सन 2018 मार्च के महीने में मंगल और बृहस्पति ग्रह पर जो प्राकृतिक आक्रोश घटित हुआ था उसमें उन ग्रहों पर बहुत बड़ा उथल पुथल होते अनुभव किया गया था !उसमें ये दोनों ग्रह आँधी तूफ़ानों भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से आक्रांत हुए थे !
उन्हीं तूफानों ने अपना रुख पृथ्वी की ओर कर लिया है जो 12 -10-2018 तक शीघ्र पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश कर जाएँगे ! जैसे जैसे ये पृथ्वी के नजदीक पहुँचते जाएँगे वैसे वैसे ये पृथ्वी के वातावरण को अपने प्रभाव में लेते चले जाएँगे!इससे पृथ्वी का वातावरण बिगड़ेगा आँधी तूफानों की घटनाएँ बार बार घटित होंगी भूकंपों कई देशों में तांडव मचाएँगे !बृहस्पतिग्रह की धूल से पृथ्वी का वायुमंडल प्रदूषित होगा !दूसरे ग्रहों की धूल तीव्र वायु के साथ पृथ्वी और सूर्य के मध्य अवरोध उत्पन्न करेगी सूर्य की किरणें धूमिल हो जाएँगी !प्राकृतिक व्यवस्था बिगड़ने से स्वाँस खाँसी आँखों में जलन एवं उल्टीदस्त जैसे रोग अधिक मात्रा में बढ़ेंगे !
प्राकृतिक वातावरण में घटित हो रही इस बड़ी उथलपुथल को न समझ सकने वाले अज्ञानी लोग इस वायुप्रदूषण को पराली आदि जलाने से हुए धुएँ जैसी निराधार दलीलें देते दिखेंगे !ग्लोबलवार्मिंग क्लाइमेटचेंज पोल्यूशन जैसी न जाने कितनी निराधार कहानियाँ गढ़ लेंगे !जो शतप्रतिशत गलत हैं !
दूसरे ग्रहों से आने वाली प्राकृतिक आपदाओं के घटित होने में ग्लोबलवार्मिंग क्लाइमेटचेंज पोल्यूशन जैसी मनगढंत कहानियों की कोई भूमिका नहीं है !इन घटनाओं के वास्तविक कारणों को न जानने वाले अज्ञानी लोग ही ऐसी निराधार बातें करते दिखते हैं !
इस प्रकार से बृहस्पति गृह से पृथ्वी पर पधारने वाले तूफ़ान 9-10-2018 से पृथ्वी के वातावरण में अपना असर छोड़ने लगेंगे इस तूफान का पहला झोंका 11 -10-2018 से 15 -10-2018 के बीच आएगा !इस तूफ़ान से कुछ देश तूफानों की त्रासदी झेलने पर विवश होंगे !अतिवर्षा बाढ़ सुनामी तूफ़ान आदि से कुछ देश विशेष परेशान हो जाएँगे !
पृथ्वी के वातावरण में तूफानी तनाव दिखना प्रारंभ हो जाएगा और ऊपर कहे गए अन्य प्रकार के प्राकृतिक प्रकोप भी दिखने लगेंगे !
तांडव
9 अक्टूबर से
उन्हीं तूफानों ने अपना रुख पृथ्वी की ओर कर लिया है जो 12 -10-2018 तक शीघ्र पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश कर जाएँगे ! जैसे जैसे ये पृथ्वी के नजदीक पहुँचते जाएँगे वैसे वैसे ये पृथ्वी के वातावरण को अपने प्रभाव में लेते चले जाएँगे!इससे पृथ्वी का वातावरण बिगड़ेगा आँधी तूफानों की घटनाएँ बार बार घटित होंगी भूकंपों कई देशों में तांडव मचाएँगे !बृहस्पतिग्रह की धूल से पृथ्वी का वायुमंडल प्रदूषित होगा !दूसरे ग्रहों की धूल तीव्र वायु के साथ पृथ्वी और सूर्य के मध्य अवरोध उत्पन्न करेगी सूर्य की किरणें धूमिल हो जाएँगी !प्राकृतिक व्यवस्था बिगड़ने से स्वाँस खाँसी आँखों में जलन एवं उल्टीदस्त जैसे रोग अधिक मात्रा में बढ़ेंगे !
प्राकृतिक वातावरण में घटित हो रही इस बड़ी उथलपुथल को न समझ सकने वाले अज्ञानी लोग इस वायुप्रदूषण को पराली आदि जलाने से हुए धुएँ जैसी निराधार दलीलें देते दिखेंगे !ग्लोबलवार्मिंग क्लाइमेटचेंज पोल्यूशन जैसी न जाने कितनी निराधार कहानियाँ गढ़ लेंगे !जो शतप्रतिशत गलत हैं !
दूसरे ग्रहों से आने वाली प्राकृतिक आपदाओं के घटित होने में ग्लोबलवार्मिंग क्लाइमेटचेंज पोल्यूशन जैसी मनगढंत कहानियों की कोई भूमिका नहीं है !इन घटनाओं के वास्तविक कारणों को न जानने वाले अज्ञानी लोग ही ऐसी निराधार बातें करते दिखते हैं !
इस प्रकार से बृहस्पति गृह से पृथ्वी पर पधारने वाले तूफ़ान 9-10-2018 से पृथ्वी के वातावरण में अपना असर छोड़ने लगेंगे इस तूफान का पहला झोंका 11 -10-2018 से 15 -10-2018 के बीच आएगा !इस तूफ़ान से कुछ देश तूफानों की त्रासदी झेलने पर विवश होंगे !अतिवर्षा बाढ़ सुनामी तूफ़ान आदि से कुछ देश विशेष परेशान हो जाएँगे !
पृथ्वी के वातावरण में तूफानी तनाव दिखना प्रारंभ हो जाएगा और ऊपर कहे गए अन्य प्रकार के प्राकृतिक प्रकोप भी दिखने लगेंगे !
तांडव
9 अक्टूबर से
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