Tuesday, 27 October 2020

 आदरणीया स्वास्थ्य मंत्री जी सादर नमस्कार 

       बिषय : महामारी से संबंधित अनुमान या पूर्वानुमान लगाने के लिए वेदविज्ञान से संबंधित अनुसंधान हेतु मिलने के लिए -

  महोदय,

    इस बिषय में मैंने प्रधानमंत्री जी को कई मेलें भेजी हैं !आपके माध्यम से मेरा सरकार से इतना निवेदन है कि कोरोना जैसी महामारी से सारा विश्व परेशान  हुआ है !इस संकट से समाज को मुक्ति दिलाने के लिए वैज्ञानिकों ने बहुत प्रयास किए हैं इसमें कोई संशय भी नहीं है किंतु उन प्रयासों के प्रभाव से समाज को महामारी से बचाने में विशेष मदद नहीं मिल सकी  है |

      इस महामारी के स्वरूप को समझने में, इसके लक्षण पहचानने में, इसके घटने बढ़ने एवं इसके समाप्त होने संबंधित पूर्वानुमान लगाने में, इसके कारण खोजने में एवं इसके प्रसार के कारण खोजने में तथा इसकी औषधि खोजने में अपेक्षित सफलता नहीं मिल सकी है |इन बिषयों में जो जो बातें बोली गईं वे बाद में बदल दी जाती रही हैं |वैज्ञानिकों की इस दुविधा के कारण ही संक्रमितों की जाँच को, दो गज दूरी को, एकांतबास को ,मॉस्कधारण को ,सैनिटाइजर प्रयोग को एवं लॉकडाउन को  कोरोना की चिकित्सा के रूप में प्रस्तुत किया जाता रहा है इन उपायों का प्रभाव कितना हुआ है इस बिषय में निश्चित तौर पर कहे जा सकने योग्य कोई प्रामाणिक तथ्य नहीं उपलब्ध हैं क्योंकि बहुत लोगों ने ये सभी सावधानियाँ बरतीं हैं उन्हें भी संक्रमण हुआ है जबकि बहुत श्रमिक मजदूर घनी बस्तियों में रहने वाले लोग चाहकर भी कोई सावधानी नहीं बरत सके इसके बाद भी उन्हें कोरोना संक्रमण नहीं हुआ है |

   वेद विज्ञान की दृष्टि से देखा जाए तो महामारी से चारों लहरों के विषय में आगे से आगे पूर्वानुमान मैं पीएमओ की मेल पर भेजता रहा हूँ जो पूरी तरह से सही निकलता रहा है जबकि अन्य अनुसंधानों के द्वारा ऐसा नहीं किया जा सका है |

      ऐसी परिस्थिति में आपसे मेरा विनम्र निवेदन है कि कोरोना जैसी महामारियों के स्वरूप शक्ति स्वभाव एवं संक्रमण को समझने में वेदविज्ञान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है | इसके द्वारा ऐसी महामारियों के  बिषय में पूर्वानुमान लगाया जा सकता है इसके द्वारा इस बात का भी पूर्वानुमान लगाया जा सकता है कि हवा में व्याप्त कोरोना संक्रमण से संक्रमित होने का खतरा किसे कितना कम और किसे कितना अधिक है तथा इससे संक्रमित व्यक्तियों में से किसके स्वस्थ होने की संभावना कितनी अधिक या कम है | 

     अतएव जनहित में वेद विज्ञान की इस विधा को भी ऐसी महामारियों से संबंधित अनुसंधानों में सम्मिलित करने हेतु मुझे समय देने का कष्ट करें |यही  आपसे मेरा विनम्र निवेदन है | 

                                                                                     निवेदक : 

                                                                    डॉ.शेष नारायण वाजपेयी 

                                                            A -7 \41,कृष्णा नगर दिल्ली -51

                                                                             9811226983

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