माननीय राज्यपाल महोदय जी
सादर प्रणाम !
विषय: 20 वर्ष पुरानी हमारी जगह में बनी हमारी दीवार तोड़ कर दरवाजा रखने की धमकी देकर गए हैं पडोसी उन्हें रोकने हेतु !
सादर प्रणाम !
विषय: 20 वर्ष पुरानी हमारी जगह में बनी हमारी दीवार तोड़ कर दरवाजा रखने की धमकी देकर गए हैं पडोसी उन्हें रोकने हेतु !
महोदय
विदित हो कि मैं दिल्ली में रहता हूँ वैसे कानपुर (इंदलपुर)जन्मभूमि है मैं कई पुस्तकों का लेखक हूँ 20 किताबें प्रारंभिक स्कूलों में भी पढ़ाई भी जाती हैं मेरे कई काव्य एवं गद्यग्रंथ हैं 9 ब्लॉग हैं जिनमें भ्रष्टाचार विरोधी जन जागरण से जुड़े लगभग 2000 आर्टिकल प्रकाशित हैं जो लाखों बार पढ़े जा चुके हैं वैसे दिल्ली में ही स्वतंत्र पत्रकारिता भी करताहूँ ।
मान्यवर ,कानपुर के कल्याणपुर कला में फूलेश्वर शिवमंदिर के पीछे हमारा घर है । यह प्लाट मैंने सन 1997 में हरीसिंह से खरीदा था जिसका प्लाट नंबर 27 है !इसकी रजिस्ट्री तुरंत हो गई थी और दाखिल ख़ारिज 1999 में हो गया था!यहाँ हमारे भाई साहब पिछले 19 वर्षों से रहते हैं । मेरा भी आना जाना रहता है ।
श्रीमान जी !हरीसिंह जी ने हमारे प्लॉट के सामने तक ही रोड बनाकर हमें प्लॉट बेचा था और हमसे कहा था कि इसके आगे दीगर भूमि की बाउंड्री है इसलिए इस बाउंड्री के उधर से तुम्हारा कोई लेना देना नहीं है और इस बाउंड्री के इधर से दीगर भूमि वालों का कोई लेना देना नहीं है इसलिए ये रोड यहीं तक रहेगा ।
यद्यपि ये रोड यदि लगभग तीस फिट और आगे बढ़ जाता तो पनकीरोड के लिंक रोड में मिल सकता था जिससे इधर रहने वाले काफी बड़े समूह का आवागमन बहुत आसान हो जाता किंतु दीगर भूमि होने के कारण ही यह रोड पनकीरोड के लिंक रोड में मिलाया नहीं जा सका इसे लगभग 30 फिट पहले ही रोक देना पड़ा ।पिछले 19 वर्षों से हम लोग यहाँ रह रहे हैं और बाउंड्री वैसी ही बनी हुई है रोड हमारे दरवाजे पर ही रुका हुआ है न उनका इधर से कोई मतलब था और न हमारा उधर से !
महोदय !अभी 2 -7-2016 को दीगर भूमि वाले साबूसिंह पुत्र रघुनाथ सिंह ने हमारे भाईसाहब ब्रजकिशोर वाजपेयी जी से बोला है कि मैं तुम्हारी तरफ गेट खोलूँगा तो उन्होंने कहा कि तुम्हारा इधर से क्या संबंध !फिर भी तुम्हें यदि यही करना है तो इस रोड को आगे बाउंड्री की दीवार पार करके अपनी जगह में ले जाओ वहाँ खोलो अपना दरवाजा !साथ ही यदि आप हमारी तरफ क़ी जमीन पर बने रोड का फायदा उठाना चाहते हैं तो आप इस रोड को उधर के रोड से भी मिलाएँ ताकि हम लोगों को भी आने जाने की सुविधा मिले !
दीगर भूमि वाले साबूसिंह कहते हैं कि "यह रोड तो यहीं तक रहेगी इसे आगे नहीं बढ़ने दूँगा और अपनी बाउंड्री एवं उसके साथ वाली तुम्हारी दीवाल तोड़कर तुम्हारे चबूतरे पर दरवाजा खोलूँगा ।"ये उनकी हमारे लिए अंतिम चेतावनी है इसके बाद वो कभी भी आकर हमारी दीवार तोड़कर अपना दरवाजा बना लेंगे !
महोदय ! हमने पैसे देकर जगह खरीदी है और ये साबूसिंह जबर्दस्ती हमारे ऊपर दबाव बना रहे हैं ये तो हमें भागने के लिए विवश कर रहे हैं अतएव मेरा आपसे निवेदन है कि यदि साबूसिंह को दरवाजा खोलना ही है तो रोड को आगे बढ़ाकर आर पार करें एवं अपनी जगह में दरवाजा खोलें और हमें भी अपनी तरफ से निकलने का रास्ता दें अन्यथा उनका दरवाजा हमारी तरफ से किसी भी कीमत पर न खुलने दिया जाए !
भवदीय मान्यवर ,कानपुर के कल्याणपुर कला में फूलेश्वर शिवमंदिर के पीछे हमारा घर है । यह प्लाट मैंने सन 1997 में हरीसिंह से खरीदा था जिसका प्लाट नंबर 27 है !इसकी रजिस्ट्री तुरंत हो गई थी और दाखिल ख़ारिज 1999 में हो गया था!यहाँ हमारे भाई साहब पिछले 19 वर्षों से रहते हैं । मेरा भी आना जाना रहता है ।
श्रीमान जी !हरीसिंह जी ने हमारे प्लॉट के सामने तक ही रोड बनाकर हमें प्लॉट बेचा था और हमसे कहा था कि इसके आगे दीगर भूमि की बाउंड्री है इसलिए इस बाउंड्री के उधर से तुम्हारा कोई लेना देना नहीं है और इस बाउंड्री के इधर से दीगर भूमि वालों का कोई लेना देना नहीं है इसलिए ये रोड यहीं तक रहेगा ।
यद्यपि ये रोड यदि लगभग तीस फिट और आगे बढ़ जाता तो पनकीरोड के लिंक रोड में मिल सकता था जिससे इधर रहने वाले काफी बड़े समूह का आवागमन बहुत आसान हो जाता किंतु दीगर भूमि होने के कारण ही यह रोड पनकीरोड के लिंक रोड में मिलाया नहीं जा सका इसे लगभग 30 फिट पहले ही रोक देना पड़ा ।पिछले 19 वर्षों से हम लोग यहाँ रह रहे हैं और बाउंड्री वैसी ही बनी हुई है रोड हमारे दरवाजे पर ही रुका हुआ है न उनका इधर से कोई मतलब था और न हमारा उधर से !
महोदय !अभी 2 -7-2016 को दीगर भूमि वाले साबूसिंह पुत्र रघुनाथ सिंह ने हमारे भाईसाहब ब्रजकिशोर वाजपेयी जी से बोला है कि मैं तुम्हारी तरफ गेट खोलूँगा तो उन्होंने कहा कि तुम्हारा इधर से क्या संबंध !फिर भी तुम्हें यदि यही करना है तो इस रोड को आगे बाउंड्री की दीवार पार करके अपनी जगह में ले जाओ वहाँ खोलो अपना दरवाजा !साथ ही यदि आप हमारी तरफ क़ी जमीन पर बने रोड का फायदा उठाना चाहते हैं तो आप इस रोड को उधर के रोड से भी मिलाएँ ताकि हम लोगों को भी आने जाने की सुविधा मिले !
दीगर भूमि वाले साबूसिंह कहते हैं कि "यह रोड तो यहीं तक रहेगी इसे आगे नहीं बढ़ने दूँगा और अपनी बाउंड्री एवं उसके साथ वाली तुम्हारी दीवाल तोड़कर तुम्हारे चबूतरे पर दरवाजा खोलूँगा ।"ये उनकी हमारे लिए अंतिम चेतावनी है इसके बाद वो कभी भी आकर हमारी दीवार तोड़कर अपना दरवाजा बना लेंगे !
महोदय ! हमने पैसे देकर जगह खरीदी है और ये साबूसिंह जबर्दस्ती हमारे ऊपर दबाव बना रहे हैं ये तो हमें भागने के लिए विवश कर रहे हैं अतएव मेरा आपसे निवेदन है कि यदि साबूसिंह को दरवाजा खोलना ही है तो रोड को आगे बढ़ाकर आर पार करें एवं अपनी जगह में दरवाजा खोलें और हमें भी अपनी तरफ से निकलने का रास्ता दें अन्यथा उनका दरवाजा हमारी तरफ से किसी भी कीमत पर न खुलने दिया जाए !
डॉ.शेष नारायण वाजपेयी
9811226973\9838239075
प्लॉट नं 27, हरीसिंह की बगिया
फूलेश्वर शिव मंदिर के पीछे ,कल्याणपुर कला कानपुर
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