Saturday, 16 March 2019

समाज की ऐसी समस्याओं से मुख कब तक चुराएगी सरकार और उसके वैज्ञानिक


  मन प्रसन्न होगा शरीर स्वस्थ होगा तो सबकुछ अच्छा लगेगा !
      किंतु जब समय बुरा होता है तो कितनी भी कोशिश कर लो न मन प्रसन्न रह पाता है और न ही शरीर स्वस्थ रह पाता है इसलिए सबसे पहले इस बात का पूर्वानुमान लगाया जाना चाहिए कि किसके जीवन में बुरा समय कब आएगा !यह जानने के लिए एक बार जरूर देखें see more...http://www.drsnvajpayee.com/index.php/2018-06-29-12-28-29/83-2019-03-10-11-20-24

       परिवार से समाज बनता है और समाज से देश !
      इसलिए परिवार के सदस्यों में आपसी प्रेम भाव होगा तो समाज में प्रेम भाव बढ़ेगा  और समाज में प्रेम भाव होगा तो देश में भी बढ़ेगी प्रेम भावना !इसके लिए अवश्य पढ़िए 'परिवारविज्ञान' ! see more... http://www.drsnvajpayee.com/index.php/2019-02-23-13-39-44/2019-03-08-05-00-33/79-2019-03-06-10-48-53
   
 परिवारों का कलह कैसे शांत हो ?
 परिवारों के सदस्यों में आपस में लड़ाई-झगड़ा,आरोप-प्रत्यारोप तनाव कलह आदि बात बात में होने लगता हो ऐसे लोगों से समाज और देश क्या आशा रखे !इसलिए सबसे पहले अपने परिवार में बनाओ प्रेम भाव बाद में सोचिए बाद में देश के विषय में इसके लिए अवश्य पढ़िए 'परिवारविज्ञान' see more... http://www.drsnvajpayee.com/index.php/2019-02-23-13-39-44/2019-03-08-05-00-33/79-2019-03-06-10-48-53

 नेता कर रहे हैं भाईचारा के नाम पर विश्वासघात !
      जो काम वो खुद नहीं कर पा रहे हैं उसकी आशा किसी दूसरे से कैसे कर सकते हैं वो !नेता लोग खुद तो कुत्तों बिल्लियों की तरह लड़ते हैं एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते हैं और देश में भाई चारा लाने की बातें करते हैं !ये झूठ नहीं है तो क्या ?इस लिए अवश्य पढ़ना चाहिए 'मित्रविज्ञान'see more... http://www.drsnvajpayee.com/index.php/relation/78-2019-03-03-07-46-00

देश और समाज को बैर विरोध आदि बुराइयों से बचाने एवं भाई चारे की भावना लाने के लिए अवश्य पढ़िए 'परिवारविज्ञान' see more...http://www.drsnvajpayee.com/index.php/2019-02-23-13-39-44/2019-03-08-05-00-33/79-2019-03-06-10-48-53

'विवाहविज्ञान' की आवश्यकता क्यों ?
     वर्तमान समय में माता-पिता-पुत्र, भाई-भाई - बहन आदि अपने परिवार के सदस्यों में तो पटरी नहीं खा रही है जबकि ये तो अपने  खून के संबंध हैं जब उन्हें निभाना दिनोंदिन कठिन होता जा रहा है ऐसी परिस्थिति में दूसरे परिवार की बहन बेटी जो अपने घर  में बहू बनकर आती है  उसे अपनापन दे पाना कितना कठिन है !ऐसी परिस्थिति में विवाह संबंध कैसे ठीक ठीक से सुख शांति पूर्वक निभाए जा सकें  इसके लिए अवश्य पढ़ना चाहिए 'विवाहविज्ञान' see more... http://www.drsnvajpayee.com/index.php/2019-02-23-13-39-44/2019-03-08-05-00-33/80-2019-03-08-11-19-04

विवाह विच्छेद या तलाक !
   संबंधों के संकट से जूझ रहा वर्तमान समाज इतना संकीर्ण ,स्वार्थी और असहनशील होता जा रहा है कि मातापिता-पुत्रपुत्री , भाई-भाई, भाई-बहन आदि अत्यंत करीबी संबंध निभ पाना असंभव होता जा रहा है !ऐसी परिस्थिति में पति -पत्नी के रूप में बनाए गए संबंध बिगड़ रहे हों तो क्या आश्चर्य !तलाक के लिए वकीलों के पास अदालतों में लंबी लंबी लाइनें लगी हैं इनसे बचने के लिए अवश्य पढ़ना चाहिए 'विवाहविज्ञान'see more... http://www.drsnvajpayee.com/index.php/2019-02-23-13-39-44/2019-03-08-05-02-11/81-2019-03-08-11-28-06

 प्रेमविवाह- 
      प्रेम या प्रेम विवाहों में लड़के या लड़कियों को अक्सर अपने माता पिता भाई बहन जैसे अत्यंत आपने खून के संबंधों को ठुकराकर किसी अजनवी को केवल अपनी रिस्क पर अपनाना पड़ता है !सामने पहाड़ जैसा इतना बड़ा जीवन पड़ा होता है अपनों को धोखा देकर आए दोनों जो अपनों के नहीं हुए वे परायों के क्या अपने हो सकेंगे !कोई और अच्छा मिला तो छोड़ देंगे या थोड़ा भी समय बुरा आया तो एक दूसरे को छोड़ कर चल देंगे इसलिए अवश्य पढ़ना चाहिए 'मित्रविज्ञान'see more... http://www.drsnvajpayee.com/index.php/relation/78-2019-03-03-07-46-00

 मित्रता का पूर्वानुमान कैसे किया जाए कि किससे मित्रता कब तक चलेगी ?
     संबंधों को मधुर बनाने में बहुत त्याग तपस्या बलिदान करना पड़ता है नुक्सान उठाना पढ़ता है बहुत कुछ सहना पड़ता है बड़ा इतने सबके बाद जब मित्रता बनकर तैयार होती है इसके बाद उन दोनों का या उनमें से किसी एक का थोड़ा भी समय खराब आता है तो बुरे समय के प्रभाव से एक दूसरे के प्रति आरोप प्रत्यारोप शुरू होकर आपसी  संबंध बिगड़ जाते हैं इसलिए अवश्य पढ़िए 'मित्रताकापूर्वानुमान' see more.. http://www.drsnvajpayee.com/index.php/relation/74-2019-02-08-11-32-19 


मौसम का पूर्वानुमान जरूरी है तो जीवन का क्यों नहीं ?
   तनाव से जूझते लोग हत्या या आत्महत्या करते देखे जाते हैं ऐसे तनाव ग्रस्त लोगों के तनाव का पूर्वानुमान लगाने में असफल है वर्तमानविज्ञान ?
      कई बार सुनने को मिलता है कि तनाव के कारण बड़े बड़े अधिकारी व्यापारी एक से एक उच्च पदों पर बैठे अच्छे सुशिक्षित समझदार लोग भी आत्महत्या करते देखे जाते हैं ! ऐसी प्रतिभाओं के तनाव का पूर्वानुमान लगाना उसका कारण और निवारण खोजने में वर्तमान विज्ञान असफल क्यों है?वैज्ञानिक इस चुनौती को स्वीकार क्यों नहीं करते ?इस समय देश और समाज सबसे अधिक मानसिक समस्याओं से जूझ रहा हैफिर भी वैज्ञानिक नहीं खोज पा  रहे हैं इसका कोई सटीक एवं सार्थक उपाय और न ही लगा पा रहे हैं तनाव  होने का पूर्वानुमान ?आखिर मानसिक समस्याओं का समाधान क्यों नहीं खोजा जाना चाहिए!आप स्वयं पढ़िए कैसे लगाया जा सकता है तनाव का पूर्वानुमान और खोजा जा सकता है तनाव का समाधान see more.... http://www.drsnvajpayee.com/index.php/aboutus

यदि मौसम का पूर्वानुमान किया जा सकता है तो जीवन संबंधी घटनाओं का पूर्वानुमान क्यों नहीं ?
आँधी तूफान कब आएगा कब होगी वर्षा !ये जानना यदि जरूरी है तो जीवन में कब क्या घटित होगा ये जानना भी तो जरूरी है !आखिर जीवन की उपेक्षा क्यों ?अवश्य पढ़िए see more... http://www.drsnvajpayee.com/

प्रधानमंत्री जी !जिसका समय ही ख़राब होगा उसकी मदद कोई कैसे कर सकता है ?

     'समय' बहुत बलवान होता है 'समय' की शक्ति पहचानो !  

 समय किसी को बना सकता है बिगाड़ सकता है नष्ट कर सकता है !बचा सकता है !समय किसी को ऊपर उठा सकता है नीचे गिरा सकता है! समय किसी को किसी से मिला सकता है और किसी को किसी से अलग भी कर सकता है !जो समय किसी को रोगी बना देता है वही समय उसे रोग मुक्त और स्वस्थ भी कर सकता है !समय किसी को राजा बना देता है और समय ही किसी को भिखारी बना देता है !समय बहुत बलवान होता है जब समय साथ छोड़ता है तब कोई दूसरा कोई मदद नहीं कर सकता है करेगा भी तो उससे अपने को लाभ नहीं हो पाता है और जब समय साथ देने लगता है तब कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता है !तनाव भी तो समय के कारण ही बढ़ता है जानिए कैसे !see more....http://www.drsnvajpayee.com/index.php/2018-06-29-12-28-29/83-2019-03-10-11-20-24

  संबंधों के बनने और बिगड़ने का कारण होता है 'समय' !
      कई बार जिन मित्रों नाते रिश्तेदारों आदि को गलत समझकर आप छोड़ देते हैं जबकि वे गलत नहीं होते अपितु उनका समय ही उस समय अच्छा नहीं चल रहा होता है इसलिए उनसे गलतियाँ हो जाती हैं !उस समय उन्हें आपका सहारा चाहिए होता है तब आप उन्हें छोड़ देते हैं !इसलिए किसी संबंधी को छोड़ने से पहले उसके और अपने समय का परीक्षण एक बार अवश्य कारवाएँ !see more....http://www.drsnvajpayee.com/index.php/2018-06-29-12-28-29/83-2019-03-10-11-20-24

       विवाह हो या तलाक सबका कारण है  'समय'!
  सबका जीवन समय के आधीन है इसलिए पति और पत्नी के आपसी संबंधों में यदि तनाव कलह लड़ाई झगड़ा आदि होना शुरू हो जाए इसका मतलब ये कतई नहीं है कि वे दोनों गलत हों या उनमें से कोई एक गलत हो !हो सकता है कि उन दोनों में कोई न गलत हो अपितु उस समय उन दोनों का या उनमें से किसी एक का समय ही बुरा चल रहा हो जिसके प्रभाव से वे दोनों घबड़ाकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करने लगे हैं समय जैसे ही अच्छा आएगा फिर सबकुछ ठीक हो जाएगा !इसलिए ऐसी परिस्थिति में अपने समय का परीक्षण अवश्य करवा लें see more...http://www.drsnvajpayee.com/index.php/2018-06-29-12-28-29/83-2019-03-10-11-20-24


समयविज्ञान : 'समय' की ताकत को समझो !
     किसी रोगी को स्वस्थ करने के लिए चिकित्सक केवल औषधि दे सकता है वो स्वस्थ होगा या नहीं ये रोगी का अपना समय तय करता है !उस समय के महत्त्व को जानने के लिए अवश्य पढ़ें see more...http://www.drsnvajpayee.com/index.php/aboutus
  
व्यापार विज्ञान : व्यापार करने के लिए कोई अधिकधन खर्च कर सकता है अधिक परिश्रम कर सकता है !इसके बाद भी व्यापार में उसे लाभ होगा या नहीं ये व्यापार करने वाले व्यक्ति का अपना समय तय करता है उस समय के महत्त्व को समझने के लिए जरूर पढ़ें see more... http://www.drsnvajpayee.com/index.php/aboutus

 मौसम का पूर्वानुमान किया जा सकता है तो जीवन से संबंधित घटनाओं का पूर्वानुमान क्यों नहीं ?
      जीवन ही नहीं रहेगा तो मौसम का पूर्वानुमान किस काम का?इसलिए बहुत जरूरी हैं जीवन से संबंधित घटनाओं के पूर्वानुमान ! जानने के लिए अवश्य पढ़ें see more... http://www.drsnvajpayee.com/index.php/aboutus

   विवाहविज्ञान : लड़के लड़की का  विवाह करना होता है तो उनसे मिलकर बातकरके उनके स्वास्थ्य चाल चरित्र के विषय में पता करके उनकी धन संपत्ति शिक्षा योग्यता पद प्रतिष्ठा आदि का अंदाजा लगाकर सबकुछ ठीक लगने पर दोनों का विवाह किया जाता है इसके बाद यदि दोनों में विवाद तनाव या तलाक होता है केवल उन दोनों का अपना अपना 'समय' होता है इसे समझने के लिए अवश्य पढ़ें see more.... http://www.drsnvajpayee.com/index.php/2019-02-23-13-39-44/2019-03-08-05-02-11/81-2019-03-08-11-28-06


शिक्षा-विज्ञान 
    शिक्षा का पूर्वानुमान : स्कूलों में शिक्षक एक साथ बहुत छात्रों को एक जैसा पढ़ाते हैं छात्र भी परिश्रम करके पढ़ते हैं इसके बाद भी कुछ छात्र फस्ट कुछ सेकेंड और कुछ थर्ड निकल पाते हैं कुछ फेल हो जाते हैं परिणामों में अंतर का कारण है उनका अपना अपना 'समय' ?वस्तुतः कौन छात्र किस विषय को पढ़ने में कितना सफल हो पाएगा इसका निश्चय करता है उनका अपना समय !इस शिक्षा की सफलता के लिए लगाया जा सकता है पूर्वानुमान !इसे समझने के लिए अवश्य पढ़ेंsee more...

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