तृप्ति देशाई ने शुरू किया धर्म की आड़ लेकर राजनैतिक धंधा निंदनीय !जानिए क्यों ?
धर्म और संस्कृति के क्षेत्र में जब भी कोई परंपरा पड़ती है तब उसका कोई न कोई कारण जरूर होता है जरूरी नहीं वो तर्कों से सिद्ध किया ही जा सके !धर्म तो आस्था का विषय है और कानून तर्क का विषय है तर्कों से आस्था को नहीं जीता जा सकता !दूसरी बात किसी परंपरा को बनाने में स्त्री पुरुष सब सम्मिलित रहते हैं कुछ न कुछ कारण तो रहते होंगे अन्यथा महिलाएँ तभी क्यों मान लेतीं !लोगों का जैसा कि विश्वास होता है कि परंपराएँ टूटने से हमारा और हमारे देश तथा समाज का नुक्सान हो सकता है इस लिए वे अपनी परम्पराओं का पालन करते रहना चाहते हैं!ऐसी परिस्थिति में कुछ वो लोग परंपराएँ तोड़ने की बात तृप्ति देशाई जैसे वो लोग करने लगते हैं जिनका धर्म कर्म से दूर दूर तक कोई लेना देना ही नहीं होता और न ही उनके पास इस बात के ही कोई जवाब होते हैं कि आस्थावान लोगों की आशंका के अनुसार ही परंपरा टूटने से यदि कोई नुक्सान होने लगा तो उसे सँभालेगा कौन ? जैसे शनि शिंगणापुर में जिस दिन से परंपरा टूटी उसी दिन से शनिदेव उगल रहे हैं आग और हिला रहे हैं धरती ! शुक्रवार को टूटी परंपरा शनिवार की रात को केरल में लगी भीषण आग और रविवार को आया भूकंप !तब से अभी तक लगातार आग लगने की घटनाएँ भी खूब सुनाई दे रहीं हैं और बाढ़ ,भूकंप,भूस्खलन जैसी बड़ी घटनाएँ भारी मात्रा में देखी सुनी जा रही हैं । ये है शनि देव के प्रकोप का असर ! हे ईश्वर ! रक्षा करो !!
बंधुओ !केवल इतना ही नहीं है शनिदेव के कोप के कारण निकट भविष्य में दिखाई सुनाई पड़ सकती हैं और भी ऐसी ही दुर्घटनाएँ !इस see more....http://bharatjagrana.blogspot.in/2016/04/blog-post_61.html
दिल्ली में इस वर्ष का तीसरा "कूड़ाफेस्टिवल " उधर बैंगलोर वर्कशॉप में चल रही है दिल्ली सरकार की ओवरहॉलिंग !
आड इवेन फार्मूले से दिल्ली के प्रदूषण का लेवल इतना अधिक घट गया कि दिल्ली सरकार को सारी दिल्ली में अचानक कूड़ा फैलवाना पड़ा !सफाईकर्मियों ने इस काम में दिल्ली सरकार की बढ़ चढ़ कर मदद की ! दिल्ली के अधिकाँश लोगों का मनना है कि दिल्लीनरेश जब झूठ बोलने की लिमिट क्रास कर जाते हैं तो उनका अलार्म (खाँसी)बजने लगता है फिर उन्हें ओवरहॉलिंग के लिए बैंगलोर वर्कशॉप ले जाना पड़ता हैं जहाँ दिल्ली सरकार की साफ सफाई एवं सविधिमरम्मत की जाती है इस ओबर हालिंग से दिल्ली सरकार का इंजन इतना बोल्ड हो जाता है कि पिछलीबार उसी बोलडनेस के शिकार हो गए थे प्रशांत भूषण जी और योगेंद्र यादव जी जैसे और भी पार्टी के तमाम लोग !अबकी बार इस बोलडनेस का शिकार न हो जाए कोई आपिया !हे भगवान आपियों की रक्षा करो - see more....http://samayvigyan.blogspot.in/2016/02/blog-post.html
दिल्लीसरकार धूमधाम से मना रही है "कूड़ाफेस्टिवल " उधर केजरीवाल जी खाँसी सेलिब्रेट करने गए हैं बैंगलोर !
दिल्ली नरेश जी जिस महीने ज्यादा झूठ बोल जाते हैं उसी महीने खाँसी जोर पकड़ जाती है उनकी खाँसी !
बंधुओ ! दिल्ली का काम प्रदूषण के बिना चल ही नहीं सकता !आड इवेन फार्मूले से प्रदूषण का लेवल इतना अधिक घट गया कि अचानक बढ़ाना आवश्यक हो गया और दिल्ली की गली गली में कूड़ा फैलवाना पड़ा !बारी शुभ चिंतक दिल्लीसरकार !उधर दिल्ली सरकार की खाँसी अचानक जोर पकड़ गई और सरकार कीआत्मा को अचानक जाना पड़ा बैंगलोर !बैंगलोर जाना कोई बुरी बात नहीं है किंतु पिछली बार केजरीवाल जी जब खाँसी ठीक करवाकर आए थे बैंगलोर से तभी हुआ था "योगेंद्रकांड" अबकी किसपर बीतेगी ये बैंगलोर यात्रा भगवान ही see more....http://sahjchintan.blogspot.in/2016/02/blog-post_1.html
आड इवेन फार्मूले से दिल्ली के प्रदूषण का लेवल इतना अधिक घट गया था कि अचानक कूड़ा फैलवाना पड़ा !दिल्ली सरकार बहुत दयालू है!!
"कूड़ाफेस्टिवल " भाई !बड़ा प्रभावी है आड इवेन फार्मूला ! देखिए प्रदूषण बढ़ने पर दिल्ली सरकार ने आड इवेन फार्मूला चलाया था और अब प्रदूषण घटते ही मनाया जा रहा है "कूड़ाफेस्टिवल "!
विरोधी कहते हैं सरकार कुछ करती नहीं है अरे !अभी तो कूड़ा फैलाने का बजट पास कराया जायेगा फिर कूड़ा हटाने का बजट पास होगा फिर कूड़ा फैलाने और हटाने का जश्न मनाया जाएगा तभी तो किया जाता है स्याही संस्कार बारी दिल्ली सरकार !
इस "कूड़ाफेस्टिवल " में सफाईकर्मियों ने भी पूरी ताकत झोंक रखी है जगह जगह सजाए गए हैं कूड़े के अंबार ! 'आप' के वालेंटियरों से लेकर मंत्रियों तक को लगाया गया है कूड़े के काम में !मीडिया तो कूड़ा कूड़ा कर रहा है !
दिल्लीसरकार धूमधाम से मना रही है "कूड़ाफेस्टिवल " उधर केजरीवाल जी खाँसी सेलिब्रेट करने गए हैं बैंगलोर ! केजरीवाल जी जिस महीने ज्यादा झूठ बोल जाते हैं उसी महीने खाँसी जोर पकड़ जाती है उनकी खाँसी !
बैंगलोर में किया जा रहा है दिल्ली सरकार का शुद्धीकरण !
सारी दुनियाँ दारी से दूर दिल्लीनरेश बैंगलोर में ले रहे हैं खाँसी का आनंद !
उधर बैंगलोर में दिल्ली नरेश को नहाना धोना उठना बैठना बोलना चालना सिखाया जा रहा होगा !लोगों पर झूठे आरोप लगाने के दोष गिनाए जा रहे होंगे दिल्ली की जनता के धन का विधायकों की सैलरी और विज्ञापनों में दुरूपयोग करने को रोका जा रहा होगा !खाना पीना सोना जागना आदि सब कुछ करने के लिए संयम से लेकर सात्विकता तक के उन्हें गंभीर पाठ पढ़ाए जा रहे होंगे !इस प्रकार से सारा आचार व्यवहार संस्कार शिष्टाचार आदि सिखाया जा रहा होगा !ऐसी ही योगिक क्रियाओं से उनकी मन वाणी आत्मा आदि का शुद्धीकरण होते ही पापों का प्रायश्चित्त हो जाता है इस प्रकार से दिल्ली नरेश जी का शरीर पापमुक्त होते ही स्वतः भाग जाती हैं खाँसी जैसी सारी आधियाँ ब्याधियाँ !