं दलित हूँ ! 

      दिल्ली सरकार को प्राप्त जिन अधिकारों से दिल्ली के अभी तक के मुख्यमंत्रियों का गुजारा होता चला आ रहा था । केंद्र में अटलजी की सरकार रहने के बाद भी  शीला दीक्षित जी को कोई समस्या नहीं हुई और उन्होंने निरंतर विकास किये दिल्ली की जनता उनकी कार्यशैली से संतुष्ट न होती तो उन्हें क्यों देती इतना लंबा कार्यकाल !कुलमिलाकर सभी मुख्यमंत्रियों ने अभी तक शांति पूर्वक दिल्ली का विकास किया किसी की न तो PM से लड़ाई रही और न ही LG से ,पुलिस को अपने अंडर में लेने के लिए भी कोई मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरह इतना पागल कभी नहीं हुआ क्यों ?
     केजरीवाल जी !यदि आप अपनी पार्टी और सरकार में चल रही सेक्स स्कैंडल जैसी और भी तमाम प्रकार की असामाजिक और अनैतिक गतिविधियों से डरते नहीं हैं पुलिस को अपने अंडर में लेने की इतनी हड़बड़ी क्यों है ?
        संदीपकुमार यदि व्यक्तिगत तौर पर गलत होते तो जब तक वो आम आदमी पार्टी से नहीं जुड़े और दिल्ली सरकार में मंत्री नहीं बने तब तक उन्होंने ऐसा कुछ क्यों नहीं किया आम आदमी पार्टी से जुड़ते ही उनके मन में ऐय्यासी क्यों कौंधने लगी !
    दिल्लीसरकार का अंग होने के नाते ही संदीप कुमार में क्यों आए ऐसे विकार !
     इसका सीधा सा मतलब है कि 'आप' पार्टी और 'दिल्ली' सरकार के कुसंस्कारों ने ही संदीप कुमार को ऐसा ऐय्यास बनने पर विवश किया !दिल्ली सरकार और पार्टी में ऐसा और क्या क्या हो रहा है वो केजरीवाल जी अभी सार्वजनिक करेंगे या तब तक मौन रहकर उन अपराधियों को छाती में चिपकाए बैठे रहेंगे जब तक कोई दूसरा उनकी CD बनाकर नहीं दिखाएगा ?
        केजरीवाल जी !दिल्ली की जनता का मानना है कि संदीपकुमार जैसे और भी हीरे छिपे  हो सकते हैं आपकी गुदड़ी में जब जो आपकी बात नहीं मानेगा या आपसे झगड़ेगा तब उसे हटाने के लिए दिखाई जाएगी उसकी CD और इसी बहाने उसे निकाल बाहर कर दिया जाएगा !इसमें आखिर सच्चाई क्या है ?
       अरविंद जी ! कुछ लोगों का मानना है कि ऐसी ही ऐय्यासी करने के कारण घट जाता था आपके विधायकों का फंड !अन्यथा जिस कमाई से उनका गुजारा  पहले से होता चला आ रहा था वो अचानक इतनी कम क्यों पड़ जाने लग गई ! 'आप' पार्टी से जुड़ने और 'आप' पार्टी की सरकार बनने के बाद इनकी जरूरतें अचानक इतनी क्यों बढ़ गईं कि धन मुहैया करवाने हेतु बढ़ानी पड़ी विधायकों की सैलरी !
      केजरीवाल जी !आपके संदीप कुमार का ये कहना कि दलित होने के कारण ही मुझे फँसाया जा रहा है ये आम आदमी पार्टी के नेताओं के चरित्र पर उनका सबसे बड़ा आरोप है !वो ऐसे सिद्ध होता है कि सेक्स स्कैंडल के उस वीडियो में जब सब कुछ साफ साफ दिखाई पड़ रहा है वो संदीप कुमार ही हैं आम तौर पर लोगों के द्वारा पहचाने भी जा रहे हैं यदि ये सब कुछ सही है तो फिर अपने सस्पेंड किए जाने को वो अपने गलत कर्मों का फल क्यों नहीं मानते हैं उनका ये कहना कि "दलित होने के कारण ही मुझे फँसाया जा रहा है"!कहने का अभिप्राय उन्हें ऐसा क्यों लगता है कि हमारी पार्टी और सरकार में ऐसे सेक्स कांड करने वाला मैं अकेला ही तो नहीं हूँ किंतु फँसाया केवल मैं जा रहा हूँ क्योंकि मैं दलित हूँ ! 
     अरविंद जी !आप तो दलितों के लिए दयालु दिखने का प्रयास हमेंशा करते रहते हैं आप कन्हैया का साथ दे सकते हैं ,एक दलित के लिए हैदराबाद जा सकते हैं अखलाक के लिए भी आपकी दयालुता दुनियाँ जानती है फिर संदीपकुमार के प्रकरण में वो वीडियो सही है या गलत इसकी जाँच तो हो जाने देते !दुनियाँ आरोप लगा रही थी लगाने देते विपक्ष का काम है आरोप लगाना !मीडिया शोर मचा रहा था मचाने देते उसकी वही रोजी रोटी है !आखिर आपको तो अपने विधायक मंत्री पर भरोसा करना ही चाहिए था ! उसके प्रति आप इतने कठोर कैसे हो गए आखिर उसे आनन फानन  में ऐसे ही क्यों सस्पेंड कर दिया !कहीं वो आपकी कोई पोल खोलने वाला तो नहीं था !
     केजरीवाल जी ! शिक्षामंत्री का एकांत में शिक्षकों के साथ होना यदि दोष नहीं है इसी प्रकार से चिकित्सा मंत्री का चिकित्सकों के साथ एकांत में होना भी यदि दोष नहीं है तो महिला कल्याण मंत्री यदि एकांत में किसी महिला के साथ दिखाई पड़ रहा है तो इतना हो हल्ला क्यों ?
    अरविंद जी ! राजनीति में शिक्षा अनिवार्य क्यों न की जाए 
      महिला कल्याण मंत्री को क्या पता कि कैसे किया जाता है महिलाओं का कल्याण !मंत्री मुख्यमंत्री आदि बनने की कोई ट्रैनिंग तो कराई नहीं जाती है सीधे मंत्रालयों में घुसा कर बैठा दिए जाते हैं एक से एक नौसिखिया लोग !जिसे जो विधि समझ में आती है वो वैसे करता है अपने अपने मंत्रालय का काम काज !प्रारंभ में सबसे कुछ गलतियाँ भी होती होंगी धीरे धीरे सीख जाते होंगे लोग !इसी प्रकार से महिलाकल्याण मंत्री संदीप कुमार को भी महिला कल्याण करने की जो विधि समझ में आयी होगी वो वैसा कर रहे हैं उस वीडियो में भी वो एक महिला के साथ ही दिख रहे हैं इसका मतलब साफ है कि वो अपने मंत्रालय से जुड़ा कामकाज ही सँभाल रहे हैं !इतनी ही समस्या थी तो किसी महिला को बनाना चाहिए था महिला कल्याण मंत्री !
         दिल्ली सरकार के सभी मंत्री ऐसे ही देखते होंगे अपने अपने मंत्रालयों के काम काज !वास्तव में तरक्की कर रही है दिल्ली !
        दिल्ली सरकार के नौसिखिया मंत्रियों की अजब गजब कार्यशैली है !बंदरों के हाथ में माचिस पकड़ा दी गई है उन्हें पता ही नहीं होता है कि सरकार का काम क्या है और मंत्रियों को कैसे कैसे करना चाहिए अपने मंत्रालयों का काम काज !मंत्री बनने की कहीं कोई ट्रेनिंग तो मिलती नहीं है केजरीवाल के मेहनती मंत्रियों को हर काम खुद करने पड़ते हैं इसका जीता जागता है उदाहरण है ये CD जिसमें कपड़े उतारे जुटे पड़े हैं बेचारे !उनका ये है महिला कल्याण करने का ढंग !शिक्षामंत्री स्वास्थ्यमंत्री परिवहन मंत्री सब ऐसे ही परिश्रम पूर्वक कर रहे होंगे अपने अपने काम !इसी प्रकार से बिजली मंत्री कहीं बिजली बना रहे होंगे !
      शिक्षामंत्री शिक्षा को लेकर कितने झूठे दावे करते जा रहे हैं स्कूलों में कोई अंतर नहीं है शिक्षा व्यवस्था जस की तस ठप पड़ी है !शिक्षा व्यवस्था सुधरे भी कैसे उन्होंने ऐसा किया क्या है घूस देकर नौकरी पानेवाले शिक्षकों के बल पर शिक्षा व्यवस्था सुधारने की डीगें हाँक रहे हैं दिल्ली के शिक्षामंत्री !जो शिक्षक पढ़े होंगे वही न पढ़ाएँगे जो खुद ही नहीं पढ़े होंगे वो कैसे पढ़ाने लगेंगे !प्रतिभा स्कूलों की ये स्थिति है कि संस्कृत पढ़ाने वालों को संस्कृत नहीं आती हिंदी वालों के हिंदी नहीं आती ऐसा ही है अन्य विषयों का हाल!मैथ पढ़ाने वाले जल्दी जल्दी बक कर चले जाते हैं किसी को समझ में आवे या न आवे !झूठे मनीष सिसोदिया ठोंक रहे हैं शिक्षा व्यवस्था सुधरने की ताल !
     हे बुढ़ऊ अन्ना जी !दिल्ली में इतनी गंदगी फैलाकर गए हैं आप !भला अबकी आना दिल्ली में धरना देने तुम !अबकी दिल्ली वाले टोपी उतार के खदेड़ेंगे तुम्हें !
        चूँकि सेक्स स्कैंडल जब घटित हुआ तब संदीप कुमार आम आदमी पार्टी का सदस्य था और दिल्ली सरकार का मंत्री भी था इसलिए वो कुछ अच्छा करता तो पार्टी और सरकार अपनी पीठ ठोंकती इसीलिए इस सेक्स स्कैंडलके लिए भी दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी दोनों ही दोषी हैं संदीपकुमार को गुनाहगार ठहराना इसलिए भी ठीक नहीं होगा क्योंकि जब तक वो दिल्ली सरकार में मंत्री नहीं था और जब तक वो आम आदमी पार्टी से नहीं जुड़ा था तब तक उसके ऊपर इस कोई आरोप नहीं लगा और न ही ऐसी कोई CD ही किसी ने देखी इसके गवाह स्वयं आम आदमी पार्टी और उसका शीर्ष नेतृत्व है क्योंकि संदीप की छवि स्वच्छ थी इसीलिए उसे पार्टी में जोड़ा गया टिकट दिया गया मंत्री बनाया गया !दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी से संबंध बनने के बाद उसमें ये दुर्गुण आया !यदि वो आम आदमी पार्टी से न जुड़ा होता तो ये बदनामी नहीं झेलनी पड़ती उसे !इसलिए इस सेक्स स्कैंडल की पार्टी और सरकार को सामूहिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए !
       चूँकि ये दोष पार्टी और दिल्ली सरकार के गंदे संस्कारों का है तो इसमें दोषी अकेले संदीप कुमार ही कैसे हो सकते हैं इतनी बड़ी पार्टी और सरकार में संस्कार केवल संदीप कुमार के ही क्यों बिगड़ेंगे !इसमें तो उनके साथी और भी होंगे किसी कारण से हो सकता है कि उनकी CD न बन पाई हो तो उन्हें चरित्रवान कैसे मान लिया जाए !

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