जलवायुपरिवर्तन: जल और वायु के स्वभाव और स्वरूप में परिवर्तन होना संभव ही नहीं है क्योंकि जीवन का आधार जल और वायु ही तो है ऐसी परिस्थिति में जलवायु परिवर्तन का जीवन पर कोई असर नहीं है !
दूसरी बात प्रकृति के स्वभाव से ही सर्दी गर्मी वर्षा आदि ऋतुओं का क्रम निश्चित है ,मात्रा एवं अवधि अनिश्चित है इसलिए सर्दी गर्मी वर्षा आदि की मात्रा में कमी या अधिकता होना ऋतुओं का अपना अपना स्वभाव है !किंतु इससे ये कैसे सिद्ध हो जाता है कि जलवायु में कोई परिवर्तन हुआ है इसमें जलवायु परिवर्तन के सैद्धांतिक और वैज्ञानिक आधार क्या हैं ?
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