भाग्य से ज्यादा और समय से पहले किसी को न सफलता मिलती है और न ही सुख !
विवाह, विद्या ,मकान, दुकान ,व्यापार, परिवार, पद, प्रतिष्ठा,संतान आदि का सुख हर कोई अच्छा से अच्छा चाहता है किंतु मिलता उसे उतना ही है जितना उसके भाग्य में होता है और तभी मिलता है जब जो सुख मिलने का समय आता है अन्यथा कितना भी प्रयास करे सफलता नहीं मिलती है ! ऋतुएँ भी समय से ही फल देती हैं इसलिए अपने भाग्य और समय की सही जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को रखनी चाहिए |एक बार अवश्य देखिए -http://www.drsnvajpayee.com/
इस भूकंप ने छत्तीस गढ़ में कल हुए नक्सली हमले की सूचना दी थी !
भूकंप - सुकमा में21-3-2020 को प्रातः 11.14 पर 4.2 तीव्रता का सन्निपातज'भूकंप !
छत्तीसगढ़ के सुकमा और बस्तर जिलों के साथ ही ओडिशा के
मलकानगिरी में भूंकप के झटके तीन सेकेंड तक यह झटके महसूस होते रहे।जगदलपुर से 34 किमी दूर दक्षिण पूर्व था भूकंप का केंद्र |
नक्सलियों का हमला - पुलिस मुख्यालय के सूत्रों ने कहा कि शनिवार की शाम चिंतागुफा थाना क्षेत्र
में पुलिस बल गश्त पर था, तभी निमपा के जंगल में घात लगाए बैठे नक्सलियों
ने जवानों पर हमला बोल दिया। दोनों ओर से गोलीबारी देर शाम तक जारी रही।
विशेष :सुकमा में भूकंप प्रातः 11.14 पर आया !चिंता गुफा के पास गस्त करते सुरक्षा बल पर नक्सलियों ने हमला किया दोनों स्थानों की आपसी दूरी लगभग 62 किलोमीटर थी !जिस जगह भूकंप आया लगभग उसी जगह नक्सली हमला हुआ है !
सन्निपातज' प्रजाति के भूकंपों का संदेश -
आकाश में बड़े बड़े काले काले गंभीर शब्द करने वाले बिजली कड़कने वाले बादल
आते रहेंगे आवश्यकता के अनुशार या उससे अधिक भी वर्षा कर सकते हैं |
इसके अलावा यह भूकंप सरकार के लिए समस्या तैयार करने आया है आज विस्फोटकों
के साथ उपद्रवियों ने भारत के सुकमा में प्रवेश किया है |उनके पास पर्याप्त विस्फोटक एवं भारी भरकम हथियार हैं |
इस
भूकंप के कारण भूकंपीय क्षेत्र में
कोई बड़ी समस्या तैयार होने
जा रही है | सुरक्षा
के लिए संकट पैदा करने वाला समय है !यहाँ से भारत की सीमा पर कोई बड़ा
उपद्रव होने जा रहा है जिसमें किसी बड़े विस्फोट या किसी बड़े आतंकवादी हमले
की सूचना देने आया है
भूकंप |उन्मादी आतंकवादी लोग इस क्षेत्र में कोई बड़ी दुर्घटना कर सकते हैं
भारत
सरकार को
सुरक्षा की दृष्टि से इसे अधिक सतर्कता पूर्वक लेना चाहिए अन्यथा देश के
लिए बड़ी चुनौती बन सकता है ! 7 -05-2020 तक विशेष
सुरक्षा सावधानी बरती जानी चाहिए !
किसी बड़े विस्फोट की साजिश भी इस क्षेत्र में रची जा सकती है |सावधान रहने
की आवश्यकता है !
इस क्षेत्र के लोगों के गले में मुख में रोग बढ़ते हैं एवं कफ संबंधी
रोगों से भूकंप प्रभावित समाज को कष्ट प्रदान करने वाला है |
It
will take some time to deal with such a big crisis of an epidemic like
Corona, but there is no need to panic because the time which was more
severe in this view had passed by 11 February. Therefore, in Wuhan,
which was the epicenter of the epidemic, this disease started to be
curbed. After that the time of this epidemic is spreading from Wuhan to
southern and western countries. Which will last till 24 March 2020.
After that the epidemic will begin to end which will last till May 6.
After that, due to complete improvement in time, the whole world will be
able to get rid of this epidemic very soon.
Such pandemics
can always be won by adherence to cleanliness, cleanliness, proper diet
etc., religious work, god worship and celibacy etc. Medical efforts will
not have much effect. Because there is no symptom of diagnosis and no
medicine for diseases occurring in epidemics. The onset of any epidemic
is due to deterioration of time and it is only when time improves that
the epidemic ends. Efforts to control it before time are not as
effective.
The reason for not being able to control any
epidemic is that any epidemic spreads in three stages and ends in three
stages. Time is the biggest role during the outbreak of an epidemic.
First of all, the speed of time deteriorates. The seasons are subject to
time, therefore, the effect of good or bad time first affects the
seasons, the effect of the seasons on the environment is its effect on
all the food items like trees,fruits and flowers, crops, etc., air and
Water also falls on it, the water of the wells, rivers, ponds etc. gets
polluted. These conditions have an impact on life, so the body starts
suffering from diseases in which the effect of therapy is very less .
The
special thing is that medicines, which are known for providing benefits
in such diseases, such as banaspati, etc., due to the effect of bad
times on them, they become impure for the time being, that is, they are
deprived of their ability to cure them. |
The epidemic
starts with the deterioration of time and ends only with the improvement
of time, efforts do not get much benefit. The speed of the first time
is possible, with that effect, seasonal effects are destroyed and the
environment is managed by it. All the food, fruits, crops, etc. fall on
the food and water, it falls on the air and water. Itkari is looking
forward to having | That is why the Charaka and Sushruta etc. codes of
Ayurveda have given a method of forecasting the outbreak of epidemics
and their elimination, on which I have been doing research for almost
thirty years. I have made this attempt to make predictions based on the
same 'time science'. I am sending this request letter to you only after
understanding the possibility of it being correct.
यांग्त्सी नदी ,यांग्त्सीक्यांग, चीन की सबसे लम्बी नदी है, जो सीकांग के पहाड़ी क्षेत्र से निकलकर, दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व दिशा की ओर बहती हुई, पूर्वी चीन सागर में गिरती है। इसे चांग ज्यांग या यांग्त्सी या यांग्ज़ी
भी कहते हैं। यह विश्व की तीसरी सबसे लम्बी नदी है। प्रायः पश्चिम से
पूर्व की दिशा में बहने वाली इस नदी की लम्बाई लगभग 6300 किलोमीटर है।[1][2]
दक्षिण-पश्चिमी चीन में महसूस किए गए भूकंप के कई झटके, 6 की मौत, 75 घायल
एजेंसी,बीजिंगlast updated: Tue, 18 Jun 2019 03:46 AMचीन के दक्षिण-पश्चिमी सिचुआन प्रांत में 17 जून सोमवार को एक के बाद एक भूकंप के
पांच झटके महसूस किए गए। इनमें से एक की तीव्रता 6.0 थी। भूकंप ने समूचे
प्रांत को हिलाकर रख दिया, जिसमें 6 की मौत हो गई, जबकि 75 लोगों के घालय
होने की खबर है। चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र के मुताबिक भूकंप का केंद्र
यिबीन शहर के बाहरी इलाके में 16 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। भूकंप
रात में करीब 10:55 बजे आया। इसके बाद कम तीव्रता के भूकंप आये।see more... https://www.livehindustan.com/international/story-at-least-six-dead-75-hurt-in-china-earthquake-2580357.html
चीन के सिचुआन प्रांत में 5.4 तीव्रता का भूकंप, 31 जख्मी 25 -3-1965 3 . 30 pm
चीन के दक्षिण पश्चिमी सिचुआन प्रांत के
गोंगशिआन काउंटी में 5.4 तीव्रता का भूकंप आया है।जिसमें 31 लोग जख्मी
हो गए।चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र (सीईएनसी) ने
बताया कि यह भूकंप 22 जून शनिवार रात 10 बजकर 29 मिनट पर आया।सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि
शनिवार को भूकंप आने के बाद, यीबिन के गोंगशीआन काउंटी में 23 जून रविवार सुबह आठ
बजकर 28 मिनट पर 4.6 तीव्रता का भूकंप बाद का झटका आया।see more... https://www.livehindustan.com/international/story-china-5-magnitude-quake-hits-sichuan-province-31-injured-2588907.html
चीन में आया भूकंप, 5.2 की तीव्रता से महसूस हुए झटके
Publish Date:Sun, 13 Oct 2019 10:00 AM (IST)चीन में 12 अक्टूबर शनिवार को रात्रि 10.55 पर 5.2 तीव्रता के भूकंप के झटके चीन के शहर
गुआंग्शी ज़ुआंग (Guangxi Zhuang) यूलिन शहर में महसूस
किए गए।यूलिन शहर चीन के दक्षिण में समुद्र के किनारे स्थित है see more... http://www.univarta.com/news/world/story/1757313.html
कोरोना से जूझ रहे चीन में भूकंप के झटके के बाद अफरातफरी!
चीन में वुहान सेंट्रल हॉस्पिटल के नेत्र रोग विशेषज्ञ कोरोनावायरस के प्रकोप के बारे में सबसे पहले आगाह करने वाले 34 वर्षीय डॉक्टर ली वेनलियांग थे सात फरवरी को सुबह 2:58 बजे उनका निधन हो गया।
डॉक्टर ली वेनलियांग ने पिछले साल 30 दिसंबर को ही वुहान में पहला मामला सामने आने पर ही इस
वायरस के बारे में रिपोर्ट दी थी।जिस
मेडिकल स्कूल से वह पढ़े थे, उसी के ऑनलाइन एल्युमनी चैट ग्रुप वीचैट पर
बताया कि उनके अस्पताल में स्थानीय मछली बाजार से सात मरीज आए हैं, जिनमें
सार्स जैसी बीमारी के लक्षण पाए गए हैं और उन्हें अस्पताल में आइसोलेशन
वार्ड में रखा गया है। उन्होंने अपने दोस्तों को अपने जानकारों, दोस्तों, रिश्तेदारों को गोपनीय
तरीके से इस बारे में आगाह करने को कहा था लेकिन कुछ ही घंटों में उनके
संदेश का स्क्रीनशॉट वायरल हो गया था। इस पर वुहान पुलिस ने उन पर अफवाह
फैलाने का आरोप लगाया था। see more... https://www.jagran.com/world/china-death-of-chinese-coronavirus-doctor-sparks-online-anger-at-government-20009408.html
भूकंप के झटकों से हिला चीन का शिनजियांग प्रांत, 6.0 आंकी गई तीव्रता !
Publish Date:Sun, 19 Jan 2020 11:39 PM (IST)
बीजिंग, एएफपी। चीन के शिनजियांग प्रांत में भूकंप के
झटके महसूस किए गए। अमेरिकी भूगर्भ विज्ञान सर्वे (USGS) के अनुसार भूकंप
की तीव्रता 6.0 आंकी गई है। भूकंप स्थानीय समयानुसार रात 9:27 पर आया और
इसका केंद्र प्राचीन रेशम मार्ग के शहर काशगर से 100 किलोमीटर
पूर्व-पूर्वोत्तर था।
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हिरोशिमा पर गिराए बम से 17 गुना ज्यादा घातक था उत्तर कोरिया का परमाणु परीक्षण : इसरो
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Fri, 15 Nov 2019 07:10 PM IST
19 से 21 दिसंबर के बीच समूचे उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में हिंसा भड़की थी.
मऊ :सीएए के विरोध में 16 दिसंबर सोमवार 2019 को मऊ में हिंसा हुई थी।16 दिसंबर को मऊ के हाजीपुरा इलाके में कुछ लोग जामिया मिलिया
इस्लामिया की घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़क पर उतर आए थे।
19 दिसंबर यानी गुरुवार को देश भर में प्रदर्शन हुए. यूपी की राजधानी लखनऊ कानपुर समेत कई शहरों में प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई !20 दिसंबर शुक्रवार दोपहर कानपुर में हज़ारों लोगों की भीड़ कई रास्तों से होते हुए एक ही जगह
इकट्ठा हुई, फिर भी माहौल शांतिपूर्ण रहा लेकिन कुछ ही देर बाद दूसरे
इलाक़े में हिंसा भड़क उठी और फिर ऐसी भड़की कि पुलिस और प्रशासन के लिए
इसे सँभालना मुश्किल हो गया.|शहर के अलग-अलग इलाकों में लगातार दो दिन तक हिंसा होती रही,
कानपुर :सीएए के विरोध में 20 दिसंबर शुक्रवार और 21 दिसंबर शनिवार 2019 को यतीमखाना में हिंसा हुई थी।
jnu में हिंसा 15 दिसंबर को हुई
JNU में 5 जनवरी, 2020 को हिंसक घटना घटित हुई
15 दिसंबर सोमवार 2019 को रविवार को देश की राजधानी दिल्ली में जामिया
मिलिया इस्लामिया में हिंसा हुई.
मऊ में हिंसा
अलीगढ में हिंसा
दिल्ली में हिंसा
कानपुर में हिंसा
बिजनौर में हिंसा
फ़िरोज़ाबाद में हिंसा
लखनऊ में हिंसा
संभल में हिंसा
मेरठ में हिंसा
रामपुर में हिंसा
फ़िरोज़ाबाद में राशिद की मौत सिर पर चोट लगने से और वाराणसी में आठ वर्षीय मोहम्मद सगीर की मौत भगदड़ में दबने से हुई.
लोगों
की मौत गोली लगने से हुई है उनकी पहचान इस प्रकार की गई है. मोहम्मद वकील
(32 साल) लखनऊ, आफ़ताब आलम (22 साल) और मोहम्मद सैफ़ (25 साल) कानपुर में,
अनस (21 साल) और सुलैमान (35 साल) बिजनौर में, बिलाल (24 साल) और मोहम्मद
शेहरोज़ (23 साल) संभल में, जहीर (33 साल), आसिफ़ (20 साल) और आरिफ़ (20
साल) मेरठ में, नबी जहान (24 साल) फ़िरोज़ाबाद में और फ़ैज़ ख़ान (24 साल)
रामपुर में.