हिन्दू मंदिरों में साईं आखिर घुसे कैसे ! किसी चर्च,मस्जिद,या गुरुद्वारा में उनकी दाल क्यों नहीं गली ?
हिन्दुओं की लापरवाही का फल हैं साईं
- ईसाई लोगों का बाइबल अंग्रेजी भाषा में है इसलिए वो अंग्रेजी पढ़ते हैं जिससे बाइबल पढ़ते और समझते हैं ।
- मुस्लिम लोगों का कुरान उर्दू भाषा में है इसलिए वो उर्दू पढ़ते हैं जिससे कुरान पढ़ते और समझते हैं ।
- सिक्ख लोगों का पवित्र गुरुग्रंथ साहब पंजाबी भाषा में है इसलिए वो पंजाबी पढ़ते हैं जिससे गुरुग्रंथ साहब पढ़ते और समझते हैं ।
सनातनधर्मी हिन्दुओं के वेद आदि पवित्र ग्रन्थ संस्कृत भाषा में हैं किंतु हिन्दू लोग संस्कृत भाषा पढ़ते नहीं हैं इसलिए वे न वेद समझ पाते हैं न पुराण न गीता न भागवत ! इसीलिए उन्हें उनके धर्म के नाम पर कोई कुछ भी सिखा समझाकर चला जाता है इसीलिए हिन्दुओं के धर्म स्थलों मंदिरों में कोई किसी की मूर्ति लगाकर चला जाता है कोई किसी की और कह देता है संस्कृत भाषा न पढ़ने के कारण तुम्हें तुम्हारे धर्म का ज्ञान नहीं है इसलिए भोगो इसका पाप और अपने सक्षम देवी देवताओं की उपस्थिति में भी अपने मंदिरों में ही पूजो साईं बुड्ढे को !अगले जन्म में जब संस्कृत पढ़ोगे तब पता लगेगा कि अपने देवी देवताओं को छोड़कर साईं को पूजकर कितना बड़ा पाप किया है तब करना पड़ेगा इसका प्रायश्चित्त !
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