Thursday, 18 December 2014

बच्चे मारे गए पाकिस्तान में, मगर दिल में दर्द भारत के बच्चों को भी हुआ ! - BBC

     बंधुओ !भारत के सहिष्णु एवं संवेदनात्मक  संस्कारों का उल्लेख किए बिना नहीं रह सका -BBC , हमारी भावनाएँ उसे भी समझ में आ गईं  किन्तु क्या इसी रूप में ये बातें पाकिस्तान की समझ में भी आ पाएँगी क्या पाकिस्तान के आम लोगों तक भारतीयों  की भावनाओं को पहुँचाने में मदद करना  चाहेगा BBC !

    वैसे भी यही हमारी पहचान है ये हमारे सहज संस्कार हैं , पाकिस्तान के छद्म युद्ध से भारत परेशान भले हो जाए किंतु संस्कारों ,सहयोगों ,नैतिक ,आध्यात्मिक एवं  आत्मीय व्यवहारों के किसी मंच पर भारत पराजित नहीं किया जा सकता !ये भारत के संस्कार हैं जिनके बलपर सहिष्णु भारत हमेंशा से अजेय रहा है आगे भी रहेगा !   

   हाफिज सईद जैसे लोगों का इस शिशुसंहार से कोई सम्बन्ध तो नहीं है ! पाक सरकार को इसकी भी करवानी चाहिए जाँच ! कौन जानता है बंधुओ !पेशावर हमले के लिए भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हाफिजसईद जैसे लोग ही जिम्मेदार हों क्योंकि इनकी नीति और नियति हमेंशा से आत्मघाती रही है वे हमेंशा से पाकिस्तान को शर्मिन्दा करते आ रहे हैं आज भी वही कर रहे हैं  भारत के विरूद्ध पाकिस्तानी लोगों को भड़काने के लिए वो हमेंशा  पाकिस्तान का ही नुक्सान केवल यह दिखाने के लिए करते रहे हैं कि देखो यह भारत ने किया है !

   भारत में मुख्य अतिथि के रूप में पधारने वाले ओबामा के आगमन को न पचा पाने के कारण ही पाकिस्तान की आम आवाम को उबालने के कारण हाफिज  ने ही तालिबान से मिल कर करवाया हो यह भीषण शिशु संहार !अन्यथा उन निर्दोष बच्चों का शोणित अभी सूखा भी नहीं है कि दैत्य राज हाफिज  पाकिस्तानी जनता को भारत के विरुद्ध भड़काने में जी जान से जुट गया है !आखिर क्या अपराध है भारत का और क्यों उगल रहा है भारत के विरुद्ध आग ?वह राक्षस भारत की आत्मीयता का हमेंशा से अपमान करता रहा है आज भी कर रहा है !पाकिस्तान के स्कूल में बच्चों की हत्याओं पर बेचैन भारत को ही दोषी ठहरा रहा है यह असुर !हाफिज सईद जैसे असुरों पर भरोसा तो पाक को भी नहीं करना चाहिए।भारत की आत्मीयता को अपमानित करना पाकिस्तान के भी हित  में नहीं है यह अब पाक की आम जनता को भी समझ में आ जाना चाहिए !

    पाकिस्तान को अब भी सोचना चाहिए कि बच्चों के हत्यारे उन आतताइयों की ओर से यह कहा जाना कि "पाक सैनिक हमारे शिविरों पर हमला कर रहे थे इसलिए उनके बच्चों पर हमला किया गया है!" किन्तु भारत को तो पाकिस्तान ने अनेंकों बार ऐसी बेदनाएँ दी हैं जिनका जवाब भारत  भी उसी भाषा में दे सकता था किन्तु ऐसा जवाब देने की तो कभी कल्पना ही नहीं अपितु सह नहीं सका है भारतवर्ष !दहल उठे  हैं हम भारतीयों के हृदय !

     आखिर क्यों नहीं होगा भारत के बच्चों के दिल में दर्द ! भारत माँ का ही बच्चा पाकिस्तान है और पाकिस्तान के बच्चे हैं वे जिनके आत्मीय शरीरों के चीथड़े देखे हैं भारतीय बच्चों ने माँओं ने और सभी लोगों ने ! यह खबर सुनने के बाद भारतीयों की रातें जागते बीत रही हैं भोजन के ग्रास निगले नहीं जा रहे हैं ! पाकिस्तान में हुए आत्मीय बच्चों पर हमला भारत के लिए मात्र एक खबर भर नहीं थी आखिर वो भी भारत माता के ही जिगर के टुकड़े थे वह खून भी हम भारतीयों का ही था !उनकी सुरक्षा करना भी हमारा दायित्व है !भारत सरकारें हमेंशा से इसी सोच और प्रयास में लगी रही हैं किन्तु पाक ने हमेंशा हमारी आत्मीय भावनाओं के उत्तर अनात्मीय आचार व्यवहारों से दिए हैं । 

    हाफिज जैसे दैत्यों के भारत विरोधी घातक वाणी और व्यवहारों  पर लगाम न लगाया जाना पाकिस्तानी सरकारों की आतंकवाद के विरुद्ध गैर जिम्मेदारी को  दर्शाता है । अतीत में भी ऐसे ही दैत्य समूहों का दलन करने के लिए बहुत मजबूरी में ही भारत ने हथियार उठाए होंगे जब जब पाक ने कोई विकल्प ही नहीं छोड़ा होगा अन्यथा भारतवर्ष  पाकिस्तानी भाई बहनों के प्रति अनात्मीय व्यवहार करने का पक्षधर कभी नहीं रहा है !

    किन्तु दुर्भाग्य इस बात का है कि पाकिस्तान के मुट्ठी भर विश्वासघाती राजनेता केवल अपनी राजनैतिक रोटियाँ सेकने के लिए भारतीयों की तरह ही पाकिस्तानियों के दिलों में पल रहे इस पुरातन निजी संबंध को हमेंशा से झुठलाते रहे हैं । भारत माता के प्रति गद्दारी करने वाले वो चंद  लोग यदि सुधर जाते तो क्या हम लोग अलग होकर भी साथ साथ नहीं रह सकते थे क्या कोई लड़का अपनी माँ से अलग होने के बाद माँ बेटे का सम्बन्ध भी भूल जाता है ! किन्तु पाकिस्तानी  नेता उस पवित्र सम्बन्ध को भी कलंकित करने का प्रयास हमेंशा करते रहे हैं ! अटल जी की आत्मीयता को इसी नवाज ने कारगिल युद्ध से नवाजा था ,मुंबई में हमला ,एवं आए दिन हमारे निर्दोष सैनिकों की हत्याएँ ,शहीद हेमराज का शिर और उससे सम्बंधित वीडियो जैसी असह्य वेदना सहकर भी भारतीय शांत रहे हैं किन्तु पाकिस्तानी नेता  राजनीति  उन देशों के उकसावे पर चल रहे हैं जो इस क्षेत्र में शान्ति की संभावना ही नहीं बनने देना चाहते !

बंधुओ  !  इसी विषय में  हमारा यह लेख भी -

पाकिस्तानी भाई बहनों के प्रति समर्पित आत्मीय 'दो शब्द' !

   पाकिस्तान में निर्दोष बच्चों  की  हत्याओं  से मानवता दहल उठी है!

       भारत माता के ही हृदय के  कभी अभिन्न अंग रह चुके पाकिस्तान के बच्चों पर आतताइयों ने इतना बड़ा अत्याचार किया हो चीथड़े उड़ा दिए गए जिन नौनिहालों के उनके परिजनों के करुण क्रंदन से ब्यथितात्मा आपके अपने भारतीयों से कौर नहीं निगले जा रहे थे सो नहीं सके हैं भारतीय !see more....http://samayvigyan.blogspot.in/2014/12/blog-post_4.html


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