Wednesday, 28 January 2015

भाजपा का कर्णधार उधार का क्यों ?उसकी अपनी चमक फीकी क्यों पड़ी !

        भाजपा की नैया का खेवैया भाजपा में तैयार हुआ नहीं या होने नहीं दिया गया !
ईश्वर ने मुख दिया है तो बातें कितनी भी बड़ी बड़ी कर ली जाएँ  किन्तु क्या ये सच्चाई नहीं है कि -
  • विगत 15 वर्षों से दिल्ली  भाजपा के पास सत्ता न होने के कारण सरकारी काम काज था नहीं !
  • शीला सरकार के अलोकप्रियआचरणों के विरुद्ध दिल्ली भाजपा ने कोई प्रभावी आंदोलन किया नहीं !
  •  भाजपा को कार्यकर्ता निर्माण का अवसर 15 वर्षों का मिला किन्तु उसमें भी उस तरह सफल नहीं हो पाई जैसा होना चाहिए था !
  • दिल्ली भाजपा अपना कोई ऐसा नेतृत्व नहीं खड़ा कर सकी जिसके पीछे खड़े होकर दिल्ली में हो रहे चुनावों का सामना कर पाती !
  • संघ से लेकर भाजपा तक के विभिन्न आयामों के स्वसंस्कारों  से सुपोषित कार्यकर्ताओं की अतिविशाल संख्या में  ऐसे एक चेहरे  का चयन नहीं किया जा सका जो अपना या अपने विशाल संगठन का चुनावों में चेहरा बनने के लायक होता और बचा पाता अपने सांगठनिक संस्कारों  बचा पाता  स्वाभिमान !
  • किरणवेदी जी में ऐसी कौन कौन सी अच्छाइयाँ दिखीं जो भाजपाइयों या आनुषंगिक संगठनों में नहीं दिखीं ईमानदारी के अलावा संघ कर पाना इनके अनेकों  आयामों में एवं इनके अपना कोई से सबसे बड़ा प्रश्न !

भाजपा को यदि भाजपा को भाजपा में नहीं दिखे अन्ना की पाठशाला के
तक  

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