फर्जीडिग्री रखना यदि अपराध है तो फर्जीडिग्री वाले ज्योतिषियों तांत्रिकों पर क्यों नहीं होती है कार्यवाही ?वो तो खुले आम टीवी चैनलों पर कर रहे होते हैं अपना प्रचार !
संस्कृत विश्वविद्यालय बंद करे सरकार!अन्यथा उनकी गरिमा की रक्षा करे !
कानून सबके लिए समान होना चाहिए अन्यथा पक्षपात के आरोप तो सरकारों पर लगेंगे ही !फर्जी डिग्रियों के मामले में भेदभाव क्यों ?फर्जी डिग्री वाले ज्योतिषियों तांत्रिकों की डिग्रियों की क्यों नहीं होती है जाँच ? ज्योतिष और तंत्र के क्षेत्र में आडम्बर फैलाने वाले फर्जी लोगों पर कार्यवाही होते ही समाप्त हो जाएगा अंध विश्वास ! ऐसे लोगों ने उपद्रव उठा रखा है टीवी see more...http://bharatjagrana.blogspot.in/2015/06/blog-post_9.html
फर्जी डिग्री पकड़ने वालों का ध्यान मलमल बाबाओं के गोलगप्पी उपायों की ओर क्यों नहीं जाता है ? इनके दावों का परीक्षण सरकार ने किया है क्या ?यदि नहीं तो क्यों ?see more...http://bharatjagrana.blogspot.in/2015/06/blog-post_9.htm
फर्जी ज्योतिषी और फर्जी तांत्रिकों को संरक्षण क्यों ?ज्योतिष के विषय में ये लोग दिन रात झूठ बोलते हैं इनकी बातों के शास्त्र में कहीं प्रमाण नहीं मिलते हैं फिर इस धोखा धडी पर क्यों नहीं कसी जाती है नकेल ? see more...http://bharatjagrana.blogspot.in/2015/06/blog-post_9.html
ज्योतिष का फर्जीवाड़ा - ज्वैलरीशॉप वाले लोग चला रहे हैं ज्योतिष का कारोबार !
ये लोग लालपीले कपड़े पहनाकर गले में तमाम मालाएँ लटका देते हैं माथे पर चन्दन लीपपोत कर एक अच्छे खासे इंसान को मिनटों में ज्योतिषी बनाकर केवल इतना झूठ बोलने के लिए बैठा देते हैं टीवी चैनलों पर कि वो हर किसी को भविष्य के भय दिखाकर समस्याओं के समाधान के लिए उसे डरा धमका कर उनकी दुकानों पर बिकने वाले नग नगीनों यंत्र तंत्र ताबीजों कवचों कुण्डलों मणियों को ख़रीदे ! हैरान परेशान जनता अपने दुःख दर्द को मिटाने की आशा से हर जगह मत्था टेकती है उनके पास भी चली जाती है और फँस जाती है उनके षड्यंत्र में !क्या इसे रोना सरकार का काम नहीं है फर्जी डिग्री के लिए प्राण देने वाली सरकार का धन इस धोखाधड़ी की और क्यों नहीं है आखिर कब तक चलेगा ये पाखंड का कारोबार ?see more...http://bharatjagrana.blogspot.in/2015/06/blog-post_9.html
पति पत्नी तनाव हरण यंत्र, व्यापर बर्द्धक कवच
हैरान परेशान जनता अपने दुःख दर्द को मिटाने की आशा से हर जगह मत्था टेकती है किन्तु यह जिम्मेदारी सरकार की है कि वो संस्कृत विश्व विद्यालयों के भिन्न भीं विषयों के रीडर प्रोफेसरों की एक प्रमाणित कमिटी का गठन करने जिनके अप्रूवल लिए बिना धर्म एवं धर्म शास्त्रों के विषय में प्रेक्टिस करने वाले को इन्लीगल मन जाए साथ ही उस कमिटी के सदस्यों को हिदायद दी जाए कि वो उन्हीं व्यक्तियों को अप्रूवल देंगे जो उन विषयों के डिग्री होल्डर विद्वान हों और उनकी बातें शास्त्र प्रमाणित हों !
ऐसे लोगों को दावों का परीक्षण करके सही गलत का निर्णय क्यों नहीं करती है सरकार ! सरकार के पास संसाधन हैं सरकार सक्षम है अन्यथा जब कोई बड़ा घपले घोटाले या अन्य प्रदूषित गोरख धंधे का आरोप लगेगा तब धर्म एवं धार्मिकों को कटघरे में खड़ा किया जाएगा आखिर क्यों ?
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ऐसे सभी प्रकार के धर्म विहीन बाबाओं की अप्रमाणित बातें एवं मनगढंत पाखंडी उपायों का हिंदू धर्म शास्त्रों से कोई मेल नहीं है ! इसलिए शास्त्र को मानने वाले हिन्दुओं का उनकी बकवास से कोई लेना देना नहीं हैं । बाकी ऐसे सभी प्रकार के शास्त्रीय अपराधों को कब तक फलने फूलने देगी सरकार ये सरकार को सोचना है ये सरकार जाने और जाने सरकार का क्राइम विभाग इनका हिंदुओं के धर्म एवं धर्म शास्त्रों से कोई लेना देना नहीं है !see more...http://bharatjagrana.blogspot.in/2015/06/blog-post_9.html
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