आपको सादर नमस्कार !
विषय : वायुप्रदूषण बढ़ने के विषय में आपसे कुछ आवश्यक निवेदन !
महोदय ,
पटाखे जलाने से ,पराली जलाने से ,वाहनों एवं उद्योगधंधों से धुआँ
निकलने से धुआँ तो निकलता है | इसी प्रकार से निर्माण कार्यों से धूल तो
उड़ती है किंतु ऐसा धुआँ और धूल ही वायुप्रदूषण बढ़ने का वास्तविक कारण है या
कुछ और ? वायुप्रदूषण बढ़ने के लिए जिम्मेदार आखिर कारण क्या है ऐसे निश्चित कारणों की खोज के बिना पराली जलाने वालों के विरुद्ध कार्यवाही का औचित्य आखिर क्या है | उद्योगों वाहनों निर्माण कार्यों को केवल आशंका के आधार पर वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए जिम्मेदार मानने का आधार आखिर क्या है और ऑड इवन लगाने से लाभ आखिर क्या है ? ऐसी परिस्थिति में वायुप्रदूषण बढ़ने का पूर्वानुमान लगाना तो दूर अपितु समर्थ वैज्ञानिकों के द्वारा वायु प्रदूषण बढ़ने के वास्तविक कारण अभी तक खोजे नहीं जा सके हैं |
दूसरी ओर मेरे अनुसंधान के द्वारा वायुप्रदूषण के विषय में लगाए जाने वाले पूर्वानुमान सही घटित होते देखे जा रहे हैं ये CCR के डेटा से पूरी तरह मेल भी खाते देखे जा रहे हैं इसके बाद भी इससे संबंधित सरकारी विभागों में हमारे अनुसंधान को अवैज्ञानिक बताकर इसकी उपेक्षा की जा रही है जबकि यह देश और समाज के लिए हितकर हो सकता है |मेरी जानकारी के अनुशार अभी तक हमारे इस अनुसंधान के अतिरिक्त वायुप्रदूषण से संबंधित पूर्वानुमान लगाने के लिए ऐसी किसी दूसरी विधा का विकल्प सामने नहीं लाया जा सका है जो वायु प्रदूषण बढ़ने घटने का पूर्वानुमान स्पष्ट रूप से लगा सके |ऐसी परिस्थिति में देश और समाज के हित में सरकार तक पहुँचाने के लिए मुझे आपसे मदद चाहिए |
मैंने 1 अक्टूबर को पूरे महीने के वायु प्रदूषण बढ़ने से संबंधित पूर्वानुमान मैंने आपकी मेल पर भेज दिए थे जिसमें लिखा गया था कि "30 और 31 अक्टूबर के दिन वायु प्रदूषण अपनी सीमा रेखा अर्थात 500 के निर्धारित विंदु को लाँघ जाएगा !" ऐसा हुआ भी है |
इसी प्रकार से नवंबर महीने में वायु प्रदूषण बढ़ने से संबंधित पूर्वानुमान मैंने आपकी मेल पर 31 अक्टूबर को ही भेज दिए थे जिसमें लिखा गया था कि "13,14,15,16 तारीख के बीच वायु प्रदूषण 400 के मानक को पार कर जाएगा अर्थात 400 से 500 सौ के बीच रहेगा |इसके बाद 17 से 22 नवंबर के बीच 300 से 350 तक वायु प्रदूषण सीमित रहेगा |" ये सही घटित होता जा रहा है |
परीक्षण हेतु मैं अपनी बात का सही साक्ष्य देने के लिए आपको पहले भेजी गई मेलें मैं पुनः फॉरवर्ड कर रहा हूँ | कृपया मेरी मदद कीजिए |
निवेदक -
दूसरी ओर मेरे अनुसंधान के द्वारा वायुप्रदूषण के विषय में लगाए जाने वाले पूर्वानुमान सही घटित होते देखे जा रहे हैं ये CCR के डेटा से पूरी तरह मेल भी खाते देखे जा रहे हैं इसके बाद भी इससे संबंधित सरकारी विभागों में हमारे अनुसंधान को अवैज्ञानिक बताकर इसकी उपेक्षा की जा रही है जबकि यह देश और समाज के लिए हितकर हो सकता है |मेरी जानकारी के अनुशार अभी तक हमारे इस अनुसंधान के अतिरिक्त वायुप्रदूषण से संबंधित पूर्वानुमान लगाने के लिए ऐसी किसी दूसरी विधा का विकल्प सामने नहीं लाया जा सका है जो वायु प्रदूषण बढ़ने घटने का पूर्वानुमान स्पष्ट रूप से लगा सके |ऐसी परिस्थिति में देश और समाज के हित में सरकार तक पहुँचाने के लिए मुझे आपसे मदद चाहिए |
मैंने 1 अक्टूबर को पूरे महीने के वायु प्रदूषण बढ़ने से संबंधित पूर्वानुमान मैंने आपकी मेल पर भेज दिए थे जिसमें लिखा गया था कि "30 और 31 अक्टूबर के दिन वायु प्रदूषण अपनी सीमा रेखा अर्थात 500 के निर्धारित विंदु को लाँघ जाएगा !" ऐसा हुआ भी है |
इसी प्रकार से नवंबर महीने में वायु प्रदूषण बढ़ने से संबंधित पूर्वानुमान मैंने आपकी मेल पर 31 अक्टूबर को ही भेज दिए थे जिसमें लिखा गया था कि "13,14,15,16 तारीख के बीच वायु प्रदूषण 400 के मानक को पार कर जाएगा अर्थात 400 से 500 सौ के बीच रहेगा |इसके बाद 17 से 22 नवंबर के बीच 300 से 350 तक वायु प्रदूषण सीमित रहेगा |" ये सही घटित होता जा रहा है |
परीक्षण हेतु मैं अपनी बात का सही साक्ष्य देने के लिए आपको पहले भेजी गई मेलें मैं पुनः फॉरवर्ड कर रहा हूँ | कृपया मेरी मदद कीजिए |
निवेदक -
डॉ.शेष नारायण वाजपेयी
M. A. Ph. D. By B.H.U.
A-7\41,सेकेंड फ्लोर,कृष्णानगर,दिल्ली-51
मो.नं.9811226973 \9811226983
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